मजदूर के खाते में 200 करोड़ में ट्विस्ट: हरियाणा पुलिस बोली- UP के किसी व्यक्ति से 60 हजार ठगे, पीड़ित का दावा- अकाउंट में करोड़ों

चरखीदादरी,हरियाणा10 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

मजदूर विक्रम ने कहा कि 200 करोड़ के खुलासे के बाद उसे फोन आ रहे हैं। उसे व परिवार को जान का खतरा बना हुआ है। रुपए हड़पने के लिए कोई उसे मार सकता है।

हरियाणा में चरखीदादरी के मजदूर विक्रम के खाते में 200 करोड़ होने में ट्विस्ट आ गया है। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने चुप्पी तोड़ी है। चरखीदादरी पुलिस का कहना है कि मजदूर के खाते में उत्तर प्रदेश के ज्वेलर से अंगूठी खरीदने के नाम पर 60 हजार रुपए का फ्रॉड किया गया। इसीलिए UP पुलिस पूछताछ करने आई थी।

बाढ़ड़ा थाना इंचार्ज कप्तान सिंह ने कहा कि यूपी पुलिस आई थी। हमारी PCR टीम भी उनके साथ गई थी। वहीं मजदूर के खाते में करोड़ों की रकम के दावे के बाद संबंधित बैंक के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। वहीं गुजरात पुलिस की तरफ से अकाउंट फ्रीज कराने को लेकर भी कोई बयान नहीं दिया गया है।

इस मामले का पता चलने के बाद विक्रम और उसका परिवार परेशान है।

इस मामले का पता चलने के बाद विक्रम और उसका परिवार परेशान है।

जानिए.. UP में क्या केस दर्ज हुआ?
उत्तर प्रदेश के जालौन निवासी संजय सोनी ज्वेलर हैं। उन्होंने UP पुलिस को शिकायत दर्ज कराई कि फरवरी में उनकी किसी से बात हुई थी। उससे अंगूठी खरीदने को लेकर सौदा हुआ। इसके बाद एक बैंक खाते में 60 हजार रुपए डलवा लिए गए। हालांकि उन्हें अंगूठी नहीं भेजी गई। मोबाइल नंबर से फ्रॉड करने की शिकायत पुलिस को दर्ज करा दी।

मजदूर विक्रम तक कैसे पहुंची UP पुलिस?
ज्वेलर संजय सोनी की शिकायत के बाद UP पुलिस ने बैंक अकाउंट की जांच की। जिसमें बैंक से रिकॉर्ड निकलवाने पर पता चला कि वह आधार कार्ड पर खोला गया है। यह आधार कार्ड मजदूर विक्रम का है। उसमें दिए एड्रेस के आधार पर UP पुलिस यहां पूछताछ करने पहुंची। मजदूर विक्रम का कहना है कि पटौदी की एक कंपनी ने उसे नौकरी पर रख खाता खुलवाने के लिए डॉक्यूमेंट लिए थे। हालांकि बाद में उसे कहा कि खाता रद्द हो गया। उसे शक है कि यही वह खाता है।

बैंक खाते में 200 करोड़ का पता चलने के बाद विक्रम के घर लोगों का आना-जाना लगा हुआ है। ग्रामीण भी इस खुलासे के बाद पूरी तरह हैरान हैं।

बैंक खाते में 200 करोड़ का पता चलने के बाद विक्रम के घर लोगों का आना-जाना लगा हुआ है। ग्रामीण भी इस खुलासे के बाद पूरी तरह हैरान हैं।

UP पुलिस विक्रम को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाई?
असल में बैंक अकाउंट जरूर विक्रम के नाम पर है लेकिन फ्रॉड मोबाइल नंबर के जरिए हुआ है। विक्रम व उसके चचेरे भाई प्रदीप का दावा है कि वह नंबर विक्रम का नहीं है। जिस नंबर से फ्रॉड किया गया, पुलिस उसे पकड़े। बैंक अकाउंट भी विक्रम ने नहीं खुलवाया और उससे जुड़े नंबर भी विक्रम के नहीं हैं। यही बात विक्रम के रिश्तेदारों ने कही। जिसके बाद UP पुलिस को पूछताछ कर वापस लौटना पड़ा।

मजदूर 200 करोड़ का दावा क्यों कर रहा?
विक्रम का कहना है कि उसे बैंक अकाउंट के बारे में कुछ पता नहीं था। 2 सितंबर को जब यूपी पुलिस आई तो उसने उनसे अकाउंट नंबर ले लिया। इसके बाद वह बैंक गए। जिसके बाद फोन पर भी पता किया। इसके बाद उन्हें पता चला कि इस खाते में करोड़ों रुपए हैं।

गुजरात पुलिस ने अकाउंट फ्रीज क्यों कराया?
इस सवाल का अभी स्पष्ट जवाब नहीं है। बैंक अधिकारी इस बारे में बात नहीं कर रहे। हां, बैंक कर्मचारी ये जरूर कह रहे हैं कि इसी खाते से गुजरात की कंपनी से फ्रॉड हुआ। उनसे भी कुछ लेन-देन का चक्कर है। कंपनी ने गुजरात पुलिस को शिकायत दी तो उसके बाद खाते को फ्री करा दिया गया। हालांकि इसमें कितनी रकम जमा है, इसके बारे में कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है।

मजदूर के खाते में 200 करोड़ आने की कहानी

हरियाणा के चरखी दादरी जिले के एक मजदूर के बैंक अकाउंट में अचानक 200 करोड़ रुपए जमा हो गए। इसका खुलासा तब हुआ, जब उत्तर प्रदेश पुलिस पूछताछ करने के लिए उसके घर पहुंची। पुलिस ने बताया कि मजदूर के बैंक खाते में हुई इतनी बड़ी ट्रांजैक्शन को देख गुजरात पुलिस ने खाता होल्ड करा लिया है (पूरी खबर पढ़ें)

खबरें और भी हैं…