सीने के आरपार हुई 4 इंच चौड़ी रॉड: डॉक्टरों ने साढ़े 4 घंटे चले ऑपरेशन के बाद 6 फीट लंबी रॉड निकाली, बच गई जान; गाड़ी का टायर फटने से हुआ था हादसा

बठिंडा/लुधियाना27 मिनट पहले

रॉड की वजह से हरदीप की छाती में 4 इंच का छेद हो गया था।एहतियातन उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।

जाको राखे साइयां मार सके ना कोय, यह बात बिल्कुल सटीक बैठी है बठिंडा के रहने वाले 42 साल के हरदीप सिंह के साथ। एक सड़क हादसे में 4 इंच मोटी रॉड हरदीप के सीने के आर-पार हो गई। हादसा गुरुवार दोपहर 1.30 बजे बठिंडा-भुच्चो मंडी रोड पर एक निजी अस्पताल के पास हुआ।

हरदीप मिनी ट्रक से अपने काम पर जा रहे थे, तभी गाड़ी का टायर फटने से हरदीप का बैलेंस बिगड़ा और उनकी गाड़ी डिवाइडर में घुस गई। डिवाइडर की 4 इंच मोटी और 6 फीट लंबी रॉड हरदीप के सीने के आरपार हो गई। डॉक्टर्स ने साढ़े 4 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद रॉड को बाहर निकाला। हादसे का वीडियो भी वायरल हो रहा है।

मौके पर मौजूद लोगों ने पहुंचाया अस्पताल
हादसे का शिकार हुए हरदीप टाटा मोटर्स में काम करते हैं। वह अबोहर के रहने वाले हैं। उनकी हालत देखकर मौके पर मौजूद लोगों का दिल दहल गया, लेकिन हिम्मत जुटाकर लोगों ने दर्द से कराह रहे हरदीप को हॉस्पिटल पहुंचाया।

दिल से आधा सेमी दूर थी रॉड
डॉक्टर्स का कहना है कि हरदीप सिंह को जब अस्पताल लाया गया, तब उनकी हालत काफी गंभीर थी। पहले कटर से हरदीप के सीने के आर-पार हुई रॉड को काटा गया। इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया। रॉड दिल से आधा सेमी. दूर थी। अगर हार्ट डैमेज हो जाता तो बचाना मुश्किल था।

करीब साढ़े 4 घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर्स ने उसके सीने के आर-पार हुई रॉड को निकाला। रॉड की वजह से हरदीप की छाती में 4 इंच का छेद हो गया था। अब वह खतरे से बाहर है, लेकिन एहतियातन उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है।

वाहेगुरु को याद करता रहा हरदीप
हादसे के बाद से अस्पताल में ऑपरेशन होने तक हरदीप सिर्फ वाहेगुरु-वाहेगुरु जपते रहे। उनका कहना था कि उन्होंने अपने जीवन में किसी का बुरा नहीं किया तो वाहेगुरु मेरे साथ कुछ बुरा नहीं होने देंगे। डॉक्टर्स भी हरदीप की हिम्मत देखकर दंग रह गए थे।

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