15 साल की बच्ची का रेप हुआ…अब मां बनने वाली: एक आदमी ने रेप किया, दो ने गलत जगह छुआ; अब पेट में 7 महीने का बच्चा है

उन्नाव10 मिनट पहलेलेखक: रक्षा सिंह

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उन्नाव की रहने वाली 15 साल की एक बच्ची। जिसके पेट में एक 7 महीने का बच्चा है। क्यों? क्योंकि 13 मार्च को वो गांव के स्कूल के पास नौटंकी देखने गई थी। बाथरूम के लिए स्कूल के पीछे गई, तो वहां 3 लोगों ने उसे पकड़ लिया। उसे घसीटकर सुनसान जगह पर ले गए। उसका रेप किया। घटना के 7 महीने बीत गए। घरवालों को पता चला कि अब बच्ची प्रेग्नेंट है।

क्या है उसकी पूरी कहानी? उन 7 महीनों में उसके साथ क्या-क्या हुआ? यह सब जानने के लिए हमने पीड़िता से मुलाकात की। चलिए, पीड़िता की पूरी कहानी पन्ने दर पन्ने जानते हैं…

7 साल की थी जब मां की मौत हो गई, घर में एक भाई-बहन और पिता हैं
पीड़िता से मुलाकात करने के लिए हम उन्नाव के जिला अस्पताल पहुंचे। वो वहां अपने पिता के साथ प्रेग्नेंसी से जुड़ा चेकअप कराने आई थी। हाथ में रिपोर्ट्स की मोटी सी फाइल लिए, औसत कद काठी और सफेद सूट पर लाल दुपट्टा ओढ़े हुए वो बच्ची हमारे पास आती है। उसे देखकर मन में ख्याल आया कि यह वही 15 साल की बच्ची है, जो कुछ दिनों में मां बनने वाली है।

जब हमने पीड़िता से बात करना शुरू की, तो उसने सबसे पहले अपनी मृत मां का जिक्र किया। उसने बताया कि साल 2015 की बात है। मेरी उम्र करीब 7 साल रही होगी। मैं अपने भाई, बहन के साथ घर के कमरे में खेल रही थी। मां बाहर काम कर रहीं थीं। जब हम खेलकर मां के पास गए तो देखा वो लेटी हुई हैं। आमतौर पर वो दिन में आराम नहीं करती थीं।

पीड़िता ने भास्कर रिपोर्टर को बताया कि आठ साल पहले उसकी मां की मृत्यु हो गई थी। तब से वही अपने छोटे भाई-बहन का पालन-पोषण करती है।

पीड़िता ने भास्कर रिपोर्टर को बताया कि आठ साल पहले उसकी मां की मृत्यु हो गई थी। तब से वही अपने छोटे भाई-बहन का पालन-पोषण करती है।

हमें भूख लगी थी, तो हमने आवाज लगाई। लेकिन मां कुछ नहीं बोलीं। मां बेहोशी की हालत में थी। पापा घर के करीब 40 किलोमीटर दूर कानपुर में काम करते थे। हमने गांव के लोगों को बताया तो उन्होंने पापा तो घर बुला लिया। पापा आए। लेकिन मां हमें हमेशा के लिए छोड़कर चली गई। वो काफी लम्बे वक्त से बीमार थीं।

पत्नी की मौत के बाद काम पर वापस नहीं लौट पाया
पीड़िता के पिता बताते हैं कि मैं कानपुर में प्राइवेट जॉब करता था और घर चलाने भर के पैसे कमा लेता था। लेकिन पत्नी की मौत के बाद मैं काम पर नहीं जा पाया। मेरे तीन बच्चे हैं और उनकी देखभाल करने के लिए मेरे अलावा और कोई नहीं था। इसलिए मैंने गांव में ही खेती करना शुरू कर दिया।

मैं खेती करके जैसे-तैसे बच्चों को पाल रहा था। कई गांव वालों ने बच्चों के लिए मुझे दूसरी शादी करने को भी कहा। लेकिन मैंने मना कर दिया। मुझे लगा पता नहीं जो दूसरी महिला आएगी वो मेरे बच्चों को मां का प्यार दे पाएगी कि नहीं।

बड़ी बेटी नौटंकी देखने गई थी, लड़के उठा ले गए
पीड़िता की मां को गुजरे 8 साल हो चुके थे। सब लोगों ने उनके बिना रहना सीख लिया था। पीड़िता अपने भाई-बहन से बड़ी थी, इसलिए घर की ज्यादा जिम्मेदारियां उसी के कंधों पर थीं। वो घर का खाना बनाती, भाई-बहन का ख्याल रखती साथ ही स्कूल भी जाती थी। एक दिन स्कूल के पास नौटंकी का प्रोग्राम होने वाला था। पीड़िता की सब दोस्त उसे देखने जा रहीं थीं। उसका भी मन हुआ।

पीड़िता ने पिता से पूछा। उन्होंने जाने के लिए हामी भर दी। नौटंकी घर के करीब 800 मीटर दूर गांव में ही थी। पीड़िता पहले भी कई बार वहां नौटंकी देखने जा चुकी थी। वहां उसकी कई सहेलियां भी आने वाली थीं। पीड़िता वहां गई लेकिन दो घंटे तक घर नहीं लौटी। पिता थोड़ा परेशान हुए, लेकिन उन्हें लगा कि नौटंकी का प्रोग्राम देर तक चलता है, बेटी देख रही होगी।

