सलमान खुर्शीद बोले- अफसोस मैंने अंग्रेजी में किताब लिखी: ‘मैंने हिंदुत्व और ISIS को सिमिलर बताया, लोगों की अंग्रेजी कमजोर तो मैं क्या करूं’

संभल/मुरादाबाद19 मिनट पहले

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कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन ऑवर टाइम्स’ पर मचे विवाद पर सफाई दी है। साथ ही उन्होंने भाजपा पर तंज भी कसा है। उत्तर प्रदेश के संभल में उन्होंने कहा कि मैंने हिंदुत्व की तुलना ISIS से नहीं की है।

उन्होंने कहा कि मैंने दोनों को ‘Similar’ बताया है, न कि ‘Same’ कहा है। मैंने यह नहीं लिखा कि हिंदू धर्म बिल्कुल ISIS और बोको हरम की तरह है। न ही मैंने यह लिखा कि हिंदुत्व को मानने वाले भी अरबी बोलते हैं। सलमान खुर्शीद ने कहा कि मुझे अफसोस है कि मैंने इस किताब को अंग्रेजी में लिखा है। लोग (भाजपा वाले) अंग्रेजी में थोड़ा कमजोर लगते हैं। लेकिन मैं कहता हूं कि अगर समझ में नहीं आ रहा, तो अनुवाद करा लें।

सलमान खुर्शीद की किताब विवादों में हैं। भाजपा लगातार उन पर हमलावर है।

सलमान खुर्शीद की किताब विवादों में हैं। भाजपा लगातार उन पर हमलावर है।

सलमान बोले- हिंदू धर्म विश्व शांति की बात करने वाला
सलमान खुर्शीद ने कहा कि किताब पर रोक लगाने की बात करने वालों को शायद संविधान की जानकारी नहीं है। अगर मुझे हिंदू धर्म से कष्ट होता, तो आज कल्कि महोत्सव में शामिल नहीं होता। हिंदू धर्म विश्व शांति की बात करने वाला है। मैं यहां आया हूं और पहली बार नहीं। यहां हर साल आता हूं। मैं मानता हूं कि हिंदू धर्म एक व्यापक, एक हसीन असीम और मन को शांति देने वाला वाला धर्म है। मैं इसमें विश्वास रखता हूं। किसी को मुझसे आपत्ति है, तो इससे भी आपत्ति होगी।

मैंने यह भी कहा है कि ISIS और बोको हराम इस्लाम धर्म का दुरुपयोग करते हैं। लेकिन किसी इस्लामी अनुयायी ने इसका विरोध नहीं किया। किसी ने नहीं कहा कि मैं उनके धर्म की छवि खराब कर रहा हूं। ऐसा लगता है कि कुछ लोग हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे हिंदू धर्म के दुश्मन हैं और डरते हैं कि उनकी सच्चाई सामने आ जाएगी।

सच्चाई पर कोई ताला नहीं लगा सकता
उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है हिंदू धर्म के कुछ दुश्मन बीच में घुस गए हैं। जो इसको प्रदूषित कर रहे हैं। हिंदू धर्म का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं। वह काम करने के लिए जो काम गलत हैं। इसलिए इनको डर है कि इनकी सच्चाई समाज के सामने न आ जाए। किसी किताब में सच्चाई लिखी है, तो उस पर पाबंदी लग जाए। लेकिन सच पर कोई प्रतिबंध या ताले नहीं लगा सकता। सच्चाई हमेशा सामने आती है।

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