भारत का नाज-हरनाज: माचिस की तीली कहकर बुलाया जाता था, परेशान होकर खुद की काबिलियत पर शक करने लगी थीं मिस यूनिवर्स हरनाज

5 मिनट पहले

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पंजाब की रहने वाली हरनाज़ संधू नेल 21 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स का खिताब जीत लिया है। ‘मिस डीवा मिस यूनिवर्स इंडिया 2021’ का खिताब के बाद से ही उन्होंने मिस यूनिवर्स 2021 का ताज जीतने के लिए जी-जान से मेहनत शुरू कर दी थी। हरनाज मॉडलिंग और पंजाबी फिल्मों का जाना-माना नाम हैं। मगर उनको भी इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा।

मेंटल हेल्थ के कॉज के लिए उन्होंने #MindTheMentalSpace का इस्तेमाल किया। हरनाज का कहना है कि-अपने मानसिक स्पेस को संतुलित करना जरूरी है। आपको दुख है, तो बताइए, आंसू हैं तो बहाइए।

लोग कहते थे खाना नहीं मिलता क्या
हरनाज ने टीनएज में बॉडी शेमिंग और बुलिंग का सामना किया है। लोग उन्हें देखकर माचिस की तीली, सीक-सलाई कहते थे। कुछ ताने कसते कि ज्यादा हवा में मत जाना, उड़ जाओगी। कुछ कहते लगता है खाना नहीं मिलता बेचारी को। हरनाज ने इस हद तक ये बातें सही कि वे खुद पर शक करने लगी थीं। लेकिन इतने खिताब अपने नाम करने के बाद जब वे पलटकर देखती हैं तो सोचती हैं कि उस वक्त जितना गिराया गया, उससे सीख लेकर वे बहुत ऊंची उठ चुकी हैं।

मां गाइनेकोलॉजिस्ट हैं, पापा बिजनेसमैन
खुद को गॉड का फेवरिट चाइल्ड कहने वाली हरनाज के माता-पिता ने कभी उन पर अपनी महत्वकांक्षाओं का बोझ नहीं डाला। हरनाज को देश का पॉलिटिकल सिस्टम अच्छा लगा, वे इस एरिया में काम करना चाहती हैं और इसलिए वे पब्ल‍िक एडमिन‍िस्ट्रेशन में मास्टर्स डिग्री कर रही हैं।

जज बनना चाहती हैं हरनाज कौर
हरनाज की मां बताती हैं कि उनकी बेटी जज बनना चाहती है। हरनाज चंडीगढ़ के सेक्टर-40 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल की छात्रा रही। उन्होंने 12वीं सेक्टर-35 खालसा स्कूल से की है। अभी हरनाज सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट ग‌र्ल्स कॉलेज (GCG) की छात्रा हैं। हरनाज को थिएटर में काफी दिलचस्पी है। उनको पशुओं से खास लगाव है। बेहद शांत स्वभाव की संधू ने स्कूल से कॉलेज तक कभी कोचिंग नहीं ली।

कोरोना काल में सीखी कुकिंग
कोविड में हरनाज ने जो सबसे बड़ा सबक सीखा वो ये था कि अगर आपको दूसरों की मदद करनी है, तो सबसे पहले अपनी मदद करो। जब हरनाज की मां रोजाना पीपीई किट पहनकर हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों का दुख-दर्द बांटती थीं, तब वे घर संभाल रही थी। इसी वक्त में हरनाज ने कुकिंग सीखी और आज वे मक्के की रोटी, सरसों का साग और लस्सी जैसी तमाम चीजें बनाने में पारंगत हो चुकी हैं।

योग और मेडिटेशन से जीता डिप्रेशन
बॉडी शेमिंग और बुलिंग के कारण हरनाज के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा। उन्हें एंजायटी इश्यूज होने लगे थे, अपनी काबिलियत पर शक होने लगा था। उन्हें लगता था कि शायद उनमें ही कमी है। उस दौरान हरनाज की मां ने बहुत साथ दिया। उनका डॉक्टर होना बहुत काम आया। मां और परिवार ने उन्हें यकीन दिलाया कि तुम जो हो, दूसरों से अलग हो और तुम्हे खुद को स्वीकार कर आत्मविश्वास पैदा करना होगा। इसके बाद हरनाज अपनी मेंटल हेल्थ को लेकर मुखर हुई और योग मेडिटेशन के जरिए खुद में बदलाव आते देखा।

पंजाबी फिल्मों की लीड एक्ट्रेस
हरनाज ने 2018 में मिस इंड‍िया पंजाब ख‍िताब जीतने के बाद द लैंडर्स म्यूज‍िक वीड‍ियो ‘Tarthalli’ में काम किया था। हरनाज अपनी पढ़ाई और पेजेंट की तैयारी करने के साथ-साथ कई फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने ‘यारा दियां पौ बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ जैसी फिल्मों में काम किया है।

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