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नई दिल्लीएक मिनट पहले
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धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के विरोध में निकाली गए मार्च में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए।
महाराष्ट्र में धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट अडाणी ग्रुप को दिए जाने के चलते शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र सरकार (शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट) के खिलाफ शनिवार को मार्च निकाला। इस मार्च में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी पहुंचे। मार्च धारावी से इंडस्ट्रियलिस्ट गौतम अडाणी के कार्यालय तक निकाल गया।
इस दौरान उद्धव ने महाराष्ट्र सरकार पर धारावी के लोगों की मांगों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार इंडस्ट्रियलिस्ट का पक्ष ले रही है। वहीं, इन आरोपों पर सीएम एकनाथ शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे को कई परियोजनाएं याद दिलाई। उन्होंने कहा कि उनकी (उद्धव) सरकार ने इन परियोजनाओं को रोक दिया था। इससे राज्य और यहां के लोगों का विकास बाधित हुआ।
अडाणी हटाओ, धारावी बचाओ की तख्तियां लेकर लोग मार्च में शामिल हुए।
उद्धव ने साधा महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी पर निशाना
– उद्धव ठाकरे ने कहा ”आज मैंने धारावी के लोगों को वादा किया था की जरूरत पड़ी तो पूरे महाराष्ट्र के लोगों को धारावी में उतारुंगा। मीडिया के गुज़ारिश है कि इस भीड़ को अडाणी के लोगों को दिखाए। 50 करोड़ रुपया कम लग रहा है इसलिए अब ये मुंबई को निगलना चाहतें हैं। ये सरकार अडाणी की है।”
– उद्धव ने आगे कहा कि मेरे कार्यकाल में एक फैसला बताओ जिसे बिल्डर को फायदा पहुंचा हो। हम यह जमीन अडाणी की नहीं होने देंगे। आज आपको पता चल गया होगा कि हमारी सरकार गिराने के लिए पैसा किसने दिया, किसने एयरोप्लेन दिया। इनको (अडाणी) को पता चल गया था कि जब तक हम सत्ता में रहेंगे तो इनका काम नहीं होगा।
– उद्धव ने धारावी के लोगों से कहा कि भाइयों और बहनों मेरा और आपका बहुत पुराना नाता है। हम सालों से पड़ोसी हैं। आपको काटने वाला मच्छर हमें भी कांटता है, यह कहना गलत नहीं होगा। कोरोना से लड़कर जीतने वाली धारावी अडाणी से भी लड़ लेगी।
– धारावी के लोगों को 500 फुट का घर मिलना चाहिए। हम विकास के खिलाफ नहीं है लेकिन धारावी के लोगों को उसी जगह घर मिलना चाहिए। धारावी का विकास सरकार को करना चाहिए।
‘बीजेपी में नहीं BMC इलेक्शन लड़ने की हिम्मत’
पूर्व सीएम ठाकरे ने कहा कि बीजेपी में BMC चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है। उसे डर है अगर MVA की सरकार आई तो इनके दोस्त (अडाणी) का क्या होगा। लड़ाई की बात आती है तो बीजेपी कहीं नहीं होती है, लेकिन जब बेचने की बात आती है तो बीजेपी आ जाती है। इनके जमाई अडाणी को हम दहेज में मुंबई नहीं देंगे। ये मुंबई खत्म करने की साजिश है। इन लोगों ने बिल्डर (लोढ़ा) को शहर का गार्डियन मंत्री बनाया है।
‘सब कुछ गुजरात ले जाना चाहते हैं’
उद्धव ने कहा कि आज इस लड़ाई की शुरुआत है। मैंने सुना कुछ रिडायर्ड पुलिस अधिकारी और गुंडों को धारावी में डिप्लॉएड किया गया है। ये गुंडई दिखायेंगे। उनको सबक सिखाओ। धारावी में पुलिस को तैनात किया गया है। मुंबई पुलिस को कहना चाहता हूं सरकार आती-जाती है, लेकिन आप अपना रिकॉर्ड खराब मत करो।
झुग्गी बस्ती में चमड़े की चीजें, और मिट्टी के सजावटी बर्तन तैयार किए जाते हैं।
अडानी समूह ने कहा- फैलाया जा रहा भ्रम
उद्धव ठाकरे की सभा के बाद अडानी समूह ने प्रेस नोट जारी किया। धारावी रिडेपलपमेंट प्रोजेक्ट के प्रवक्ता ने कहा ”परियोजना को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश हो रही है। धारावी परियोजना एक निष्पक्ष और ओपन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से अडानी समूह को प्रदान की गई थी। यह भी ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि टेंडर कंडीशन को महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार के कार्यकाल के दौरान अंतिम रूप दिया गया था। सभी दायित्वों और प्रोत्साहनों सहित अंतिम शर्तों के आलावा फेयर पॉलिसी को किसी के लिए नहीं बदला गया है। इसलिए यह दावा करना गलत है कि इससे कोई विशेष लाभ होगा या गलत तरीके से टेंडर दिया गया।”
जानिए क्या है धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट?
धारावी एशिया का सबसे बड़ा स्लम एरिया है। यह 240 हेक्टेयर में फैला है,जहां करीब 10 लाख लोग रहते हैं। महाराष्ट्र सरकार ने पूरे इलाके को अनडेवलप्ड एरिया के रुप में बताया है और इसके लिए एक स्पेशल प्लानिंग अथॉरिटी बनाई है।
बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स से नजदीक होने के चलते यह जगह काफी कीमती है। यहां चमड़ा और बर्तन समेत कई तरह के उत्पाद बनते हैं, जिनमें लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है।
प्रोजेक्ट के अंतर्गत यहां हाई राइज बिल्डिंग और कई तरह के विकास किए जाने हैं। यहां रहने वाले लोगों को बने हुए मकान देने का वादा किया गया है। इसके लिए धारावी के स्लम एरिया को अलग-अलग फेस में रिडेवलप किया जाएगा। सबसे पहले वहां रहने वाले लोगों को शिविरों में भेजा जाएगा।
इसके बाद वहां पर नए घरों को बनाया जाएगा। धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट 23 हजार करोड़ का है। प्रोजेक्ट के तहत, जो लोग 1 जनवरी 2000 से पहले से धारावी में रह रहे हैं उन्हें फ्री में पक्का मकान दिया जाएगा। जबकि, जो लोग 2000 से 2011 के बीच आकर यहां बसे हैं, उन्हें इसके लिए कीमत चुकानी होगी।
जो लोग 1 जनवरी 2000 से पहले से धारावी में रह रहे हैं उन्हें फ्री में पक्का मकान दिया जाएगा।
अडाणी की कंपनी ने लगाई थी 5,069 करोड़ रुपए की बोली
29 नवंबर 2022 को अडाणी ग्रुप की कंपनी ‘अडाणी प्रॉपर्टीज’ ने स्लम को फिर से बनाने के प्रोजेक्ट की बोली जीती थी। कंपनी ने इसके लिए 5,069 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी।
अडाणी ग्रुप के अलावा बोली लगाने वालों में दूसरे नंबर पर DLF ग्रुप रहा था, जिसने 2,025 करोड़ रुपए की बोली लगाई, जबकि नमन ग्रुप की बोली कैंसिल कर दी गई। इस टेंडर में 8 ग्लोबल कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन असल में सिर्फ तीन कंपनियों ने इस प्रोजेक्ट के लिए बिडिंग डॉक्यूमेंट जमा किए थे।