हरियाणा के खिलाड़ी-सिंगर आतंकियों के टारगेट पर: NIA जांच में खुलासा- कौशल चौधरी ने KTF के डल्ला-बंबीहा गैंग से हाथ मिलाया; रंगदारी की तैयारी

चंडीगढ़एक घंटा पहले

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खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के निशाने पर अब हरियाणा की फेमस हस्तियां आ गई हैं। इसका खुलासा NIA द्वारा गैंगस्टर-आतंकवादी साठगांठ की जांच में हुआ है। जांच में यह भी सामने आया है कि गुरुग्राम के गैंगस्टर कौशल चौधरी ने खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के आतंकवादी अर्श डल्ला और बंबीहा गिरोह के साथ गठजोड़ कर लिया है। कौशल चौधरी गैंग हरियाणा खासकर गुरुग्राम में सक्रिय है। चौधरी सलाखों के पीछे और न्यायिक हिरासत में हैं।

हथियारों की खरीद-फरोख्त की प्लानिंग
NIA की चार्जशीट में कौशल चौधरी गैंग के सदस्यों को कथित तौर पर डल्ला और बंबीहा गिरोह द्वारा फेमस हस्तियों को खत्म करने और NCR में सबसे बड़ा जबरन वसूली रैकेट बनाने का काम सौंपा गया है। केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया कि चौधरी और उनके सहयोगी अमित डागर व्यापारियों से जबरन वसूली, धमकी और हत्या और गायकों, व्यापारियों और खिलाड़ियों के बीच आतंक पैदा करने की योजना बना रहे हैं। आतंक और हिंसा के कामों से आने वाले पैसे को हथियारों की खरीद के लिए यह प्लानिंग की गई है।

सोशल मीडिया के जरिए हुआ संपर्क
डागर और कौशल गैंग दोनों जबरन वसूली, हत्या और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से विदेश में बैठे आतंकवादियों के संपर्क में थे। जबरन वसूली से जुटाए गए धन का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने और भारत में सक्रिय बंबीहा गिरोह सहित अन्य गिरोहों को रसद सहायता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है

लॉरेंस के बढ़ते फेम से हुआ गठजोड़
कौशल चौधरी ने 2016 में कथित तौर पर कुख्यात गैंगस्टर दविंदर बंबीहा को गुरुग्राम में शरण दी थी और इसके बाद दोनों करीब आ गए, जबकि लॉरेंस ने आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ ​​रिंदा के साथ अपने संबंध मजबूत कर लिए। NIA ने खुलासा किया है कि लॉरेंस गैंग द्वारा 2018 में गुरुग्राम में घुसकर चौधरी और डागर को मारने की योजना बनाई गई थी। समझा जाता है कि लॉरेंस के अंतरराष्ट्रीय समर्थन को देखते हुए, चौधरी और डागर ने पंजाब के गैंगस्टरों से हाथ मिलाने का फैसला किया है।

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