चंबा के जोत में लगाया जाएगा डॉप्लर रडार: बारिश-तूफान की सटीक जानकारी मिलेगी; 150 किमी तक के मौसम में हुए बदलाव का पता लगेगा, किसानों-बागवानों को लाभ

शिमलाएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

हिमाचल प्रदेश में मौसम की सटीक जानकारी के लिए मौसम विज्ञान केंद्र चंबा के जोत में डॉप्लर रडार स्थापित करने जा रहा है। शिमला के कुफरी के बाद जोत में रडार स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए सभी तरह की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। रडार स्थापित करने के लिए उपकरण भी पहुंचा दिए गए हैं। जल्द ही यहां पर डॉप्लर रडार को स्थापित करने का काम भी शुरू हो जाएगा। इसके बाद बागवानों और जनता को हिमाचल में बदलने वाले मौसम की सटीक जानकारी मिलना शुरू हो जाएगी।

मौसम विज्ञान केंद्र इससे पहले शिमला के कुफरी में भी डॉप्लर रडार को स्थापित कर चुका है। इस डॉप्लर रडार के माध्यम से मौसम विज्ञान केंद्र शिमला को मौसम में होने वाली हर छोटी से छोटी गतिविधि और बदलाव की सटीक जानकारी मिलती है। ऐसे में समय रहते लोगों और बागवानों को भी अलर्ट किया जाता है। आने वाले समय में प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के डॉप्लर रडार लगाए जाएंगे, ताकि लोगों, किसानों और बागवानांें को अलर्ट करके उन्हें आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।

चंबा का जोत क्षेत्र जहां पर डॉप्लर रडार लगाया जाना है।

चंबा का जोत क्षेत्र जहां पर डॉप्लर रडार लगाया जाना है।

इस तरह काम करता है डॉप्लर रडार

डॉप्लर रडार इफेक्ट के जरिए अतिसूक्ष्म तरंगों को पकड़ता है। ऐसी तरंगें किसी वस्तु से टकराकर लौटती हैं तो रडार उनकी दिशा आसानी से पहचान लेता है। वायुमंडल में मौजूद पानी की बूंद की स्थिति और दिशा का पता भी इससे लगाया जा सकता है। इसके द्वारा एकत्रित आंकड़ों से क्षेत्र में बारिश, तूफान समेत अन्य गतिविधियों के बारे में 4 घंटे पहले पता चल जाएगा। 20 मीटर ऊंचाई वाला 100 से 150 किमी की रेंज में कार्य करने वाला रडार 4 घंटे पहले ही मौसम के मिजाज को भांप लेगा, जिससे सरकारी तंत्र को 4 घंटे पहले ही मौसम की सटीक जानकारी मिल जाएगी।

किन्नौर और लाहौल स्पीति में भी लगेंगे डॉप्लर रडार

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र किन्नौर और लाहौल स्पीति में भी डॉप्लर रडार स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे केंद्र को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद दोनों जिलों में जगहों को तलाशने का काम शुरू किया जाएगा। जगह-जगह पर डॉप्लर रडार स्थापित होने से हिमाचल की आम जनता समेत बागवानों, किसानों को मौसम की सटीक जानकारी भी मिलेगी। इसका लाभ आने वाले समय में भारी बारिश में अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए भी हो सकेगा।

मुरारी देवी में स्थापित होगा डॉप्लर रडार

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि शीघ्र ही जोत में डॉप्लर रडार स्थापित करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा मुरारी देवी ने भी रडार स्थापित किया जाना है, इसके लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद यहां पर भी काम शुरू हो जाएगा।

खबरें और भी हैं…

.