'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- उद्घोष, जिसका अर्थ है- घोष या घोषणा। प्रस्तुत है अटल बिहारी वाजपेयी की कविता- न दैन्यं न पलायनम्कर्तव्य के पुनीत पथ को
हमने स्वेद से सींचा है,
कभी-कभी अपने अश्रु और—
प्राणों का अर्ध्य भी दिया है।किंतु, अपनी ध्येय-यात्रा में—
हम कभी रुके नहीं हैं।
किसी चुनौती के सम्मुख
कभी झुके नहीं हैं।आज,
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जब कि राष्ट्र-जीवन की
समस्त निधियाँ,
दाँव पर लगी हैं,
और,
एक घनीभूत अंधेरा—
हमारे जीवन के
सारे आलोक को
निगल लेना चाहता है;
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