सीरम इंस्टीट्यूट की एक और वैक्सीन आएगी: अदार पूनावाला बोले- कोवोवैक्स अक्टूबर तक लॉन्च होने की उम्मीद; बच्चों के लिए फरवरी तक आ सकती है

नई दिल्ली6 मिनट पहले

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देश में अक्टूबर तक कोरोना की एक और वैक्सीन लॉन्च हो सकती है। देश को पहली वैक्सीन (कोवीशील्ड) देने वाले सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला ने इसकी उम्मीद जताई है। पूनावाला ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट की एक और कोरोना वैक्सीन कोवोवैक्स अक्टूबर तक लॉन्च होने की उम्मीद है। साथ ही बताया कि बच्चों के लिए कोवोवैक्स अगले साल जनवरी-फरवरी में आ सकती है।

पूनावाला ने बताया कि कोवोवैक्स भी दो डोज वाली वैक्सीन होगी और इसकी कीमत लॉन्च करने के समय ही तय की जाएगी। सीरम इंस्टीट्यूट ने बताया है कि देश में कोवोवैक्स के फेज-2 और फेज-3 के ट्रायल में शामिल 1400 से ज्यादा लोगों को पहला डोज लग चुका है। इनमें अभी तक कोई चिंता के लक्षण नजर नहीं आए हैं।

2-17 साल के बच्चों पर ट्रायल की मंजूरी पिछले महीने मिली थी
ट्रायल के अब तक के नतीजों के आधार पर कंपनी का कहना है कि 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए कोवोवैक्स के इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद इसे बच्चों के लिए भी लॉन्च करने की तैयारी शुरू की जा सकती है। न्यूज एजेंसी PTI के सूत्रों के मुताबिक सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी के एक्सपर्ट पैनल ने 2 से 17 साल तक के बच्चों पर कोवोवैक्स के फेज-2 और फेज-3 के ट्रायल की मंजूरी पिछले महीने दी थी। इस ट्रायल में 10 शहरों के 920 बच्चे शामिल किए जाएंगे। इनमें 460 बच्चे 2-11 साल तक के और 460 बच्चे 12-17 साल के होंगे।

भारत में कोवोवैक्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए सीरम इंस्टीट्यूट का अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स के साथ एग्रीमेंट है। देश को कोरोना की पहली वैक्सीन कोवीशील्ड भी सीरम इंस्टीट्यूट ने ही दी थी। कोवीशील्ड के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका कंपनी के साथ करार किया था।

भारत में 18+ के लिए अभी 3 वैक्सीन और एक पाउडर
देश में अभी सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और रूस की स्पुतनिक-वी का इस्तेमाल वैक्सीनेशन ड्राइव में किया जा रहा है। इसके अलावा DRDO ने कोविड की रोकथाम के लिए 2-DG दवा बनाई है। इसके इमरजेंसी इस्तेमाल को भी मंजूरी दे दी गई है। यह एक पाउडर होता है, जिसे पानी में घोलकर दिया जाता है।

भारत में बच्चों के लिए वैक्सीन का क्या स्टेटस है?
भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का बच्चों पर ट्रायल चल रहा है। कोवीशील्ड बनाने वाला सीरम इंस्टीट्यूट भी बच्चों की वैक्सीन कोवोवैक्स को बनाने की तैयारी कर रहा है। वहीं, जायडस कैडिला की वैक्सीन जायकोव-डी का क्लिनिकल ट्रायल पूरा हो चुका है। उसे मंजूरी का इंतजार है। ये बड़ों के साथ बच्चों को भी लगाई जा सकेगी। सरकार को उम्मीद है कि अगस्त-सितंबर में बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है।

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