दिल्ली अस्पताल हादसे के पीड़ितों को बच्चों की जानकारी नहीं: कहा- अस्पताल वालों कुछ नहीं बता रहे, हमें बताएं उन्हें कहां रखा, पहचान करनी है

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नई दिल्ली9 मिनट पहले

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दिल्ली के विवेक विहार स्थित तीन मंजिला बिल्डिंग में आग लगी थी। इसके फर्स्ट फ्लोर पर अस्पताल में 12 बच्चे भर्ती थे।

दिल्ली के विवेक विहार इलाके में बेबी केयर सेंटर में लगी आग में 6 नवजातों की मौत हो गई। 25 मई की रात घटना हुई थी। 26 मई को कुछ परिवारों ने आरोप लगाया कि उन्हें घटना की जानकारी एक दिन बाद लगी। हमारे बच्चे कहां है उसकी जानकारी नहीं दी जा रही है।

एक परिवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में आग रात के 11-12 के बीच लगी थी। हमें जानकारी आज (26 मई) की दोपहर में दी गई। अस्पताल वाले हमारे बच्चे के बारे में जानकारी नहीं दे रहे हैं। अस्पताल वाले नहीं बता रहें हैं कि बच्चे के कहां गया रखा गया है। हमें इसकी जानकारी चाहिए, जिससे बच्चे की पहचान कर सकें।

इस हादसे में एक दिन से लेकर 25 दिन के बच्चों की मौत हुई है। दिल्ली पुलिस ने चाइल्ड हॉस्पिटल के मालिक नवीन खिची के खिलाफ IPC की धारा 336 (दूसरों की निजी सुरक्षा को खतरे में डालना), 304A (लापरवाही से मौत) और 34 (आपराधिक गतिविधि) के तहत FIR दर्ज की है। वह पश्चिम विहार का रहने वाला है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के बाद से वह फरार था।

अस्पताल का मालिक नवीन खिची (ग्रीन शर्ट में) और डॉ. आकाश (सफेद शर्ट में) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

अस्पताल का मालिक नवीन खिची (ग्रीन शर्ट में) और डॉ. आकाश (सफेद शर्ट में) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

अस्पताल बिल्डिंग में अवैध ऑक्सीजन की रीफिलिंग का आरोप
दिल्ली फायर सर्विस चीफ अतुल गर्ग ने बताया कि अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। हालांकि शुरुआती जांच में ऑक्सीजन सिलेंडर ब्लास्ट को कारण बताया जा रहा है। बेबी केयर सेंटर के नीचे ग्राउंड फ्लोर पर अवैध ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग का काम चल रहा था।

दमकल अधिकारी ने बताया कि उन्हें रात 11:30 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर दमकल की कुल 16 गाड़ियां पहुंचीं। तब तक आग की लपटें ऊपर के फ्लोर और पास की दो बिल्डिंग्स में भी फैल चुकी थी। बेबी केयर सेंटर में ऊपर जाने के लिए बाहर की तरफ से लोहे की एकमात्र घुमावदार सीढ़ी है। उसमें भी आग लग गई थी।

बेबी केयर सेंटर में भर्ती 12 बच्चों में से एक की मौत आग लगने से पहले ही हो चुकी थी। धुआं भरने के कारण अन्य 11 बच्चों की हालत गंभीर हो गई। दमकल की टीम और स्थानीय लोगों ने लकड़ी की सीढ़ियों पर चढ़कर खिड़की से अन्य 11 बच्चों को बाहर निकाला। तब तक दम घुटने से 6 बच्चों की मौत हो गई। इनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेजा गया है।

रेस्क्यू किए गए 5 बच्चों को एडवांस NICU अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। चाइल्ड हॉस्पिटल के दोनों तरफ दो रेसिडेंशियल बिल्डिंग से 11-12 लोगों को बचाया गया। फायर सर्विस ने करीब डेढ़ घंटे मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया। पूरी खबर पढ़ें…

चाइल्ड हॉस्पिटल से नवजात बच्चों को खिड़की के सहारे निकाला था।

चाइल्ड हॉस्पिटल से नवजात बच्चों को खिड़की के सहारे निकाला था।

फायर ब्रिगेड टीम ने अस्पताल के अंदर रखे ऑक्सीजन सिलेंडरों को बाहर निकाला था।

फायर ब्रिगेड टीम ने अस्पताल के अंदर रखे ऑक्सीजन सिलेंडरों को बाहर निकाला था।

बताया जा रहा है कि बिल्डिंग के नीचे अवैध ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग का काम चलता था।

बताया जा रहा है कि बिल्डिंग के नीचे अवैध ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग का काम चलता था।

जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया उनके साथ हम सब खड़े: अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने X पर कहा- इस हादसे में जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया उनके साथ हम सब खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। जो भी इस लापरवाही का जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा हम दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेंगे कि भविष्य में कोई भी ऐसी लापरवाही न करें। दिल्ली स्वास्थ्य सचिव दीपक कुमार और मुख्य सचिव नरेश कुमार को विवेक विहार में लगी आग की घटना में मृतकों के परिवारों को मुआवजा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

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