रोहतक के पहलवान परिवार हत्याकांडः: पुलिस का झोल…पिस्टल बरामदगी और लिवइन पार्टनर की उत्तराखंड से गिरफ्तारी के लिए मांगा रिमांड, फिर रोहतक से ही पिस्टल बरामद दिखाकर मोनू को भेज दिया जेल

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  • पुलिस कागजी कार्रवाई और जमीन पर कार्रवाई में बड़ा घमासान, उत्तराखंड से पिस्टल बरामदगी और लाइव साथी की गिरफ्तारी के लिए रिमांड मांगा था, लेकिन रोहतक से बरामद पिस्टल दिखाकर अभिषेक को भेजा गया जेल

रोहतक13 मिनट पहले

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अभिषेक का सात दिन का रिमांड लेने के लिए पुलिस ने कोर्ट में पेश की थी ये दलील

रोहतक। हरियाणा के रोहतक जिले की झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर की बाग वाली गली में बीती 27 अगस्त को हुए पहलवान परिवार हत्याकांड में पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में हैं। प्रॉपर्टी डीलर बबलू पहलवान, इसकी पत्नी बबली, बेटी नेहा और सास रोशनी देवी की गोलियां मारकर हत्या करने के आरोपी बबलू के एकलौते बेटे अभिषेक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे 1 सितंबर को कोर्ट में पेश कर सात दिन के रिमांड की मांग की थी।रिमांड पेपर में पुलिस ने आरोपी अभिषेक से वारदात में प्रयुक्त पिस्टल की बरामदगी और उसके उत्तराखंड के रहने वाले लिवइंग पार्टनर की गिरफ्तारी गांव छोई जिला रामनगर उत्तराखंड से करने के बारे में लिखा था। कोर्ट ने पुलिस को इन सब के लिए पांच दिन का रिमांड मंजूर किया था। रिमांड अवधि पूरी हो जाने के बाद पुलिस ने आरोपी अभिषेक को 6 सितंबर को फिर से कोर्ट में पेश किया। जिसमें पुलिस ने पेपर में लिखा कि उन्होंने आरोपी अभिषेक से वारदात में प्रयोग किया गया पिस्टल, वारदात में प्रयोग की गई स्कूटी, मकान के लॉक की चाबी व वारदात के समय पहने हुए कपड़े व अन्य चीजें बरामद कर ली गई है। साथ ही वारदात स्थल की निशानदेही करवाई गई है। इसलिए अदालत द्वारा आरोपी को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जाए। कोर्ट ने पुलिस की यह अर्जी स्वीकार कर ली। पुलिस ने आरोपी के लिवइन पार्टनर की गिरफ्तारी, हिरासत व पूछताछ किसी भी तरह की कार्रवाई कोर्ट के सामने नहीं दिखाई। साथ ही पिस्तौल भी पुलिस 3 ‌सितंबर को रोहतक में आईजी कार्यालय के साथ जेएलएन नहर किनारे से रात 8 बजे घने अंधेरे में झाड़ियों में से बरामदगी मीडिया के सामने दिखा चुकी है। हालंकि मीडिया के सामने पुलिस यह भी कह चुकी है कि लिवइन पार्टनर की इस मामले में संलिप्ता नहीं दिखी है, मगर उसे क्लीन चिट भी नहीं दी गई है।

पांच दिन के रिमांड के बाद पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किए गए बरामदगी पेपर

पांच दिन के रिमांड के बाद पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किए गए बरामदगी पेपर

अभिषेक का लिवइन पार्टनर सोशल अकाउंट पर बबलू के कमेंट का रिप्लाई थैंक्यू पापा लिखकर देता था

अभिषेक का लिवइन पार्टनर के सोशल अकाउंट पर बबलू पहलवान भी जुड़ा हुआ था। बबलू ही नहीं, ब्लकि बेटी नेहा भी जुड़ी हुई थी। क्योंकि लिवइन पार्टनर के इनके साथ पारिवारिक संबंध थे। वह 10-10 दिन के लिए इनके घर पर भी रूकता था। सोशल अकाउंट पर पोस्ट की गई लगभग हर फोटो पर बबलू गुड बेटा जी लिखता था, जिसके जबाब अभिषेक का लिवइन पार्टनर हमेशा थैंक्यू पापा जी कह कर देता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक लिवइन पार्टनर अभिषेक को अपनी पत्नी के रुप बहुत पहले से देखने लग गया था, इसी रिश्ते के नाते वह बबलू को पापा कह कर बुलाने लगा था। शक न हो, इसलिए वह बबलू को अक्सर यह कहता था कि आप अभिषेक के पापा, तो मेरे भी पिता समान ही हो।

