अनंतनाग में सेना-आतंकियों के बीच एनकाउंटर: सुरक्षाबलों ने ड्रोन की मदद ली; कल एनकाउंटर में कर्नल-मेजर और DSP शहीद हुए थे

अनंतनाग/राजौरी15 मिनट पहलेलेखक: रउफ डार/वैभव पलनीटकर

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जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने गुरुवार को शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह और शहीद मेजर आशीष धौंचक को श्रद्धांजलि दी।

कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों का एनकाउंटर गुरुवार यानी 14 सितंबर को भी जारी रहा। पूरे दिन गोलीबारी की आवाजें सुनाई देती रहीं। बीच-बीच में धमाकों की आवाजें भी सुनाई दीं। पूरे इलाके पर नजर रखने के लिए सुरक्षा बलों ने क्वाडकॉप्टर (छोटे हेलिकॉप्टर), हमला करने में सक्षम हेरॉन और ड्रोन की मदद ली।

सेना के अफसर ने बताया कि अंधेरा होने पर ऑपरेशन रोक दिया गया। शुक्रवार सुबह ऑपरेशन फिर शुरू होगा। माना जा रहा है कि आतंकवादी गडोले के जंगल में पहाड़ की एक प्राकृतिक गुफा में छिपे हुए हैं। सेना और पुलिस कर्मियों ने इलाके की चारों ओर से कड़ी घेराबंदी कर रखी है।

चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और राष्ट्रीय राइफल्स के विक्टर फोर्स कमांडर मेजर जनरल बलबीर सिंह ने ऑपरेशन में सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए मुठभेड़ स्थल का दौरा किया। अनंतनाग जिले के गडोले जंगल में 3 से 4 आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सेना और पुलिस ने मंगलवार शाम जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया था। रात होने पर ऑपरेशन रोक दिया गया था।

बुधवार सुबह जब दोबारा तलाश शुरू की गई, तो आतंकियों ने घने जंगल में घात लगाकर हमला किया। उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट और एक जवान शहीद हो गए। एक अन्य जवान लापता है।

कर्नल मनप्रीत मोहाली के, मेजर आशीष पानीपत और डीएसपी भट कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित रेजिस्टेंट फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

कर्नल मनप्रीत मोहाली के, मेजर आशीष पानीपत और डीएसपी भट कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित रेजिस्टेंट फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

ये तस्वीरें कोकेरनाग के एनकाउंटर स्पॉट की हैं। सेना ने आतंकियों की लोकेशन का पता लगाने के लिए ड्रोन की मदद ली। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर रखा है।

ये तस्वीरें कोकेरनाग के एनकाउंटर स्पॉट की हैं। सेना ने आतंकियों की लोकेशन का पता लगाने के लिए ड्रोन की मदद ली। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर रखा है।

ये तस्वीरें कोकेरनाग में चल रहे एनकाउंटर स्पॉट की हैं। यहां एनकाउंटर गुरुवार को भी जारी रहा।

ये तस्वीरें कोकेरनाग में चल रहे एनकाउंटर स्पॉट की हैं। यहां एनकाउंटर गुरुवार को भी जारी रहा।

बुधवार को राजौरी मुठभेड़ में शहीद हुए राइफलमैन रवि कुमार का पार्थिव शरीर जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ स्थित उनके घर लाया गया। यहां सेना के अफसरों ने श्रद्धांजलि दी।

बुधवार को राजौरी मुठभेड़ में शहीद हुए राइफलमैन रवि कुमार का पार्थिव शरीर जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ स्थित उनके घर लाया गया। यहां सेना के अफसरों ने श्रद्धांजलि दी।

अनंतनाग एनकाउंटर से जुड़े अपडेट्स

  • अनंतनाग एनकाउंटर में शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक के पार्थिव शरीर श्रीनगर में सेना के 92 बेस अस्पताल लाए गए। यहां अफसरों ने श्रद्धांजिल दी। इसके बाद पार्थिव शरीर उनके घरों को भेज दिए गए।
  • कोकेरनाग शहर पूरी तरह बंद रहा। लोगों ने काले झंडे लगाकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का विरोध जताया।
  • पुलिस के मुताबिक अनंतनाग में लश्कर के 2-3 आतंकी छिपे हैं, जिन्हें सेना ने घेर लिया है। इनमें से एक नागम कोकरनाग का रहने वाला उजैर खान है। जो पिछले साल जुलाई में लश्कर से जुड़ा था।
  • केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा- जब तक पाकिस्तान को अलग-थलग नहीं करेंगे, वे सोचेंगे कि सब नॉर्मल है। बॉलीवुड वाले आ जाएंगे, क्रिकेट खेलने वाले आ जाएंगे। अगर उस पर दबाव डालना है तो उसे अलग-थलग करना होगा।
  • नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला बोले- सरकार रोज चिल्लाती है, आतंकवाद खत्म हो गया। अब मुझे बताओ, क्या वाकई खत्म हो गया? शांति लड़ाई से हासिल नहीं की जा सकती, यह बातचीत से ही आ सकती है।
  • जम्मू में जगह-जगह लोगों ने पाकिस्तान के विरोध में प्रदर्शन किए। पनुन कश्मीर और ईक सनातम भारत दल (ईएसबीडी) ने सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में पुलिस बल ने शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि दी।

