S&T कर्मियों के लिए भारी रहे 24 घंटे, तीन तकनीशियनों की रनओवर से मौत – Rail Hunt

नई दिल्ली. 22 और 23 नवंबर का दिन एसएंडटी कर्मचारियों के लिए सदमे का दिन रहा. 24 घंटे में तीन तकनीशियनों की मौत कार्य के दौरान रनओवर होने से हो गयी. 22 नवंबर केा उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल में हेमंत कुमार JE Tele DBA KTRA ब्लॉक में BCM मशीन कार्य के दौरान ट्रेन नम्बर 11077 से रनओवर हो गये.

इस घटना के ठीक दूसरे ही दिन 23 नवंबर को उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल में कुलदीप ESM एवं भगत सिंह मीणा Assistant S&T फरीदाबाद स्टेशन पर कार्य के दौरान ट्रेन 22221 की चपेट में आ गये. दोनों की मौत हो गयी. यह सब ऐसे में हो रहा है जब सेफ्टी को लेकर लगातार सेमिनार का आयोजन और दूसरे उपाय अपनाने की सीख रेल प्रशासन दे रहा है.

यह भी पढ़ें .. S&T कर्मियों के लिए काला सप्ताह, तीन दिन में दो सहयोगियों की मौत से गुस्सा चरम पर

इन सबके बीच रेल परिचालन को बहाल रखने का अघोषित दबाव रेलकर्मियों पर स्पष्ट दिख रहा है जिसका उदाहरण रनओवर की बढ़ती घटनाएं है. दिलचस्प है कि हाई रिस्क में काम करने के बावजूद एसएंडटी कर्मचारियों के लिए रिस्क अलाउंस तथा नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की मांग पर अब तक रेलवे अंतिम निर्णय नहीं ले सका है.

ऐसा नहीं है कि इन घटनाओं को लेकर रेल प्रशासन का ध्यान आकृष्ट नहीं कराया गया. IRSTMU ने इसके लिए देशव्यापी आंदोलन चलाया और काला दिवस मनाकर रेलवे बोर्ड का ध्यान घटनाओं की ओर खींचने का असफल प्रयास किया. लगातार सांसद व मंत्रियों तक अपनी आवाज पहुंचाने में यूनियन सफल जरूर रहा लेकिन अब भी उनकी अहम मांगों पर निर्णय आना बाकी है. मेंटेनर्स यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार और महामंत्री आलोक चंद ने रनओवर की घटनाओं पर चिंता जताते हुए सहयोगियों से सेफ्टी का हर हाल में अनुपालन करने का अनुरोध किया है.