देश में कोरोना के 640 नए मामले: केरल में 265 पॉजिटिव केस मिले, एक की मौत; दुनिया के 41 देशों में फैला JN.1 वैरिएंट

नई दिल्ली6 मिनट पहले

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कोरोना का नया JN.1 वैरिएंट अब तक 41 देशों में फैल चुका है। भारत में नए वैरिएंट के 21 मामले हैं।

भारत में शुक्रवार को कोरोना के 640 नए मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में एक्टिव मामलों की संख्या 2,997 हो गई है। एक दिन पहले यह आंकड़ा 2,669 था।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, एक्टिव मामलों में सिर्फ केरल में 2,606 मरीज हैं। यहां गुरुवार (21 दिसंबर) को कोरोना से एक मरीज की मौत भी हुई है। यहां हर रोज 500 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं।

कर्नाटक में कोविड के 105 और महाराष्ट्र में 53 मामले हैं। यूपी के नोएडा में कई महीनों के बाद एक पॉजिटिव मरीज (54) मिला है। डॉक्टर ने बताया कि मरीज हाल ही में नेपाल गया था। वह हरियाणा के गुरुग्राम में काम करता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कोरोना का नया JN.1 वैरिएंट अब तक 41 देशों में फैल चुका है। फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, कनाडा और स्वीडन में JN.1 के मामले सबसे ज्यादा हैं। भारत में नए वैरिएंट के 21 मामले हैं।

WHO ने JN.1 को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ में शामिल किया है। WHO ने बताया कि अभी तक का विश्लेषण कहता है कि मौजूदा वैक्सीन JN.1 वैरिएंट पर पूरी तरह से कारगर है। इससे लोगों को ज्यादा खतरा नहीं है।

हालांकि, WHO ने सावधानी के तौर पर एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों को भीड़ वाले, बंद या दूषित हवा वाले इलाकों में मास्क पहनने की सलाह दी गई है। साथ ही आवश्यक दूरी बनाने को भी कहा गया है।

केंद्र का निर्देश- सभी जिले टेस्ट करें
केंद्र सरकार ने नए वैरिएंट को लेकर सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें सभी राज्यों को ज्यादा से ज्यादा कोविड टेस्ट करने को कहा गया है। केंद्र ने पॉजिटिव सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजने का निर्देश दिया है।

केरल में कोविड-19 का मामला बढ़ने के कारण वहां भी एडवाइजरी जारी की गई है। यहां 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों, किडनी, हृदय, लिवर जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली मांओं को बाहर जाने पर अनिवार्य रूप से मास्क पहनने की सलाह दी गई है।

केंद्र के निर्देशों के अनुसार, अभी ज्यादा घबराने या तुरंत प्रतिबंध लगाकर सीमा पर (केरल, तमिलनाडु राज्यों) निगरानी बढ़ाने की जरूरत नहीं है। हालांकि, केरल और तमिलनाडु से लगे सभी सीमावर्ती जिलों को सतर्कता बरतनी चाहिए। क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान लोगों को खास तौर पर सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

भारत में कहां से आया JN.1 वैरिएंट ?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल के मुताबिक 8 दिसंबर को केरल के तिरुवनंतपुरम में सबसे पहला JN.1 वैरिएंट सामने आया था। 79 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। महिला में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के हल्के लक्षण थे। हालांकि, बाद में वह ठीक हो गई।

कोविड के सब-वैरिएंट JN.1 की पहचान पहली बार यूरोपीय देश लक्जमबर्ग में हुई। यहां से यह तमाम देशों में फैलना शुरू हो गया। यह सब-वैरिएंट पिरोलो वैरिएंट (बीए.2.86) से जुड़ा हुआ है। इसे इंसानी शरीर की इम्यूनिटी के खिलाफ खतरनाक बताया जा रहा है। यही वजह है कि नए सब-वैरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

अमेरिका में 8 दिसंबर को मिला था पहला JN.1 का मरीज
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कहा था कि 8 दिसंबर तक अमेरिका में सब वैरिएंट JN.1 अनुमानित 15% से 29% कोविड केस के लिए जिम्मेदार है। सितंबर में पहली बार JN.1 का मरीज सामने आया था।

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बीते कई महीनों से चीन में कोविड का नए वैरिएंट JN.1 फैलने की खबरें आ रही थी। लेकिन JN.1 सब-वैरिएंट भारत में भी दस्तक दे चुका है। अब भारत के तमाम राज्यों में इससे होने वाले इन्फेक्शन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल में कोविड की वजह से दो लोगों की मौत हुई। जिसने एक बार फिर से देश में कोरोनावायरस का डर फैला दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्यभर में वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्यों कर्नाटक और तमिलनाडु में भी नए वैरिएंट में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसके बाद अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया है। पूरी खबर पढ़ें…

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