16 जिलों में बाढ़, 400 से ज्यादा गांव डूबे: प्रयागराज में एक लाख की आबादी प्रभावित, गलियों में भी भरा पानी, वाराणसी में 10 हजार लोग परेशान; बाढ़ ग्रस्त इलाकों का सीएम करेंगे हवाई दौरा

  • हिंदी समाचार
  • स्थानीय
  • Uttar pradesh
  • उत्तर प्रदेश में बाढ़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के हवाई दौरे के लिए औरैया और इटावा का दौरा

लखनऊ5 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

लगातार बारिश के चलते यूपी के 17 जिलों में बाढ़ अपना रौद्र रूप दिखा रही है। 400 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में है। बुंदेलखंड के जालौन और हमीरपुर में हालात ज्यादा खराब हैं। तकरीबन 70 गांव जालौन के और हमीरपुर के 60 से ज्यादा गांव बाढ़ में डूब गए हैं। बीते दिनों बाढ़ग्रस्त इलाकों का जलशक्ति मंत्री ने दौरा किया था। उनकी रिपोर्ट के बाद सीएम योगी आज इटावा और औरैया का हवाई दौरा कर बाढ़ का जायजा लेंगे। इधर वाराणसी में गंगा और वरुणा की वजह से 10 हजार की आबादी और प्रयागराज में 1 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है।

बाढ़ ने वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, औरैया, बलिया, बहराइच, बांदा, हमीरपुर, चंदौली, इटावा, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कौशांबी, गोरखपुर, जालौन और चित्रकूट जिलों को प्रभावित किया है। यहां गंगा, घाघरा, चंबल, यमुना, बेतवा जैसी नदियां अपना रौद्र रूप दिखा रही है।

इटावा-औरैया में चंबल नदी का खौफ, सीएम लेंगे जायजा

जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की रिपोर्ट के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ आज इटावा और औरैया का हवाई सर्वे करेंगे। वह दोपहर ढाई बजे के करीब औरैया के गेल दिबियापुर पहुंचेंगे। जहां से वह ककोर जायेंगे। यहां जिला प्रशासन अधिकारीयों के साथ बैठकर बाढ़ग्रस्त इलाकों की समीक्षा करेंगे। इसके बाद शाम 4 बजे वह इटावा का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। साथ ही राहत सामग्री कार्यों की समीक्षा करेंगे।

इटावा में 60 गांव तो औरैया में 40 गांव बाढ़ से प्रभावित

इटावा में चंबल नदी रविवार रात तक 1 मीटर बढ़ गयी। इस समय चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिसकी वजह से लगभग 60 से ज्यादा गांव बाढ़ प्रभावित हो गए हैं। यही नहीं यहां यमुना का पानी भी खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के स्थल प्रभारी प्रेम कमल के मुताबिक यमुना का जलस्तर रविवार सुबह 121.72 मीटर पर यमुना का जलस्तर था। जोकि रविवार देर रात 121.79 मीटर पहुंच गया। दरअसल, चंबल नदी में बढे पानी की वजह से यमुना का भी जलस्तर बढ़ गया है। वहीँ औरैया में भी नदी किनारे बसे लगभग 40 गांव बाढ़ से ग्रस्त हैं। इनका मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ राहत कार्यों में जुटी हुई है।

इटावा में चंबल नदी रविवार रात तक 1 मीटर बढ़ गयी।

इटावा में चंबल नदी रविवार रात तक 1 मीटर बढ़ गयी।

वाराणसी: 10 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित

मोक्षदायिनी गंगा वाराणसी में अब विध्वंसकारी रूप में नजर आ रही हैं। सोमवार की सुबह 8 बजे गंगा वाराणसी में खतरे के निशान 71.262 मीटर से 12 सेंटीमीटर ऊपर 71.38 मीटर पर बह रही थीं। गंगा के पलट प्रवाह की वजह से वरुणा भी तेजी से उफनाई हैं। वाराणसी में इन दोनों नदियों में आई बाढ़ की वजह से तटवर्ती इलाकों में रहने वाले हजारों लोग मुश्किलों में घिर गए हैं। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जिले की लगभग 10 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है। गांव, ब्लॉक, तहसील और जिला स्तर के सभी अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों की समस्याएं गंभीरता से सुनने और तत्काल समाधान कराने का निर्देश दिया गया है।

