पंजाब में शिक्षा पर गरमाई राजनीति: अरविंद केजरीवाल आज चंडीगढ़ में; मोहाली में कांट्रैक्ट टीचरों के प्रदर्शन में होंगे शामिल

चंडीगढ़4 मिनट पहले

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अरविंद केजरीवाल

पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले शिक्षा पर राजनीति गरमा गई है। शिक्षा के पंजाब और दिल्ली मॉडल की बहस के बीच आम आदमी पार्टी संयोजक दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल चंडीगढ़ आ रहे हैं। वह मोहाली में कच्चे टीचरों के प्रदर्शन में शामिल होंगे।

केजरीवाल का यह दौरा इसलिए अहम है क्योंकि पिछले तीन दिन से पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया के बीच बहस चल रही है। सिसौदिया की खुली बहस के चैलेंज को भी परगट सिंह स्वीकार कर चुके हैं। ट्विटर पर दोनों के बीच खूब सियासी जंग चली है।

मोहाली में लगातार अध्यापकों का प्रदर्शन चल रहा है। फाइल फोटो

मोहाली में लगातार अध्यापकों का प्रदर्शन चल रहा है। फाइल फोटो

सिसौदिया बोले- टीचर बताएंगे स्कूलों की हालत कैसी?
पंजाब और दिल्ली के शिक्षा मंत्री के बीच चली बहस के बाद मनीष सिसौदिया ने कहा कि अब पंजाब के टीचर ही बताएंगे कि वहां के स्कूलों की हालत क्या है?। इसीलिए अरविंद केजरीवाल मोहाली में टीचरों के प्रदर्शन में पहुंच रहे हैं। इससे पहले सिसौदिया ने परगट को 10 -10 स्कूलों की तुलना के लिए कहा था। जिसके जवाब में परगट ने कहा कि वह दोनों जगहों के 250-250 स्कूलों की तुलना करेंगे। हालांकि परगट ने दिल्ली और पंजाब की भौगोलिक और आर्थिक स्थिति का तर्क देकर बचाव की भी कोशिश की।

केजरीवाल की गारंटी से शुरू हुआ सियासी विवाद
केजरीवाल कुछ दिन पहले अमृतसर पहुंचे थे। जहां उन्होंने टीचरों को 8 गारंटी दी। जिसमें कच्चे टीचरों को पक्का करने से लेकर ट्रांसफर पॉलिसी तक अच्छी बनाने का दावा किया गया। इसके बाद पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने केजरीवाल को घेरने की कोशिश की।

उन्होंने स्कूल एजुकेशन के नेशनल परफार्मेंस ग्रेडिंग इंडैक्स (NPGI) का हवाला देते हुए कहा कि पंजाब टॉप और दिल्ली 6वें नंबर पर है। इसलिए केजरीवाल पहले दिल्ली के स्कूल सुधारे और फिर पंजाब की चिंता करें।

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