पाकिस्तान सीमा पर रहने वाले बंकरों की सफाई कर रहे: कहा- उनकी गोलीबारी का भरोसा नहीं, छिपने के लिए और बंकर बनाएं

श्रीनगरएक घंटा पहले

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सीमा के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि हम पाकिस्तान पर भरोसा नहीं कर सकते। इसी वजह से बंकरों को रहने योग्य बनाया जा रहा है।

जम्मू कश्मीर में इंटरनेशनल बॉर्डर से सटे गांवों के लोग भूमिगत बंकरों की सफाई शुरू कर दी है। उनका कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से कभी भी सीजफायर का उल्लंघन होने लगता है। ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अरनिया के त्रेवा गांव के सरपंच बलबीर कौर ने मामले को लेकर न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत की। सरपंच का कहना है कि हम पाकिस्तान पर भरोसा नहीं कर सकते। इसी वजह से बंकरों को रहने योग्य बनाया जा रहा है। इसके लिए बड़े पैमाने पर सफाई की जा रही है।

26 अक्टूबर को पाकिस्तानी सेना अरनिया सेक्टर में अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें BSF का एक जवान और एक महिला घायल हो गई।

26 अक्टूबर को पाकिस्तानी सेना अरनिया सेक्टर में अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें BSF का एक जवान और एक महिला घायल हो गई।

जम्मू-कश्मीर में 221KM इंटरनेशनल बॉर्डर लगता है
सरपंच का कहना है कि साल 2018 के बाद हमारे गांवों पर मोर्टार से हमला किया गया। इस दौरान हम बंकरों का इस्तेमाल नहीं कर सके, क्योंकि उनकी सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया।

दरअसल, पाकिस्तान के साथ भारत 3,323 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है। इसमें जम्मू-कश्मीर में 221 किलोमीटर इंटरनेशनल बॉर्डर और 744 किलोमीटर एलओसी शामिल है।

पाकिस्तान ने मोर्टार दागे, एक BSF जवान और महिला घायल
जम्मू के अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान ने 26 अक्टूबर को सीज फायर का उल्लंघन किया। इंटरनेशनल बॉर्डर पर रात 8 बजे पाकिस्तानी रेंजर्स ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें BSF का एक जवान और एक महिला घायल हो गई।

न्यूज एजेंसी PTI को BSF के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने भारत की पांच चौकियों पर फायरिंग की। पाकिस्तान रेंजर्स ने रिहायशी इलाकों में मोर्टार के गोले भी दागे। इससे घरों की दीवारें ढह गईं। दोनों तरफ से सुबह तीन बजे तक फायरिंग होती रही।

गोलीबारी के बीच स्थानीय लोगों को रातभर बंकर में रखा गया। हालांकि, अब फायरिंग रुक गई है। घायलों को जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पिछले 10 दिनों में पाकिस्तान की तरफ से सीज फायर उल्लंघन की यह दूसरी घटना है।

इससे पहले 17 अक्टूबर को पाकिस्तानी रेंजर्स ने अरनिया सेक्टर में बिना वजह गोलीबारी की थी। इस घटना में BSF के दो जवान घायल हो गए थे। 25 फरवरी 2021 के बाद से पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के अलावा कई अन्य क्षेत्रों में सीज फायर का उल्लंघन कर चुका है।

स्थानीय लोगों को आज सुबह खेतों में दो-तीन मोर्टार शेल मिले।

स्थानीय लोगों को आज सुबह खेतों में दो-तीन मोर्टार शेल मिले।

गोलीबारी से पहले सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा में 5 आतंकी मार गिराए
पाकिस्तान की तरफ से 26 अक्टूबर को गोलीबारी तब की गई, जब दिन में कश्मीर के कुपवाड़ा में LoC के पास सुरक्षाबलों ने लश्कर के पांच आतंकी मार गिराए। सुरक्षाबलों को मौके से 5 AK सीरीज की राइफल के अलावा भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है।

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कश्मीर पुलिस के ADGP विजय कुमार ने बताया- हमें इनपुट मिले थे कि कुछ आतंकी माछिल सेक्टर में भारत की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं। जॉइंट टीम ने 25-26 अक्टूबर की दरमियानी रात LoC के पास सरदारी नार इलाके में ऑपरेशन शुरू किया।

26 अक्टूबर को जॉइंट टीम ने जंगलों में आतंकियों को आते देखा, वो दुर्गम इलाकों का फायदा उठाकर घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने टीम पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जवाब में इधर से भी फायरिंग की गई। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकी ढेर हो गए। आतंकी की पहचान की जा रही है, उनके पास से बरामद हथियार जब्त कर लिए गए हैं।

बीते पांच दिनों में कश्मीर में घुसपैठ की यह दूसरी घटना है, जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। इससे पहले 22 अक्टूबर को जवानों ने बारामूला के उरी सेक्टर में दो आतंकियों को मार गिराया था। दोनों आतंकी एक बड़े ग्रुप का हिस्सा थे, जो लगातार बारिश और खराब विजिबिलिटी का सहारा लेकर LoC पार करने की कोशिश कर रहे थे।

22 अक्टूबर को सुरक्षाबलों को सर्च ऑपरेशन के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे।

22 अक्टूबर को सुरक्षाबलों को सर्च ऑपरेशन के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे।

सेना के प्रवक्ता ने बताया था कि इंटेलिजेंस एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इनपुट दिए थे कि हथियारबंद आतंकियों का एक समूह सीमा के इस पार आने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद सुरक्षाबलों को हाई-अलर्ट पर रखा गया और घुसपैठ निरोधी ग्रिड को मजबूत किया गया।

21 अक्टूबर की दोपहर करीब 3 बजे आतंकियों के ग्रुप को सेना के अलर्ट ट्रूप ने रोका था, जिसके बाद आतंकियों ने सेना पर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों तरफ से देर रात तक गोलीबारी होती रही, जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए। बाकी आतंकी वापस अपनी सीमा में लौट गए। वे मरे हुए आतंकियों के शव भी ले गए।

22 अक्टूबर को बारामूला में सुरक्षाबलों को इलाके में दो बैग भी मिले, जिनमें पाकिस्तानी दवाएं और खाने-पीने का सामान था।

22 अक्टूबर को बारामूला में सुरक्षाबलों को इलाके में दो बैग भी मिले, जिनमें पाकिस्तानी दवाएं और खाने-पीने का सामान था।

घटनास्थल से हथियार और गोला-बारूद मिले
दो आतंकियों के मारे जाने के बाद सेना ने शनिवार रात से लेकर रविवार शाम तक इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान घटनास्थल से युद्ध स्तर के हथियार मिले। इनमें दो AK सीरीज की राइफल्स, 6 पिस्तौल, चार चीनी ग्रेनेड, कंबल और खून से सने दो बैग मिले जिनमें पाकिस्तानी और भारतीय करेंसी, पाकिस्तानी दवाएं और खाने का सामान था।

खराब मौसम की वजह से सेना ने रविवार देर रात सर्च ऑपरेशन रोक दिया, जिसे मौसम साफ होते ही फिर शुरू किया जाएगा।

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