ऐसे दिया था चार हत्याओं की वारदात को अंजाम

पुलिस रिमांड के आखिरी दिन हत्यारोपी बबलू के एकलौते बेटे अभिषेक उर्फ मोनू ने रिमांड में कई बड़े खुलासे किए हैं। उसने बताया कि उसकी सबसे बड़ी रंजिश उसकी बहन तमन्ना से थी। क्योंकि बहन उसकी सबसे बड़ी राजदार भी थी और घर पर उसका असलियित बताने वाली भी बहन ही थी। 27 अगस्त की सुबह करीब 11 बजे वह घर पर आया और छिपके से पापा की अवैध पिस्तौल उठाई और सीधे उपर कमरे में चला गया। उपर जाने के बाद धीरे से उसने कमरा बंद किया और बैड पर चद्दर ओढ़ सो रही बहन तमन्ना को कनपटी पर सटा कर गोली मारी। इसके बाद मुंह को तकिये से ढ़क दिया और नानी रोशनी देवी को आवाज लगाकर किसी बहाने से उपर बुलाया। नानी के उपर आने और कमरे में दाखिल होने के बाद वह नानी के पीछे खड़ा हो गया और एकदम गोली मार दी। इसके बाद वह नीचे गया और मम्मी को आवाज लगाई कि मम्मी जल्दी उपर आओ, नानी को पता नहीं क्या हो गया। मम्मी बबली बहुत जल्दी में ऊपर कमरे में पहुंची। पीछे पीछे वह दौड़कर पहुंचा और मम्मी के कमरे में दाखिल होते ही उसने पीछे से गोली मार दी। मम्मी के आभूषण उतारे और तीनों को कमरे में बंद किया और बाहर से लॉक लगाकर चाबी अपने साथ लेकर नीचे पापा के कमरे में आ गया। नीचे कमरे में पापा चारपाई पर लेटे थे और फोन पर बात कर रहे थे। उसने पीछे से खड़े होकर माथे में पिस्तौल अड़ाई और दो गोलियां मार दी। दो गोली लगने के बाद भी बबलू उठने की कोशिश करने लगा तो उसने एक और गोली मार दी। इसके बाद उसने पापा के हाथ से सोने का 11 तोले वजनी कड़ा निकाला व उन्हें भी कमरे में लॉक कर चाबी अपने पास रखी ली। आरोपी ने अलमारियों सहित घर के सभी लॉक की चाबिया अपने साथ रख ली थी।

वारदात के बाद गया था दोस्तों के साथ खाना खाने

हत्यारोपी अभिषेक ने बताया कि होटल से अपने दोस्त व अन्य दो दोस्तों के साथ खरावड़ स्थित एक होटल में खाना खाने के लिए गया। जहां मेरे दोस्तों ने खाने के लिए चिकन सहित अन्य सामान ऑर्डर किया। जो भी ऑर्डर किया था वह सिर्फ मेरे दोस्तों ने खाया था। क्योंकि मेरी आंखों के आगे वो सब सीन चल रहे थे। यहां मैं कुछ देर तक सोचता रहा कि आखिर कैसे लोगों को पता चले, क्या करूं।

होटल से सीधे गया था चाचा के घर, फिर किया था ड्रामा

अभिषेक ने बताया कि होटल से मैं सीधे चाचा के घर पहुंचा व बताया कि घर पर कोई दरवाजा ही नहीं खोल रहा। चाचा के बाद पड़ोस की एक दादी के पास पहुंचा, उससे पूछा कि मेरी मां आई थी क्या ? उसे बताया कि घर पर दरवाजा नहीं खोल रहा। जब पड़ोस के लोग इक्कठे हो गए तो सबके सामने ही घर के सदस्यों को एक-एक करके फोन किया। जब फोन नहीं उठे तो चाचा को कहा कि मैं उनके घर की छत पर सीढ़ी लगाकर अपनी छत पर जाता हूं। छत पर चढ़ा तो वहां करीब दो मिनट के लिए खड़ा रहा, उसके बाद शोर मचा दिया कि दरवाजे से बाहर तो खून आ रहा है। उसके बाद सभी लोग छत पर आ गए और पुलिस को बुला लिया। पुलिस के आने के बाद मैं बहुत ज्यादा रोने लगा तो मुझे वहां से दूसरे घर ले जाया गया था।

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