पंजाब कांग्रेस में जारी अंदरूनी कलह के बीच, क्रिकेटर से नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ अपनी लड़ाई में आगे हो सकते हैं। सूत्रों की माने तो सांगठनिक सुधार के बाद सिद्धू को पार्टी में अहम भूमिका मिल सकती है.
सूत्रों ने बताया कि एंटी इनकंबेंसी फैक्टर को ध्यान में रखते हुए तीन सदस्यीय कमेटी ने कैबिनेट में फेरबदल का सुझाव दिया है और कहा कि पार्टी आलाकमान भी कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाखुश है।
पूर्व राज्य मंत्री ने बुधवार को पार्टी नेता राहुल गांधी और भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव से मुलाकात की Priyanka Gandhi Vadra नई दिल्ली में।
हालांकि इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान क्या हुआ, इस बारे में कुछ नहीं कहा गया, लेकिन ऐसी अटकलें थीं कि सिद्धू अपनी नई भूमिका के लिए सहमत हो सकते हैं जो कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की पुर्नोत्थान राज्य इकाई में उनके लिए गांधी परिवार की है।
सूत्रों ने बताया कि सिद्धू ने बेअदबी के मामले में कार्रवाई, नशीली दवाओं के मामले, रेत के ठेके सहित कई मुद्दों की शिकायत की, जो अभी भी पंजाब में अकालियों के पास हैं।
अमृतसर पूर्व के विधायक ने पार्टी आलाकमान से भी शिकायत की कि स्पष्ट निर्देश के बाद भी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की और उन्हें खुली हवा में डाल दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अभी तक राज्य में 200 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा नहीं की है।
2019 में कैबिनेट छोड़ने के बाद से सिद्धू मुख्यमंत्री से नाराज हैं।
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