निर्यात को बढ़ावा, रेलवे लाइनों का दोहरीकरण: केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए प्रमुख निर्णय – टाइम्स ऑफ इंडिया

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल बुधवार को देश से अधिक निर्यात की सुविधा के लिए कई अहम फैसले लिए। इसने निश्चित को दोगुना करने की भी घोषणा की रेलवे लाइन कनेक्टिविटी में सुधार करने के लिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा Anurag Thakur लिए गए सभी फैसलों के बारे में मीडिया को जानकारी दी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत ने चालू वित्त वर्ष में 21 सितंबर, 2021 तक 185 बिलियन रुपये का अब तक का सबसे अधिक निर्यात दर्ज किया है।
कैबिनेट द्वारा लिए गए प्रमुख निर्णयों में शामिल हैं:
निर्यात क्षेत्र
* राज्य के स्वामित्व वाली एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉर्प (ईसीजीसी) को स्टॉक मार्केट लिस्टिंग के लिए मंजूरी दे दी गई है।
* सरकार 2021-22 से शुरू होने वाले अगले 5 वर्षों में ईसीजीसी में 4,400 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी डालेगी। 500 करोड़ रुपये का इन्फ्यूजन तुरंत किया जाएगा।
* ईसीजीसी की लिस्टिंग अगले साल होने की संभावना है।
* राष्ट्रीय निर्यात बीमा खाता (एनईआईए) योजना में 1,650 करोड़ रुपये डाले जाएंगे।
* निर्यातोन्मुख उद्योग विशेषकर श्रम प्रधान क्षेत्र को शामिल करने के लिए ईसीजीसी के तहत कवरेज का विस्तार किया जाएगा।
रेलवे
* कैबिनेट ने दो रेलवे लाइनों के दोहरीकरण को मंजूरी दी: नीमच- रतलाम और राजकोट-कनालुस
* नीमच-रतलाम रेलवे लाइन के दोहरीकरण की कुल अनुमानित लागत 1,095.88 करोड़ रुपये और राजकोट-कनालूस रेलवे लाइन के दोहरीकरण को कुल अनुमानित लागत 1,080.58 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
* परियोजनाओं को 4 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
* इसका उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना, आसान कनेक्टिविटी प्रदान करना और क्षेत्रों का सामाजिक-आर्थिक विकास करना है।
शिक्षा
* केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश भर के 11.2 लाख से अधिक सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को मध्याह्न भोजन प्रदान करने के लिए पीएम पोषण योजना शुरू करने को भी मंजूरी दी।
* यह योजना 5 साल तक चलेगी और इसमें 1.31 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
* पीएम पोषण योजना मौजूदा मध्याह्न भोजन योजना को समाहित कर देगी।
* यह योजना राज्य सरकारों के साथ साझेदारी में चलाई जाएगी लेकिन बड़ा योगदान केंद्र का होगा।

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