10 PHOTOS में राष्ट्रीय एकता दिवस का सेलिब्रेशन: सरदार पटेल की जयंती पर मोदी बोले- एकजुट रहेंगे तभी आगे बढ़ेंगे, देशहित की चिंता सभी की जिम्मेदारी

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  • राष्ट्रीय एकता दिवस नरेंद्र मोदी अमित शाह ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी

गांधीनगर21 घंटे पहले

देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए जिसने जीवन का हर पल समर्पित किया, ऐसे राष्ट्र नायक सरदार वल्लभभाई पटेल को आज देश अपनी श्रद्धांजलि दे रहा है। सरदार पटेल जी सिर्फ इतिहास में ही नहीं बल्कि हम देशवासियों के हृदय में भी हैं। मोदी ने कहा कि एकजुट रहेंगे, तभी आगे बढ़ पाएंगे। देशहित की चिंता करना, हम सभी की जिम्मेदारी है।

रिकॉर्डेड वीडियो संदेश में PM मोदी ने कहा, ‘भारत सिर्फ एक भौगोलिक इकाई नहीं है बल्कि आदर्शों, संकल्पनाओं, सभ्यता, संस्कृति के उदार मानकों से परिपूर्ण राष्ट्र है। धरती के जिस भूभाग पर हम 130 करोड़ से अधिक भारतीय रहते हैं वो हमारी आत्मा, सपनों, आकांक्षाओं का अखंड हिस्सा है। हमें ये याद रखना है कि नाव में बैठे हर मुसाफिर को नाव का ध्यान रखना ही होता है। हम एक रहेंगे तभी आगे बढ़ पाएंगे, देश अपने लक्ष्यों को तभी प्राप्त कर पाएगा।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरदार साहब हमारे देश को एक शरीर के रूप में देखते थे, एक जीवंत इकाई के रूप में देखते थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सैकड़ों वर्षों से भारत के समाज, परंपराओं से लोकतंत्र की जो मजबूत बुनियाद विकसित हुई उसने एक भारत की भावना को समृद्ध किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सैकड़ों वर्षों से भारत के समाज, परंपराओं से लोकतंत्र की जो मजबूत बुनियाद विकसित हुई उसने एक भारत की भावना को समृद्ध किया है।

मोदी बोले- एकता को संजोने वाले आदर्शों को नई ऊंचाई दी
मोदी ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में देश ने दशकों पुराने अवां​छित कानूनों से मुक्ति पाई है। राष्ट्रीय एकता को संजोने वाले आदर्शों को नई ऊंचाई दी है। जम्मू-कश्मीर हो, पूर्वोत्तर हो या हिमालय का कोई गांव आज सभी प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। बीते वर्षों में जो अनेक रिफॉर्म किए गए हैं उनका सामूहिक परिणाम है कि भारत निवेश का एक आकर्षक डेस्टिनेशन बन गया है।

मोदी ने कहा कि सरदार के 'एक भारत' का मतलब ये भी था, कि जिसमें हर किसी के लिए एक समान अवसर हों, एक समान सपने देखने का अधिकार हो।

मोदी ने कहा कि सरदार के ‘एक भारत’ का मतलब ये भी था, कि जिसमें हर किसी के लिए एक समान अवसर हों, एक समान सपने देखने का अधिकार हो।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजाद भारत के निर्माण में सबका प्रयास जितना तब प्रासंगिक था, उससे कहीं अधिक आजादी के इस अमृतकाल में होने वाला है। आजादी का ये अमृतकाल, विकास की अभूतपूर्व गति का है, कठिन लक्ष्यों को हासिल करने का है। ये अमृतकाल सरदार साहब के सपनों के भारत के नवनिर्माण का है।

मोदी ने कहा एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत करते हुए आज देश में सामाजिक, आर्थिक और संवैधानिक एकीकरण का महायज्ञ चल रहा है।

मोदी ने कहा एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत करते हुए आज देश में सामाजिक, आर्थिक और संवैधानिक एकीकरण का महायज्ञ चल रहा है।

