केरल CM ने गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान पर निशान साधा: कहा- कानून से ऊपर कोई नहीं; क्या राज्य में CRPF शासन लागू होगा

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तिरुवनंतपुरम12 मिनट पहले

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विजयन ने सवाल किया कि क्या केरल या देश में इससे पहले कभी इतने ऊंचे पद पर बैठे शख्स को ऐसे बर्ताव करते देखा है, जैसे आरिफ मोहम्मद कर रहे हैं।

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गवर्नर आरिफ मोहम्मद पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि क्या अब राज्य में CRPF का शासन होगा? क्या वह केस रजिस्टर कर सकता है। राज्य में CRPF की तैनाती बड़ी अजीब बात है। विजयन ने कहा कि गवर्नर ने शिकायत की थी कि पुलिस उनके मुताबिक काम नहीं कर रही है, तो क्या CRPF को उनके मुताबिक काम करने के लिए तैनात किया गया है? कानून से ऊपर कोई नहीं होता है।

दरअसल, 27 जनवरी की सुबह आरिफ मोहम्मद खान को कोल्लम जिले में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के छात्रों ने काले झंडे दिखाए थे। आरिफ अपनी कार से उतरकर उनकी ओर बढ़े और कहा आओ। इसके बाद पुलिस ने SFI कार्यकर्ताओं को गवर्नर से दूर किया। कार्यकर्ताओं के जाते ही गवर्नर ने एक दुकान से कुर्सी ली और धरने पर बैठ गए।

उन्होंने SFI के कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। धरने के दौरान आरिफ ने आसपास मौजूद पुलिसवालों से कहा कि यहां के पुलिस कमिश्नर को बुलाओ। नहीं तो PMO को कॉल करो। जब पुलिस ने उन्हें FIR की कॉपी दिखाई तब जाकर वे वहां से उठे। घटनाक्रम के बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें CRPF की Z+ सिक्योरिटी दी।

केरल गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान MC रोड पर एक चाय की दुकान से कुर्सी मांगी और धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही।

केरल गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान MC रोड पर एक चाय की दुकान से कुर्सी मांगी और धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही।

मर्यादा में रहते हुए विरोध प्रदर्शन का सामना करना हमारी जिम्मेदारी
विजयन ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ हमेशा ऐसे विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं, ये हमारा काम है कि हम मर्यादा बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से डील करें। गवर्नर पूछते हैं कि मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध से कैसे निपटा जाता है। मैं भी काफी सफर करता हूं, लेकिन क्या मैं कभी ये देखने के लिए नीचे उतरा कि रास्ता मेरे सफर के लिए ठीक है या नहीं?

क्या ये सुरक्षा के खिलाफ नहीं है। आरिफ मोहम्मद जानते हैं कि जब विरोध प्रदर्शन होते हैं तो पुलिस खुद सभी रास्तों को अच्छे से चेक करती है। क्या हमने कभी देखा है कि कोई वाहन से बाहर निकलकर देख रहा है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है?

विजयन बोले कि सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ हमेशा ऐसे विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं, ये हमारा काम है कि हम मर्यादा बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से डील करें।

विजयन बोले कि सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ हमेशा ऐसे विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं, ये हमारा काम है कि हम मर्यादा बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से डील करें।

गवर्नर के पास पॉलिसी एड्रेस पढ़ने का वक्त नहीं, धरना देने का वक्त है
विजयन ने कहा कि गवर्नर आरिफ मोहम्मद ने कोझिकोड में कहा कि पुलिस को उनके साथ नहीं जाना चाहिए। वे राज्य के सबसे प्रमुख व्यक्ति हैं और उन्हें सबसे ज्यादा सुरक्षा मिली हुई है। क्या वे ये कह रहे हैं कि इस सुरक्षा का उन्हें जरूरत नहीं है? एक बार गवर्नर ने कहा था कि केरल पुलिस बेस्ट है, क्या अब पुलिस उनके लिए काफी नहीं है? क्या केरल या देश में इससे पहले कभी इतने ऊंचे पद पर बैठे शख्स को ऐसे बर्ताव करते देखा है?

उनके पास पॉलिसी एड्रेस पढ़ने के लिए समय नहीं है, लेकिन सड़क किनारे विरोध प्रदर्शन करने के लिए उनके पास डेढ घंटा है। विधानसभा में पॉलिसी एड्रेस का सिर्फ आखिरी पैराग्राफ पढ़ने का गवर्नर का फैसला केरल और भारत के संविधान का अपमान है।

केरल विश्वविद्यालय सीनेट के लिए छात्रों की नियुक्ति से शुरू हुआ विवाद
आरिफ मोहम्मद खान ने केरल विश्वविद्यालय के सीनेट के लिए 4 छात्रों को नियुक्त किया था। केरल की सत्ताधारी लेफ्ट सरकार ने आरोप लगाया था कि ये छात्र RSS की विचारधारा से जुड़े हैं। इसे लेकर दिसंबर 2023 में SFI (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया- लेफ्ट पार्टियों का छात्र संघ) ने प्रदर्शन शुरू किया था। SFI पूरे प्रदेश में समय-समय पर इसे लेकर प्रदर्शन करता है।

12 दिसंबर 2023 को गवर्नर आरिफ ने दावा किया कि SFI ने उन पर हमला किया है। ये हमला CM पिनराई विजयन के कहने पर हुआ। उन्होंने CM को बेशर्म भी बताया था। इसके बाद से ये विवाद और बढ़ते ही चला गया।

पिछले महीने आरिफ मोहम्मद ने राज्य सीएम पर हमला कराने का आरोप लगाया था

ये फुटेज 11 दिसंबर 2023 का है, जब आरिफ मोहम्मद की कार पर कथित तौर पर हमला हुआ और वे कार से उतर गए।

ये फुटेज 11 दिसंबर 2023 का है, जब आरिफ मोहम्मद की कार पर कथित तौर पर हमला हुआ और वे कार से उतर गए।

11 दिसंबर को आरिफ मोहम्मद ने दावा किया कि था कि राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन उन्हें शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वे साजिश रच रहे हैं और लोगों को भेज रहे हैं। आरिफ मोहम्मद ने पुलिस पर भी राज्य सरकार की असंवैधानिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।

हमले को लेकर केरल गवर्नर ने कहा था- केरल पुलिस देश की सबसे अच्छी फोर्स है। लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस कुछ नहीं कर पाई। क्या केरल पुलिस मुख्यमंत्री की कार के पास किसी को ऐसे आने देती? जब मैं गुंडों के सामने अपनी कार से उतरा, तो वे क्यों भाग गए? वे मुझे क्यों निशाना बना रहे हैं? पूरी खबर पढ़ें…

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केरल गवर्नर बोले- पिनाराई विजयन बेशर्म: मैं किसे नियुक्त करूं, CM को इसकी चिंता क्यों; सरकार ने यूनिवर्सिटी की नियुक्ति में पक्षपात के आरोप लगाए थे

केरल गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने केरल CM पिनाराई विजयन को बेशर्म कहा है। केरल की लेफ्ट सरकार ने गवर्नर पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने स्टेट यूनिवर्सिटी के सिनेट के नॉमिनेशन में पक्षपात किया है। इस आरोप को लेकर ही गवर्नर ने बुधवार (13 दिसंबर) को दिल्ली में ये बयान दिया। पूरी खबर पढ़ें…

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