किसान विरोध: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी. इसके बावजूद किसानों का आंदोलन जारी है। सूत्रों के मुताबिक किसान 29 नवंबर को दिल्ली में ‘चक्का जाम’ करने की योजना बना रहा है।
संयुक्ता किसान मोर्चा (एसकेएम) आज सिंघू सीमा पर एक बैठक करेगा जहां वह आगे की रणनीति और संगठनों को क्या कदम उठाने के बारे में बात करेगा।
आज सुबह 11 बजे संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी की बैठक होगी जिसमें 9 सदस्य हैं. इनमें डॉ. दर्शनपाल सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चादुनी, योगेंद्र यादव, जगजीत सिंह धलेवाल, हन्नान मोला, जोगिंदर सिंह उगराहन, शिवकुमार कक्का और युद्धवीर सिंह शामिल होंगे। इस मुलाकात को कई मायनों में अहम माना जा रहा है. इस बैठक में किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय की जा सकती है।
इससे पहले शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कहा कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला कानून बनाना संभव नहीं है।
संघर्ष, दृढ़ संकल्प और लड़ाई का एक लंबा साल
पीएम मोदी बोले- अगले संसद सत्र में निरस्त होंगे कृषि कानून
लेकिन एमएसपी के बारे में क्या?? क्या यह हमारे किसानों का अधिकार नहीं है?#1YearOfकिसानों का विरोध pic.twitter.com/OWLETY1tJ7— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) 26 नवंबर, 2021
बैठक में शामिल होंगे कृषि संगठनों के नेता
वहीं, इसके बाद करीब 12 बजे संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी जिसमें हरियाणा समेत अन्य राज्यों के कृषि संगठनों के नेता शामिल होंगे.
एमएसपी पर देनी होगी गारंटी-राकेश टिकैत
गौरतलब है कि किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने के मौके पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शहीद हुए किसान उन्हें याद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मंजिल अभी बाकी है। सरकार को एमएसपी पर गारंटी भी देनी होगी।
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