24 घंटे में कोरोना के 628 नए केस: देशभर में एक्टिव केस 4 हजार के पार, JN.1 वैरिएंट के 63 मामले; महाराष्ट्र के मंत्री भी पॉजिटिव

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नई दिल्ली4 मिनट पहले

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कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 का असर बढ़ता जा रहा है। देश में 24 घंटे में नए वैरिएंट के 63 मामले मिले हैं।

देशभर में 24 घंटे में कोरोना के 628 मामले सामने आए हैं। एक्टिव केस की संख्या 4 हजार 52 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, नए वैरिएंट के देश में 63 मामले मिले हैं। गोवा में 34, महाराष्ट्र में 9 और कर्नाटक में 8 मामले नए वैरिएंट के हैं। 24 घंटे में 315 लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं।

कोरोना का सबसे ज्यादा असर केरल में देखने को मिल रहा है। 24 घंटे में 376 मामले और एक मरीज की मौत हुई है, इनमें 6 केस नए वैरिएंट के हैं। राज्य में पिछले 5 दिन में 8 मरीजों ने दम तोड़ा है।

केरल के बाद कोरोना का सबसे ज्यादा असर कर्नाटक और महाराष्ट्र मे हैं। कर्नाटक में 24 घंटे में 106 केस और महाराष्ट्र में 50 मामले सामने आए है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे भी कोरोना पॉजिटव हो गए हैं।

धनंजय मुंडे के मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि नागपुर में विधानसभा सत्र के दौरान 20 दिसंबर को ही वे पॉजिटिव हो गए थे। 21 दिसंबर को वे अपने घर लौट गए और आइसोलेट हो गए। उन्हें फिलहाल कोई लक्षण नहीं हैं। वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और मीटिंग भी करने लगे हैं।

महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार ने कहा- महाराष्ट्र में कोरोना को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। राज्य में कोरोना की स्थिति पर अधिकारी नजर बनाए हुए हैं।

नए वैरिएंट को लेकर सतर्क रहने की जरूरत
नए वैरिएंट को लेकर ICMR की पूर्व महानिदेशक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने सतर्क रहने को कहा है। समाचार एजेंसी ANI से उन्होंने कहा- हमें चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमारे पास JN.1 का कोई डेटा नहीं है, जिससे पता चल सके कि यह वैरिएंट खतरनाक है या नहीं।

41 देशों में फैला JN.1 वैरिएंट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना का नया JN.1 वैरिएंट अब तक 41 देशों में फैल चुका है। फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, कनाडा और स्वीडन में JN.1 के मामले सबसे ज्यादा हैं। भारत में 22 दिसंबर तक नए वैरिएंट के 23 मामले मिले हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सभी केसेज हल्के लक्षण के हैं।

WHO ने JN.1 को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ में शामिल किया है। WHO ने बताया कि अभी तक का विश्लेषण कहता है कि मौजूदा वैक्सीन JN.1 वैरिएंट पर पूरी तरह से कारगर है। इससे लोगों को ज्यादा खतरा नहीं है।

हालांकि WHO ने सावधानी के तौर पर एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों को भीड़ वाले, बंद या दूषित हवा वाले इलाकों में मास्क पहनने की सलाह दी गई है। साथ ही आवश्यक दूरी बनाने को भी कहा गया है।

भारत में कहां से आया JN.1 वैरिएंट ?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल के मुताबिक 8 दिसंबर को केरल के तिरुवनंतपुरम में सबसे पहला JN.1 वैरिएंट सामने आया था। 79 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। महिला में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के हल्के लक्षण थे। हालांकि बाद में वह ठीक हो गई।

कोविड के सब-वैरिएंट JN.1 की पहचान पहली बार यूरोपीय देश लक्जमबर्ग में हुई। यहां से यह तमाम देशों में फैलना शुरू हो गया। यह सब-वैरिएंट पिरोलो वैरिएंट (बीए.2.86) से जुड़ा हुआ है। इसे इंसानी शरीर की इम्यूनिटी के खिलाफ खतरनाक बताया जा रहा है। यही वजह है कि नए सब-वैरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

अमेरिका में 8 दिसंबर को मिला था JN.1 का पहला मरीज
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कहा था कि 8 दिसंबर तक अमेरिका में सब वैरिएंट JN.1 अनुमानित 15% से 29% कोविड केस के लिए जिम्मेदार है। सितंबर में पहली बार JN.1 का मरीज सामने आया था।

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