वाराणसी में 10 हजार की आबादी प्रभावित है।

वाराणसी में 10 हजार की आबादी प्रभावित है।

प्रयागराज: बाढ़ प्रभावित इलाकों में न बिजली न पानी

यूपी की संगम नगरी बाढ़ की चपेट में है। शहरी क्षेत्र के दो दर्जन से ज्यादा मोहल्लों की गलियों में वाहनों की जगह नाव चलने लगी हैं। ग्रामीण इलाके भी इससे अछूते नहीं हैं। संगम के तट पर बसे मोहल्लों में आफर वाली बाढ़ आई हुई है। सोमवार को भी गंगा यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता रहा है। इन इलाकों में प्रशासन के लोग घूम तो रहे हैं लेकिन मूलभूत जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। बीते कई दिनों से इलाके में लाईट और पानी की समस्या बनी हुई है। यहां करीब शहरी और ग्रामीण इलाकों में 1 लाख की आबादी प्रभावित बताई जा रही है।

प्रयागराज में 1 लाख की आबादी बाढ़ से त्रस्त है।

प्रयागराज में 1 लाख की आबादी बाढ़ से त्रस्त है।

हमीरपुर: नदी में डूब गया 12वीं का छात्र, युवक को जहरीले कीड़े ने काटा

हमीरपुर में बीते तीन दिन से बाढ़ ने हाहाकार मचाया हुआ है। यहां हालात सुधरने के बजाये और बिगड़ रहे हैं। यमुना खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर बह रही है। जबकि बेतवा खतरे के निशान से सवा दो मीटर ऊपर है। जिसकी वजह से दो दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। जिसमें से 8 गांव यमुना से तो वहीं 16 गांव बेतवा की वजह से प्रभावित हैं। वहीँ मुख्यालय में भी आधा दर्जन से अधिक मुहल्लों में पानी घुस गया है। कुछ इलाके तो खाली करने पड़े हैं। लोगों ने नेशनल हाइवे के किनारे डेरा डाल लिया है।

हमीरपुर में सुमेरपुर थानाक्षेत्र के ग्राम कैथी में उफना रही चंद्रावल नदी में दोस्तों के साथ नहाने गया 12वीं का छात्र डूब गया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष ग्रामीणों एवं गोताखोरों की मदद से छात्र की तलाश में जुटे हुए है। पांच घंटे की मशक्कत के बाद छात्र के शव को नदी से बरामद कर लिया गया है। उपेंद्र का शव घटना स्थल से कुछ ही दूर नदी से बरामद कर लिया गया। शव नदी के अंदर मिट्टी में फंस गया था। उपेंद्र क्षेत्र के ग्राम मुंडेरा में संचालित मौनी बाबा बीरभूमि इण्टर कॉलेज का छात्र था। वहीं बेरी गांव में भैंस को हांकने गए एक शख्स को जहरीले कीड़े ने काट लिया। इलाज के लिए अस्पताल लाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ के हालात में हम सब ऐसी विभीषिका को झेलते रहते हैं।

हमीरपुर मुख्यालय में भी आधा दर्जन से अधिक मुहल्लों में पानी घुस गया है। कुछ इलाके तो खाली करने पड़े हैं।

हमीरपुर मुख्यालय में भी आधा दर्जन से अधिक मुहल्लों में पानी घुस गया है। कुछ इलाके तो खाली करने पड़े हैं।

चित्रकूट: हाइवे तक पहुंचा पानी

यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण राजापुर तिरहार क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। सरधुआ के समीप राजापुर कमसिन हाइवे बाढ़ के कारण ठप्प हो गया है। स्थानीय प्रशासन की व्यवस्थाएं नाकाफी हो रही है। इलाके के अर्की ,अतरौली , नैनी बिहरवा, गुरगौला, धौरहरा, देवारी और बकटा जैसे दर्जनों बाढ़ से घिरे हैं। ग्रामीण नावों में बैठकर अपनी रोजमर्रा जरूरतों की चीजों की व्यवस्था में लगे हुए हैं।

ग्रामीण नावों में बैठकर अपनी रोजमर्रा जरूरतों की चीजों की व्यवस्था में लगे हुए हैं।

ग्रामीण नावों में बैठकर अपनी रोजमर्रा जरूरतों की चीजों की व्यवस्था में लगे हुए हैं।

कौशांबी: खतरे के निशान के पार यमुना, प्रशासन करा रही है मुनादी

यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। हालत यह है कि चायल तहसील के आधा दर्जन गांव का संपर्क मुख्यालय मार्ग से टूट गया है। यमुना के जल स्तर को देखकर तराई क्षेत्र में बसे दर्जन भर गांव के लोग चिंतित हैं। गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। राजस्थान के धौलपुर बैराज से 18 लाख क्यूसेक पानी बुधवार को यमुना में छोड़ा गया, जिसका असर अब जिले में दिख रहा है। पिछले तीन दिनों से जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। यमुना में अचानक छोड़े गए पानी से बड़े जलस्तर से कछार में बोई गई किसानों की सैकड़ो बीघे की फसल बर्बाद हो गयी है।

गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

खबरें और भी हैं…

.

Leave a Reply