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- सीडीएस जनरल बिपिन रावत हेलिकॉप्टर दुर्घटना में सवार सेना कर्मियों की सूची
नई दिल्ली5 मिनट पहले
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। उनके साथ पत्नी मधुलिका के अलावा सेना के 13 जवान और अधिकारी सवार थे। हादसे में मरने वालों में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे। हेलिकॉप्टर क्रैश में अकेले बचने वाले शख्स हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।
जनरल रावत CDS बनने से पहले सेना प्रमुख के अलावा कई अन्य अहम पदों पर रहे। 2015 के म्यांमार काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशन और 2016 में उरी हमले के बाद की गई सर्जिकल स्ट्राइक उनके दो चौंकाने वाले ऑपरेशन रहे।
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नायक गुरसेवक सिंह पंजाब के तरनतारन जिले के दोदे गांव के रहने वाले थे। गुरसेवक सिंह आर्मी की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट में तैनात थे।
जवान जितेंद्र कुमार मध्यप्रदेश के सीहोर में धामंदा गांव के रहने वाले थे। वह 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। उनकी मां बीमार हैं, इसलिए उन्हें बेटे के मरने की सूचना अब तक नहीं दी गइ है।
पृथ्वी सिंह चौहान आगरा के रहने वाले थे। 2000 में उनकी वायुसेना में ज्वाइनिंग हुई थी। वर्तमान में वो कोयंबटूर के पास एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात थे। वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बड़ी बहनें थीं।
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ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के डिफेंस असिसटेंट थे। वे पंचकुला के रहने वाले थे और सेना मेडल व विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजे गए थे।
चार मृतक सैनिकों के बारे में जानकारी नहीं
हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, हवलदार सतपाल से जुड़ी अन्य जानकारी फिलहाल नहीं मिली है। मिलते ही अपडेट की जाएगी।
हादसे में जान गंवाने वाले 3 सैन्य अफसरों की तस्वीरों की पुष्टि नहीं हाे पाई है।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से जख्मी
UP के देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस हादसे में अकेले जीवित बचे हैं। उनका वेलिंग्टन में आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वे तमिलनाडु के वेलिंग्टन में तैनात हैं। अगस्त में उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
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