उत्तराखंड के सुधार-गृह में 15 साल की लड़की का रेप: दो महिला स्टाफ पीड़ित को बाहर ले जाकर दुष्कर्म करवाती थीं; POCSO के तहत केस दर्ज

हल्द्वानी8 मिनट पहले

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उत्तराखंड के हल्द्वानी में 15 साल की लड़की से रेप के बाद ऑब्जर्वेशन होम की 2 महिला स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

उत्तराखंड के हल्द्वानी के एक बाल सुधार गृह में 15 साल की लड़की से रेप का मामला सामने आया है। सुधार गृह की दो महिलाएं नाबालिग को सेंटर से बाहर ले जाती थीं, जहां एक मकान में उसके साथ कई बार रेप किया गया। दोनों महिलाओं के खिलाफ शनिवार (16 दिसंबर) को रेप और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंस (POCSO) एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुधार गृह के निरीक्षण के समय नाबालिग लड़की ने एक अधिकारी को अपने साथ हुई हैवानियत के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ।

15 साल की लड़की के साथ रेप के मामले में 2 महिला स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

15 साल की लड़की के साथ रेप के मामले में 2 महिला स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

जांच के लिए समिति गठित
एसपी सिटी हरबंस सिंह ने कहा- नाबालिग का मेडिकल हो चुका है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपी महिलाओं के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, रेप समेत विभिन्न संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

वहीं, उत्तराखंड सरकार की महिला और बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि मामला सामने आते ही एक आरोपी महिला को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया, जबकि दूसरी महिला जिसे हल्द्वानी के महिला कल्याण और पुनर्वास केंद्र के होमगार्ड डिपार्टमेंट की तरफ से नियुक्त किया गया था, उसे वापस बुला लिया गया है।

रेखा ने बताया कि जांच के लिए दो निष्पक्ष सदस्यों की एक समिति गठित की गई है। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

चमोली में स्कूल हेडमास्टर ने की अश्लील हरकत
वहीं, उत्तराखंड के चमोली में एक स्कूल हेडमास्टर को छात्र और छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। स्कूल के बच्चों ने आरोप लगाए थे कि हेड मास्टर उनके साथ गंदी हरकतें करता था। उनको फोन में आपत्तिजनक वीडियो दिखाता था और गलत तरीके से छूता था। चमोली के DM हिमांशु खुराना ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

उत्तराखंड में हर साल बढ़ रहे महिलाओं के खिलाफ अपराध
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध बढ़ते जा रहे हैं। साल 2022 में प्रदेश में महिला अपराध का ग्राफ वर्ष 2021 के मुकाबले 26 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया।

उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते क्राइम को लेकर ADG अंशुमान ने कहा था- उत्तराखंड पुलिस महिला अपराध के मामलों में संवेदनशील है। कोई भी शिकायत आती है तो उस पर तत्काल केस दर्ज किया जाता है। हिमालयी राज्यों में से उत्तराखंड में सबसे ज्यादा जनसंख्या है, यह भी अपराध बढ़ने का एक बड़ा कारण है।

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दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर: NCRB-2022 की रिपोर्ट में दावा​​​​​​

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने 2022 की रिपोर्ट रविवार (3 दिसंबर) जारी की थी। इस रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर है। यहां 2022 में एक दिन में 3 रेप केस दर्ज किए गए। NCRB की 546 पेज की रिपोर्ट में बताया कि देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4 लाख 45 हजार 256 केस दर्ज किए गए, यानी हर घंटे लगभग 51 FIR हुईं। 2021 में यह आंकड़ा 4 लाख 28 हजार 278 था। पूरी खबर पढ़ें…

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