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में पुलिस बल ने शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि दी।

किश्तवाड़ पुलिस थाने के हर जवान ने शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि दी।

किश्तवाड़ पुलिस थाने के हर जवान ने शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि दी।

कुलगाम में भी इन्हीं आतंकियों ने सेना को निशाना बनाया था
अफसरों का मानना है कि ये वही आतंकी हैं, जिनसे 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए थे। कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे।

शहीद DSP हुमायूं भट त्राल के रहने वाले थे, पिछ्ले साल शादी हुई थी
DSP हुमायूं भट को बुधवार रात बडगाम जिले में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और DGP दिलबाग सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। हुमायूं दक्षिण कश्मीर के त्राल के रहने वाले थे। उनकी पिछले साल ही शादी हुई थी। उनका 2 महीने का बेटा है।

शहीद DSP के अंतिम संस्कार की तस्वीरें…

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि दी।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि दी।

शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि देते उनके पिता अब्दुल गनी भट। अब्दुल गनी पुलिस में DIG पद से रिटायर हुए हैं।

शहीद DSP हुमायूं भट को श्रद्धांजलि देते उनके पिता अब्दुल गनी भट। अब्दुल गनी पुलिस में DIG पद से रिटायर हुए हैं।

DGP दिलबाग सिंह ने शहीद DSP हुमायूं भट के जनाजे को कंधा दिया।

DGP दिलबाग सिंह ने शहीद DSP हुमायूं भट के जनाजे को कंधा दिया।

DSP हुमायूं भट की शहादत की खबर मिलने पर उनके परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

DSP हुमायूं भट की शहादत की खबर मिलने पर उनके परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

3 दिन पहले चाचा से कहा था- बेटी के बर्थडे पर करेंगे गृह प्रवेश
शहीद मेजर आशीष धौंचक हरियाणा के पानीपत जिले के रहने वाले थे। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार दोपहर बाद पैतृक गांव बिंझौल लाए जाने की संभावना है। तीन बहनों के इकलौते भाई के शहीद होने पर गांव में मातम पसरा है। आशीष के पिता लालचंद NFL से रिटायरमेंट के बाद सेक्टर-7 में किराए के मकान में रहते हैं।

आशीष 6 महीने पहले अपने साले की शादी में छुट्टी लेकर घर आए थे। आशीष के चाचा ने बताया कि उनकी 3 दिन पहले ही आशीष से फोन पर बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा था कि वे 13 अक्टूबर को बेटी के बर्थडे पर पानीपत आएंगे और नए मकान में गृह प्रवेश करेंगे। पढ़ें पूरी खबर…

कर्नल मनप्रीत के पिता भी सेना में थे, आखिरी बार बहनोई से बात हुई थी

यह तस्वीर शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह की है।

यह तस्वीर शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह की है।

न्यू चंडीगढ़ के गांव भड़ोजिया के रहने वाले कर्नल मनप्रीत सिंह के पिता स्वर्गीय लखबीर सिंह भी आर्मी में सैनिक थे। शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह को 2 साल पहले सेना ने सेना पुरस्कार से सम्मानित किया था। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार शाम 4 बजे तक आने की उम्मीद है। अगर देर होती है, तो मनप्रीत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को होगा।

कर्नल मनप्रीत सिंह शादीशुदा थे। उनके दो भाई और एक बहन है। कर्नल के परिवार में एक 7 साल का बेटा कबीर सिंह और ढाई साल की बेटी बानी है। मनप्रीत के बहनोई वीरेंद्र गिल ने कहा कि उनसे आखिरी बार सुबह 6:45 बजे बात हुई थी। तब उन्होंने कहा था कि वह बाद में बात करेंगे। पिछले साल, उन्हें सेना मेडल से मिला था। पढ़ें पूरी खबर…