शाह बोले- केवड़िया तीर्थ स्थान बन गया है

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने केवड़िया में कहा कि सरदार पटेल की दी हुई प्रेरणा ने ही आज देश को एक और अक्षुण्ण रखने का कार्य किया है। आज उनकी प्रेरणा देश को आगे ले जाने में, हमें एकजुट रखने में सफल हुई है। उन्होंने कहा कि केवड़िया किसी जगह का नाम नहीं है, ये तीर्थ स्थान बन गया है। राष्ट्र की एकता का तीर्थ स्थान, देश भक्ति का तीर्थ स्थल और आज ये आसमान को छूने वाली स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पूरी दुनिया को संदेश दे रही है कि भारत का भविष्य उज्ज्वल है।

अमित शाह ने केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।

अमित शाह ने केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।

PM मोदी ने कहा कि आज जब हम एक भारत की बात करते हैं तो उस एक भारत का स्वरूप क्या होना चाहिए? एक ऐसा भारत जिसकी महिलाओं के पास एक से अवसर हों।

PM मोदी ने कहा कि आज जब हम एक भारत की बात करते हैं तो उस एक भारत का स्वरूप क्या होना चाहिए? एक ऐसा भारत जिसकी महिलाओं के पास एक से अवसर हों।

शाह ने कहा, ‘हरिवंश राय बच्चन ने सरदार साहब के लिए एक कविता लिखी थी- पटेल देश का निगहबान हैं, पटेल देश की निडर जबान हैं। किसी भी बात को बेबाक तरीके से रखने में जरा भी झिझकते नहीं थें, इसलिए आज जब भारत माता अखंड स्वरूप देख रहे हैं, वो केवल और केवल सरदार के कर्म का ही नतीजा है।’

अमित शाह ने राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उनके चरणों में नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की।

अमित शाह ने राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उनके चरणों में नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जल, थल, नभ, अंतरिक्ष हर मोर्चे पर भारत का सामर्थ्य और संकल्प अभूतपूर्व है। अपने हितों की सुरक्षा के लिए भारत आत्मनिर्भरता के नए मिशन पर चल पड़ा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जल, थल, नभ, अंतरिक्ष हर मोर्चे पर भारत का सामर्थ्य और संकल्प अभूतपूर्व है। अपने हितों की सुरक्षा के लिए भारत आत्मनिर्भरता के नए मिशन पर चल पड़ा है।

देश की युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिले
अमित शाह ने कहा कि जब देश में 2014 में बदलाव हुआ, PM मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी तब 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। ये इसलिए किया गया कि वर्षों तक आजादी के लिए सरदार पटेल ने जो संघर्ष किया, वो देश की युवा पीढ़ी को प्रेरणा देता रहे।

अमित शाह ने कहा कि सरदार साहब ने देश के एकीकरण के साथ आजाद भारत की प्रशासनिक नींव रखने का भी काम किया।

अमित शाह ने कहा कि सरदार साहब ने देश के एकीकरण के साथ आजाद भारत की प्रशासनिक नींव रखने का भी काम किया।

मोदी ने कहा कि आज से कई दशक पहले, उस दौर में भी, उनके आंदोलनों की ताकत ये होती थी कि उनमें महिला-पुरुष, हर वर्ग, हर पंथ की सामूहिक ऊर्जा लगती थी।

मोदी ने कहा कि आज से कई दशक पहले, उस दौर में भी, उनके आंदोलनों की ताकत ये होती थी कि उनमें महिला-पुरुष, हर वर्ग, हर पंथ की सामूहिक ऊर्जा लगती थी।

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अंग्रेजों ने जाते-जाते देश के टुकड़े-टुकड़े करने का षड्यंत्र किया था। भारत, पाकिस्तान और 550 से ज्यादा राजे-रजवाड़ों को अलग कर देश को खंड-खंड करने की योजना थी। उस योजना को विफल करते हुए सरदार वल्लभभाई ने एक अखंड भारत बनाने का संकल्प लिया था।

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