विश्वभारती यूनिवर्सिटी ने बदली PM मोदी के नाम वाली पट्टिका: वर्ल्ड हेरिटेज घोषित होने पर लगी थी; नई पट्‌टी पर टैगोर के अलावा कोई नाम नहीं

कोलकाता9 घंटे पहले

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शांतिनिकेतन की स्थापना रविंद्रनाथ टैगोर के पिता देवेंद्रनाथ टैगोर ने 1863 में एक आश्रम के तौर पर की थी।

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित शांतिनिकेतन को सितंबर 2023 में यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल किया गया। नवंबर में यूनिवर्सिटी में एक शिलापट्‌ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वाइस चांसलर का नाम लिखी पट्‌टिका लगाई गई, जिस पर जमकर विवाद हुआ था।

गुरुवार (7 दिसंबर) को यह खबर सामने आई कि विवादित पट्टिका को बदल दिया गया है। यूनिवर्सिटी में लगी नई पट्टिकाओं का टैक्स्ट केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने अप्रूव किया है और इस पर टैगोर के अलावा किसी और का नाम नहीं है।

नई पट्टिकाओं पर लिखा है- गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा 1901 में रूरल वेस्ट बंगाल में स्थापित शांतिनिकेतन भारत की शास्त्रीय परंपराओं में निहित शिक्षा और शिक्षा का केंद्र बन गया…।

शांतिनिकेतन के वर्ल्ड हैरिटेज घोषित होने पर अक्टूबर-नवंबर में यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने 3 पटि्टकाएं लगाई थीं। विवाद के बाद इन्हें ही बदला गया है।

ममता बनर्जी ने दिया था अल्टीमेटम
ममता बनर्जी ने इसकी आलोचना करते हुए यूनिसर्विटी प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था। ममता ने कहा था- शांतिनिकेतन की पहचान रवींद्रनाथ टैगोर से है और तख्ती से उन्हीं का नाम हटा दिया। हम दुर्गा पूजा के कारण चुप थे।

अगर विश्व भारती यूनिवर्सिटी ने 24 घंटे के भीतर टैगोर के नाम की नई तख्ती नहीं लगाई तो हम कविगुरु की फोटो अपने सीने पर रखकर प्रदर्शन करेंगे। तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार 27 अक्टूबर को यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन भी किया था।

टीएमसी ने इस पटि्टका को हटवाने के लिए परिसर के बाहर 14 दिनों तक धरना भी दिया।

टीएमसी ने इस पटि्टका को हटवाने के लिए परिसर के बाहर 14 दिनों तक धरना भी दिया।

शांति निकेतन से जुड़ा इतिहास
शांतिनिकेतन की शुरुआत रविंद्रनाथ टैगोर के पिता देवेंद्रनाथ टैगोर ने 1863 में एक आश्रम के तौर पर की थी। 1901 में रविंद्रनाथ टैगोर ने गुरुकुल सिस्टम पर आधारित स्कूल और आर्ट सेंटर में बदला।

टैगोर ने 1921 में यहां विश्व भारती की स्थापना की, जिसे 1951 में सेंट्रल यूनिवर्सिटी और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया। रविंद्रनाथ टैगोर ने यहां लंबा वक्त बिताया था।

दुनिया भर में 1172 वर्ल्ड हेरिटेज प्रॉपर्टीज हैं। शांतिनिकेतन वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल होने वाली भारत की 41वीं धरोहर है। लंबे समय से इसे हेरिटेज लिस्ट में शामिल करने की मांग की जा रही थी।

इससे पहले आगरा किला, अजंता की गुफाएं, ताजमहल, कोणार्क सूर्य मंदिर, काजीरंगा नेशनल पार्क, फतेहपुर सीकरी, सांची और जयपुर के जंतर मंतर समेत कई धरोहरें इस लिस्ट में शामिल हो चुकी हैं।

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