गुजरात के नए मुख्यमंत्री: दादा के नाम से लोकप्रिय भूपेंद्र भाई पटेल लो प्रोफाइल रहते हैं, पाटीदार समाज में पकड़ और RSS से करीबी बनी ताकत

अहमदाबाद4 मिनट पहले

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गुजरात के नए मुख्यमंत्री के लिए भाजपा ने रविवार को भूपेंद्र भाई पटेल के नाम पर मुहर लगाई। CM के तौर पर उनका नाम सबके लिए चौंकाने वाला था। इसकी वजह यह है कि पटेल हमेशा लो प्रोफाइल रहते हैं। लेकिन पाटीदार समाज में अच्छी पैठ ने उन्हें इस रेस में सबसे आगे निकाल दिया। वहीं, RSS से लंबे वक्त का जुड़ाव और पार्टी कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क भी उनके पक्ष में गया। वे मोदी-शाह की गुड बुक में भी शामिल माने जाते हैं।

अपने क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं से संपर्क करते हुए भूपेंद्र पटेल।

अपने क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं से संपर्क करते हुए भूपेंद्र पटेल।

केवल 12वीं पास भूपेंद्र पटेल कडवा पाटीदार समाज के नेता हैं। वे राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन के करीबी माने जाते हैं। आनंदीबेन पटेल ने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इसके बाद उनके कहने पर ही घाटलोडिया सीट से पटेल को टिकट दिया गया था। भूपेंद्र पटेल को उनके निर्वाचन क्षेत्र में कार्यकर्ता ‘दादा’ उपनाम से ही पुकारते हैं।

नगर पालिका अध्यक्ष से मुख्यमंत्री तक का सफर

  • भूपेंद्रभाई 1999 से 2000 और 2004 से 2005 तक मेमनगर नगरपालिका के चेयरमैन रहे।
  • वे 2010 से 2015 तक अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन रहे।
  • 2015-17 के दौरान अहमदाबाद अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (ओडा) के चेयरमैन रहे।
  • 2017 में पहली बार घाटलोडिया सीट से विधायक बने। उन्होंने 1 लाख से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी।

12वीं तक स्कूली शिक्षा, इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
15 जुलाई 1962 को जन्मे भूपेंद्र पटेल ने 12वीं तक स्कूली शिक्षा हासिल की है। वे डिप्लोमा इंजीनियर भी हैं। बिजनेसमैन और बिल्डर भूपेंद्र पटेल शिलज रोड के पास आर्यमन रेसिडेंसी में रहते हैं। ओडा के अध्यक्ष के रूप में एसपी रिंग रोड से सटे इलाकों में उल्लेखनीय कार्य किए। ओडा के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने एसपी रिंग रोड से सटे इलाकों में उल्लेखनीय कार्य किए।

पहली बार विधायक बने और पार्टी ने CM बना दिया
भूपेंद्र पटेल कडवा पाटीदार समाज के नेता हैं। वे राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन के करीबी माने जाते हैं। पटेल ने 2017 के विधानसभा चुनाव में अहमदाबाद जिले की घाटलोडिया सीट से रिकॉर्ड 1.17 लाख वोट से जीत दर्ज की थी। उन्हें 1.75 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के शशिकांत पटेल को 57,902 वोट ही मिले थे।

आनंदीबेन के कहने पर विधायक का टिकट मिला था
गुजरात की मुख्यमंत्री रहीं आनंदीबेन पटेल ने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इसके बाद उनके कहने पर ही घाटलोडिया सीट से भूपेंद्र पटेल को टिकट दिया गया था। 2017 में विधानसभा चुनाव के समय दायर हलफनामे के अनुसार उनके पास 5.20 करोड़ रुपए की संपत्ति है। पटेल के पास एक आई-20 कार और एक एक्टिवा टू-व्हीलर भी है।

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