एजेंसी ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को प्रतिबंधित आतंकी समूह आईएसआईएस द्वारा प्रचार प्रसार से जुड़े एक मामले में श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में सात स्थानों पर तलाशी ली।
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि 29 जून को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की साजिश के सिलसिले में भारत में प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भारतीय राज्य के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए भर्ती करने के संबंध में मामला दर्ज किया गया था।
इस संबंध में, भारत-केंद्रित ऑनलाइन प्रचार पत्रिका ‘द वॉयस ऑफ हिंद’ (वीओएच) मासिक आधार पर प्रकाशित की जाती है ताकि अलगाव और सांप्रदायिक घृणा की भावना पैदा करने के लिए भारत में कल्पित अन्याय की एक विषम कथा पेश करके युवाओं को उकसाया और कट्टरपंथी बनाया जा सके। प्रवक्ता ने कहा।
अपनी नापाक योजना को अंजाम देने के लिए साइबर स्पेस में एक संगठित अभियान शुरू किया गया है जो जमीनी आतंकी वित्तपोषण गतिविधियों के पूरक है।
भारत में ISIS कैडरों के साथ-साथ विभिन्न संघर्ष क्षेत्रों से सक्रिय ISIS आतंकवादियों ने छद्म ऑनलाइन पहचान मानकर एक नेटवर्क बनाया है, जिसमें ISIS से संबंधित प्रचार सामग्री को कट्टर बनाने और सदस्यों की भर्ती के लिए प्रसारित किया जाता है।
रविवार को मामले की तलाशी में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप और हार्ड डिस्क, और आईएसआईएस लोगो वाले टी-शर्ट जैसे डिजिटल उपकरणों की बरामदगी और जब्ती हुई।
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