संगमेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग से लिपटा काला सांप: सावन की त्रयोदशी को 38 मिनट तक मंदिर में रहा नाग; श्रद्धालुओं ने किया अभिषेक, देश के 12 शिवलिंगों में शामिल है कुरुक्षेत्र का संगमेश्वर मंदिर

कुरुक्षेत्रएक घंटा पहले

मंदिर में शिवलिंग से लिपटा काला सांप।

हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के अरुणाय गांव में बने संगमेश्वर महादेव मंदिर में श्रवण मास की त्रयोदशी को काला सांप 38 मिनट तक शिवलिंग से लिपटा रहा। संगमेश्वर महादेव मंदिर देश के 12 प्रसिद्ध शिवलिंगों में शामिल है। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग से लिपटे नाग देवता के दर्शन किए और दूधाभिषेक किया। इस दौरान मंदिर भगवान शिव के जयकारों से गूंज उठा।

मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 3 बजे पुजारी ने रोज की तरह मंदिर खोला। साफ-सफाई के बाद आरती करके पुजारी चला गया। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोलने के लिए 4:20 बजे सेवक राज पहुंचे तो उन्होंने शिवलिंग पर काला सांप लिपटा देखा। सेवक राज ने इसकी जानकारी पुजारी और प्रबंधक कमेटी को दी। फिर पुजारी महंत विश्वनाथ गिरी ने महामृत्युंजय मंत्र उच्चारण करते हुए अभिषक किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। करीब 4:58 बजे सांप शिवलिंग से उतरकर हॉल में पहुंच गया और 5:12 बजे निकासी द्वार से होते हुए मंदिर से बाहर चला गया।

शिवलिंग से उतरकर हॉल में आया काला सांप।

मान्यता है कि इस मंदिर में सरस्वती जी ने भगवान शंकर की तपस्या की और भगवान शंकर के आशीर्वाद से प्रेरित होकर 88 हजार ऋषियों ने यज्ञ द्वारा अरुणा नदी और सरस्वती नदी का संगम कराया। तब श्राप से सरस्वती को मुक्ति मिली। सरस्वती और अरुणा नदियों के संगम से भोले नाथ संगमेश्वर महादेव के नाम से विश्व में प्रसिद्ध हुए। पुजारियों ने बताया कि यहां पर हर साल नाग-नागिन का जोड़ा एक बार जरूर आता है। लेकिन सावन महीने में और त्रयोदशी के दिन पहली बार ही सांप का मंदिर में प्रवेश हुआ है।

खबरें और भी हैं…

.

Leave a Reply