राजौरी एनकाउंटर साइट से बरामद हथियार और गोलियां।

राजौरी एनकाउंटर साइट से बरामद हथियार और गोलियां।

PAK घाटी की शांति भंग कर रहा- नॉर्दर्न आर्मी कमांडर
नॉर्थ टेक सिंपोजियम 2023​ कार्यक्रम के दौरान​​ नॉर्दर्न आर्मी कमांडर उपेंद्र द्विवेदी ने एनकाउंटर को लेकर कहा कि पाकिस्तान एक बार फिर क्षेत्र में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा- पाकिस्तान घाटी में शांति भंग करने के लिए सीमा पार से कट्टरपंथी बंदूकधारियों को भेजने की कोशिश कर रहा है। हालांकि हम पाकिस्तान को उसके नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे।

वहीं, राजौरी में सोमवार (11 सितंबर) की रात को शुरू हुए एनकांउटर में सेना ने 2 आतंकी मार गिराए, जबकि राइफलमैन रवि कुमार शहीद हो गए थे। ये मुठभेड़ बुधवार रात खत्म हुई थी।

11 सितंबर की शाम को पतराडा के जंगली इलाके में तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया गया था।

11 सितंबर की शाम को पतराडा के जंगली इलाके में तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया गया था।

राजौरी एनकाउंटर साइट से बरामद हुईं AK-47 और गोलियां
राजौरी में भी मंगलवार (12 सितंबर) को एनकाउंटर के दौरान एक जवान की मौत हो गई थी और दो आतंकी मारे गए थे। यहां सर्चिंग के दौरान एक आर्मी डॉग की भी मौत हो गई। उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी। राजौरी में एनकाउंटर खत्म हो गया है।

एनकाउंटर साइट से दो AK-47, 7 मैग्जीन, 2 बुलेट प्रूफ जैकेट और करीब तीन दर्जन कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अलावा पाकिस्तान में बनी दवाएं भी रिकवर हुई हैं। यहां शहीद हुए आर्मी डॉग का नाम केंट था। आतंकियों की तलाश के दौरान डॉग अपने हैंडलर के आगे चल रहा था तभी उसे गोली लगी और उसकी मौत हो गई।

कश्मीर में इस साल अब तक 40 आतंकी ढेर
कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें इतने बड़े अफसरों की शहादत हुई है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे। इस साल जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर में 40 आतंकी मारे गए हैं। इनमें 8 ही स्थानीय थे और बाकी सभी विदेशी थे।

9 अगस्त को पकड़े गए थे 6 आतंकी
कश्मीर पुलिस और इंडियन आर्मी ने जॉइंट ऑपरेशन के दौरान 15 अगस्त से पहले 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से गोला-बारूद और हथियार बरामद किए गए थे। पहला मामला 9 अगस्त की रात का है, जहां कोकेरनाग के एथलान गडोले में तीन आतंकी पकड़े गए। मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान समेत 3 लोग घायल हुए।

दूसरा मामला बारामुला के उरी का है, जहां सुरक्षाकर्मियों ने लश्कर के 3 आतंकी पकड़े। इनके खिलाफ UAPA और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें…

सुरक्षाकर्मियों ने लश्कर आतंकियों के 3 सहयोगियों को गिरफ्तार किया था।

सुरक्षाकर्मियों ने लश्कर आतंकियों के 3 सहयोगियों को गिरफ्तार किया था।

6 अगस्त को तीन आतंकी मारे गए थे
6 अगस्त को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में LoC के पास दो आतंकियों को मार गिराया था। ये आतंकी LoC के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इसी दिन शाम को भी घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक अन्य आतंकवादी को मार गिराया गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें…

यह विजुअल सेना की ओर से जारी किया गया था। इसमें पुंछ में LoC के पास घुसपैठ की कोशिश करते आतंकी दिख रहे हैं।

यह विजुअल सेना की ओर से जारी किया गया था। इसमें पुंछ में LoC के पास घुसपैठ की कोशिश करते आतंकी दिख रहे हैं।

4 अगस्त को कुलगाम में तीन जवान शहीद हुए थे
4 अगस्त को कुलगाम के हलान जंगल में आतंकियों ने सेना के टेंट पर फायरिंग की थी। इसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हुई, जो देर रात तक जारी रही। इस घटना में 3 जवान घायल हो गए थे। तीनों को श्रीनगर के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान देर रात तीनों की मौत हो गई थी। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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अनंतनाग के शहीद अफसरों के घर से रिपोर्ट:कर्नल मनप्रीत की मां शहादत से बेखबर; मेजर आशीष की मां बोली- बेटे को सैल्यूट करूंगी

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार को आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह चंडीगढ़ और मेजर आशीष धौंचक पानीपत के रहने वाले थे। शहादत की खबर मिलने के बाद दोनों ही अफसरों के घर मातम है। कर्नल मनप्रीत की मां को अभी बेटे के शहीद होने की खबर नहीं दी गई है। पढ़ें पूरी खबर…

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