देश में 2050 तक डबल होगी सीनियर सिटीजन की संख्या: 26 साल बाद हर चौथा भारतीय बुजुर्ग होगा; अभी आबादी के 10% लोग ही बुजुर्ग

नई दिल्ली12 मिनट पहले

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एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में अगली सदी तक एक तिहाई लोग बुजुर्ग होंगे।

दुनियाभर में 60 साल से अधिक उम्र के लोंगों की आबादी बढ़ रही है। भारत में भी जन्मदर गिरने और औसत उम्र 70 साल होने से बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है। 2050 तक कुल जनसंख्या के 19.5% बुजुर्ग होंगे, जो फिलहाल 10% हैं। अभी कुल आबादी में 10.40 करोड़ लोग बुजुर्ग हैं।

अनुमान है कि 2050 तक हर चौथा भारतीय बुजुर्ग होगा। यह बात भारत के सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने कही है। ‘भारत में वरिष्ठ नागरिक देखभाल सुधार: वरिष्ठ नागरिक देखभाल प्रतिमान की पुनर्कल्पना’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में नीति आयोगन ने बुजुर्गों के लिए लिक्विडिटी बढ़ाने, अनिवार्य बचत के लिए रिवर्स मॉर्टगेज सिस्टम शुरू करके बुजुर्ग देखभाल सेवाओं को विकसित करने का आह्वान किया है।

नीति आयोग ने कहा- बुजुर्गों का आर्थिक रूप से मजबूत बनाना होगा
नीति आयोग के पेपर में कहा है कि बुजुर्गों का आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए बुजुर्ग आबादी को फिर से कुशल बनाना, सार्वजनिक धन और बुनियादी ढांचे का कवरेज बढ़ाना और किफायती क्षेत्र के लिए अनिवार्य बचत योजनाएं को आगे बढ़ाना होगा। नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी कहते हैं, ‘चिकित्सा और सामाजिक पहलू के साथ ही बुजुर्गों की देखभाल के बारे में सोचने का समय आ गया है।’

नीति आयोग के सुझाव

  1. बुजुर्गों की देखभाल के लिए प्रौद्योगिकी और एआई के इस्तेमाल को प्राथमिकता दी जाए। स्वास्थ्य बीमा उत्पादों को डिजाइन करने के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जाए।
  2. बुजुर्गों को वित्तीय धोखाधड़ी से सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत। वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिजिटल उपकरणों तक पहुंच में सुधार हो।

बुजुर्गों की देखभाल का 60 हजार करोड़ का कारोबार
आयोग के अनुसार, भारत में वरिष्ठ नागरिक देखभाल उद्योग करीब 60 हजार करोड़ रु. है। इसके तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। आयोग ने कहा कि घरों पर ही बुजुर्ग की देखभाल और मोबाइल अस्पताल बनाने के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के जरिए निजी क्षेत्र के सहयोग को बढ़ाना चाहिए।

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