वहीं इधर पीड़िता नौटंकी देख रही थी। बीच में ही उठकर पास के स्कूल के पीछे बाथरूम गई। बाथरूम के बाद लौट ही रही थी कि गांव के ही 3 लोगों ने उसे पकड़ लिया। उसका मुंह दबाया, हाथ, पैर पकड़े और घसीटकर सुनसान जगह पर ले गए। पीड़िता छटपटाती रही, लेकिन उन लोगों ने उसे नहीं छोड़ा।

बच्ची का रेप किया, बताने पर पिता को मार डालने की धमकी दी

पीड़िता बताती है कि उन लोगों ने मुझे सुनसान जगह पर ले जाकर पटक दिया। वहां तीन लोग थे। एक ने मेरे हाथ पकड़े थे, दूसरा कभी आस-पास आने जाने वालों पर नजर रखता तो कभी मुझे देखने लगता। और तीसरे ने मेरे साथ गंदा काम किया। मेरे शरीर के निचले हिस्से में असहनीय दर्द हो रहा था। खून निकल रहा था।

पीड़िता बताती है कि उन्होंने बोला कि अगर मैंने ये बात घर में किसी को बताई तो वो मेरे पिता को मार डालेंगे। इतना बोलकर वो तीनों वहां से चले गए। मैंने जैसे-तैसे होश संभाला। वहां से उठी। कपड़े पहने और घर की तरफ चलने लगी।

बड़ी मुश्किल से लड़खड़ाती हुई पीड़िता घर पहुंची। पिता ने देर से आने का कारण पूछा तो सहेलियों का बहाना बता दिया। रात का समय था इसलिए उसे कपड़ों पर पड़े खून के धब्बे पिता को दिखाई नहीं दिए। पीड़िता अंदर गई। उसने नहाया, खून से सने कपड़े धोए और चुपचाप जाकर अपने बिस्तर पर लेट गई।

15 साल की बच्ची का छोटा सा शरीर दर्द में ऐंठ रहा था
इसके बाद कई सुबह गुजरीं। पीड़िता को ना ढंग से भूख लगती ना ही नींद आती। वो अब गुमसुम रहने लगी। अपने साथ जो हुआ वो किसी को बता भी नहीं सकती थी। उसे लगा कि वो सब कुछ थोड़े दिन में भूल जाएगी। लेकिन उसके पेट में हो रहा असहनीय दर्द उसे सब फिर से याद दिला देता।

जब भी दर्द होता वो घर में पड़ी दवा खा लेती। कुछ वक्त के लिए दर्द से राहत मिल जाती। कई बार उल्टियां भी हुई, तो वो पानी और चीनी का घोल पी लेती। उससे राहत मिल जाती। करीब 7 महीने तक सब ऐसा ही चलता रहा।

7 महीने बाद…
स्कूल में चक्कर आया तो पता चला बच्ची प्रेग्नेंट है

23 सितंबर 2023… बच्ची स्कूल गई। उसे सुबह से ही तबीयत ठीक नहीं लग रही थी। वो स्कूल में अपनी सीट पर बैठी हुई थी। एक टीचर के बुलाने पर वो उठी और अचानक चक्कर खाकर नीचे गिर गई। तुरंत उसके मुंह पर पानी छिड़का गया। वो होश में तो आई लेकिन अब भी उसकी हालत ठीक नहीं थी। घर से उसके पिता को बुलाया गया। पिता पड़ोस में रहने वाली एक महिला की मदद से बच्ची को गांव की एक डॉक्टर के पास ले गए। उन्होंने बच्ची के कुछ टेस्ट किए और उस दिन वापस भेज दिया।

एक दिन बाद बच्ची, उसके पिता और पड़ोसी महिला फिर डॉक्टर के पास गए। पिता को जब सच पता चला, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। डॉक्टर ने बताया कि उनकी बेटी के पेट में सात महीने का बच्चा है। बच्ची ये सुनकर सहम गई और पड़ोसी महिला को पकड़कर रोने लगी।

सात महीने से अपने अंदर दर्द समेटे हुए वो बच्ची अब चुप नहीं रह पाई। उसने अपने पिता को पूरी बात बताई। पिता ने मुश्किलों से खुद को संभाला। डॉक्टर से सलाह ली और बच्ची पुलिस थाने ले गए।बच्ची ने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई। फिलहाल, मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन, बाकी 2 आरोपी जिन्होंने इसमें सहयोग किया, वो अभी भी बाहर घूम रहे हैं।

बच्ची के पिता उसके बच्चे को पालना नहीं चाहते

हमने बच्ची के पिता से जब होने वाले बच्चे के बारे में पूछा तो वो बोले, “हम बहुत गरीब हैं। जैसे-तैसे अपने तीन बच्चों को पालते हैं। एक और बच्चे को कैसे पालेंगे। हम नहीं चाहते कि ये बच्चा पैदा हो, लेकिन हमारी मजबूरी है। हमें इसे पालना पड़ेगा।”

पिता आगे कहते हैं, “बच्चे की वजह से मेरी बेटी की पढ़ाई-लिखाई, उसका बचपन सब खत्म हो गया है। वो अब कभी स्कूल नहीं जा पाएगी। इस छोटी सी उम्र में उसे एक मां की जिम्मेदारियां निभानी पड़ेंगी।”

फिलहाल,
पीड़िता के पिता बस इतना चाहते हैं कि बाकी दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाए और सभी को कड़ी से कड़ी सजा मिले।

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