मॉर्निंग न्यूज पॉडकास्ट: जनरल रावत को आज अंतिम विदाई, इससे पहले देश के पहले CDS के दर्शन कर सकेंगे आम लोग

9 घंटे पहले

नमस्कार,
आज शुक्रवार है, तारीख 10 दिसंबर; अगहन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है।

सबसे पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर होगी नजर

  1. जनरल रावत का दिल्ली में अंतिम संस्कार किया जाएगा, इससे पहले आम जनता करेगी दर्शन
  2. कोरोना की बूस्टर डोज पर फैसला करने के लिए सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी करेगी मीटिंग

अब कल की प्रमुख खबरें, जो आपको अपडेट रखेंगी

1. अपनों के ताबूत देख भावनाएं नहीं रोक पाईं शहीदों की बेटियां, देखने वालों की आंखें भी हुई नम

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में उनके साथ मारे गए अन्य सेना अधिकारियों के पार्थिव शरीर गुरुवार को दिल्ली पहुंचे। यहां उन सभी की बेटियों के भावुक अंदाज को देखकर सभी की आंखे नम हो गईं।
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2. दिल्ली लाए गए शहीदों के शव, एयरपोर्ट पर सभी के परिजनों से मिले PM मोदी

हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 सैन्य अधिकारियों के शव गुरुवार रात दिल्ली लाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी को श्रद्धांजलि देने एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने सभी शहीदों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया।
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3. हेलिकॉप्टर क्रैश से प्रभावित परिवारों की 5 कहानियां, बेतहाशा दर्द और फख्र की दास्तान
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सैन्य जवानों के परिवारों को जहां अपनों को खोने का गम है, वहीं देश के लिए शहादत देने का फख्र भी। ऐसी ही दर्द और गर्व की दास्तान से दो-चार हुई इन परिवारों से मिलकर भास्कर टीम।
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4. कोहली को कप्तानी से हटाने पर गांगुली ने दी सफाई, कहा- हमने तो मना किया था

देश के चौथे सबसे सफल वनडे कप्तान विराट कोहली को अचानक हटाए जाने को लेकर BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली का स्पष्टीकरण आया है। गांगुली ने शुक्रवार को कहा- हमने विराट को टी20 कप्तानी छोड़ने से रोका था। नहीं माने तो वनडे की कप्तानी से भी हटाना पड़ा।
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5. रिटायर्ड ब्रिगेडियर को शक- हेलिकॉप्टर क्रैश हो सकता है LTTE-ISI की साजिश
रिटायर्ड ब्रिगेडियर सुधीर सावंत को शक है कि CDS का हेलिकॉप्टर क्रैश एक साजिश के तहत किया गया हमला है, जिसमें ISI या LTTE का स्लीपर सेल शामिल रहा हो। उन्होंने कहा कि कुन्नूर के इलाके में स्थानीय लोगों का LTTE को भरपूर समर्थन रहा है।
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6. 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म, 15 तक खत्म कर देंगे सब धरने
दिल्ली बॉर्डर पर 378 दिन बाद किसान आंदोलन खत्म हो गया है। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आंदोलन खत्म नहीं स्थगित हो रहा है। सरकार ने वादे पूरे नहीं किए तो फिर आंदोलन होगा। मोर्चा ने 15 दिसंबर तक सभी जगह धरनास्थल खाली कर देने की घोषणा की।
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7. फेरे लेते वक्त कटरीना का हाथ थामे रहे विक्की, फोटो शेयर कर मांगा आशीर्वाद

कटरीना कैफ और विक्की कौशल गुरुवार को सवाई माधोपुर के सिक्स सेंसेस फोर्ट बरवाड़ा में शादी के बंधन में बंध गए। दोनों ने शाम को 5 बजे फेरे लिए। रात करीब 8.30 बजे विक्की कौशल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शादी की तस्वीरें एक नोट लिखकर शेयर कीं।
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कुछ अहम खबरें, सिर्फ हेडलाइन में

  1. गूगल का क्रिसमस गिफ्ट, कर्मचारियों को देगी 1.20 लाख रुपए बोनस (पढ़ें पूरी खबर)
  2. रेचल के हुए बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव, पहले सगाई फिर लिए अग्नि के 7 फेरे (पढ़ें पूरी खबर)
  3. रोहित के लिए कैप्टन ही हैं कोहली, बोले- विराट जैसा बैट्समैन मिलना मुश्किल (पढ़ें पूरी खबर)

आज के दिन इतिहास में क्या हुआ था
डायनामाइट की खोज करने वाले वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल का आज ही के दिन 1896 में निधन हुआ था। उनके निधन के पांच साल बाद 1901 में 10 दिसंबर को ही पहली बार नोबेल सम्मान दिया गया था, जिनकी शुरुआत नोबेल की तरफ से छोड़ी गई संपत्ति से ही की गई थी। स्वीडन में 21 अक्टूबर 1833 को जन्मे अल्फ्रेड नोबेल के पिता इमानुएल नोबल 1842 में दिवालिया हो गए थे। तब नोबेल सिर्फ 9 साल की उम्र में अपनी मां आंद्रिएता एहल्सेल के साथ नाना के घर सेंट पीटर्सबर्ग चले गए। यहां उन्होंने रसायन विज्ञान और स्वीडिश, रूसी, अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन भाषाएं सीखीं। करीब 355 पेटेंट रखने वाले नोबेल को लोग सबसे ज्यादा डाइनामाइट के आविष्कार की वजह से जानते हैं।

अल्फ्रेड ने डाइनामाइट का आविष्कार कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री का काम आसान करने के लिए किया था, लेकिन इसका युद्ध में गलत इस्तेमाल होने से वे बेहद दुखी हुए थे। इसी कारण उन्होंने अपनी वसीयत में मानवता को लाभ पहुंचाने वाले लोगों को अपनी संपत्ति में से पुरस्कार देने की इच्छा जताई। 27 नवंबर 1895 को अल्फ्रेड नोबेल ने आखिरी बार वसीयत लिखी थी, जिसे 1896 में अल्फ्रेड नोबेल की मौत के बाद को खोला गया। इसके बाद 1901 में पहली बार नोबेल पुरस्कार दिए गए। (पढ़िए आज की बाकी घटनाएं)

और अब आज का विचार
महान काम कभी एक आदमी नहीं करता, इन्हें कई लोगों की टीम मिलकर अंजाम देती है। – स्टीव जॉब्स

आपका दिन शुभ हो, कल फिर मिलेंगे…

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