SKM की कमेटी से सरकार ने नहीं की बात: संघर्ष तेज करने को SKM ने बुलाई अहम बैठक, तय किए कार्यक्रम को लागू करने पर लिया जाएगा फैसला

लुधियाना4 मिनट पहले

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सिंघु बार्डर पर पत्रकारवार्ता करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी वह अन्य।

संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की तरफ से बनाई गई पांच सदस्य कमेटी के साथ केंद्र सरकार ने दो दिन में कोई वार्तालाप नहीं किया है। इस लिए SKM ने मंगलवार को फिर से अहम मीटिंग बुला ली है। इसमें आगे के संघर्ष को तेज करने पर फैसला लिया जाएगा। SKM के पांच सदस्यों की यह कमेटी भी गृह मंत्री अमित शाह के कहने पर ही बनाई गई थी। मगर बैठक बनाने के बाद उनके साथ कोई वार्तालाप नहीं किया गया है। इसी लिए पांचों सदस्यों की आज बैठक बुलाई गई थी, इसके बाद SKM के 9 सदस्यों की भी बैठक हुई। इसमें यह फैसला लिया गया है कि पूरे SKM की बैठक बुलाकर आगे के संघर्ष की रणनीति का एलान कर देना चाहिए।

सिंघु बार्डर पर जानकारी देते हुए SKM के नेता

सिंघु बार्डर पर जानकारी देते हुए SKM के नेता

SKM के नेता गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा पत्रकारवार्ता के दौरान यह एलान किया गया है। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि यह काफी हैरानी वाली बात है कि सरकार की तरफ से कानून वापिस लेने के बाद मोर्चा के साथ किसी तरह की कोई वार्तालाप नहीं किया है। हमने MSP बिल लाने, किसानों पर दर्ज सभी राज्यों में केस वापिस लेने और शहीद हुए किसानों के लिए समार्क बनाने की जैसी मांगें रखी थीं मगर इस पर अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया है। जिससे साफ है कि सरकार दिल्ली में चल रहे संघर्ष को लेकर गंभीर नहीं है। हमने सरकार की तरफ से तीनों कृषि कानून रद्द करने के फैसले के बाद ही अपने सारे कार्यक्रम को सस्पेंड कर दिया था। मगर लग रहा है कि सरकार बिना इन कार्यक्रमों के मानने वाली नहीं है।
मिशन यूपी, काले झंडे दिखाने, ट्रैक्टर मार्च जैसे फैसले ले सकता है मोर्चा
SKM की तरफ से मंगलवार को बुलाई गई बैठक में मोर्चा की तरफ से एलान किए गए प्रोग्राम जैसे मिशन यूपी, काले झंडे दिखाने और ट्रैक्टर मार्च जैसे कार्यक्रम बनाए थे और इनका एलान भी किया था। मगर सरकार के फैसले के इन्हें सस्पेंड किया गया था मगर कल की मीटिंग में इन सभी कार्यक्रमों पर हमारी तरफ मिलकर फैसला लिया जाएगा। हम कल फिर सरकार के साथ मांगों बातचीत के लिए बनाई गई कमेटी को लेकर बातचीत करेंगे।
SKM ने बनाई थी पांच सदस्य कमेटी मगर बातचीत के लिए नहीं बुलाया
किसान आंदोलन के मुद्दे पर सरकार से बातचीत करने के लिए SKM की जो 5 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है। उसमें बलवीर सिंह राजेवाल, शिव कुमार कक्का, अशोक धावले, युद्धवीर सिंह और गुरनाम सिंह चढूनी को लिया गया था। इन्हें सभी हक दे दिए गए थे कि अगर सरकार के साथ जो भी बात होगी इस पर यही कमेटी फैसला लेगी मगर दो दिन बीतने पर जब सरकार ने कोई बात नहीं की तो संघर्ष तेज करने का एलान किया गया है।

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