DGP और AG को हटाने पर अड़े सिद्धू: कांग्रेस हाईकमान के आगे भी उठाया मुद्दा; राहुल गांधी ने डिप्टी सीएम रंधावा को दिल्ली बुलाया

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चंडीगढ़18 मिनट पहले

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नवजोत सिद्धू - Dainik Bhaskar

नवजोत सिद्धू

पंजाब में DGP इकबालप्रीत सहोता और एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल को हटाने को लेकर नवजोत सिद्धू अब भी अड़े हुए हैं। मंगलवार को सिद्धू ने दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की। यहां सिद्धू ने स्पष्ट कहा कि पंजाब के डीजीपी और AG को हटाना होगा। श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी पंजाब में भावनात्मक मुद्दा है। इन दोनों की नियुक्तियों की वजह से कांग्रेस पर सवाल उठ रहे हैं। सिद्धू की मांग को देखते हुए अब राहुल गांधी ने डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा को दिल्ली तलब कर लिया है। रंधावा के पास गृह मंत्रालय भी है। जहां उनकी मीटिंग चल रही है।

रंधावा इन दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम पर बयान को लेकर भी सुर्खियों में हैं। जिसको लेकर भी सिद्धू ने विरोध जताया था कि हमें पंजाब के असली मुद्दों पर लौटना चाहिए। वहीं, कैप्टन की प्रेस कान्फ्रेंस होने वाली है, ऐसे में उनके सियासी दांव के बाद कांग्रेस पर क्या असर पड़ेगा। इसको लेकर भी चर्चा हो सकती है।

सिद्धू से बिगड़े रंधावा के रिश्ते, अरूसा को लेकर भी चर्चा में

डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा के नवजोत सिद्धू से रिश्ते बिगड़े हुए हैं। कैप्टन के CM रहते रंधावा सिद्धू के साथ डटे रहे। हालांकि सरकार में बदलाव होते ही अब उनके रिश्तों में तल्खी आ गई है। संभव है कि यह मुद्दा भी सिद्धू ने दिल्ली उठाया हो। इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र अरूसा आलम की ISI कनेक्शन जांच का बयान भी रंधावा ने ही दिया था। जिस वजह से अरूसा को लेकर मचे घमासान में कैप्टन ने सोनिया गांधी को भी घसीट लिया। माना जा रहा है कि इससे भी कांग्रेस नेतृत्व नाखुश है। इसको लेकर भी रंधावा से राहुल गांधी नाखुशी व्यक्त कर सकते हैं।

नियुक्तियों को लेकर दिया था सिद्धू ने इस्तीफा

नवजोत सिद्धू ने पंजाब में डीजीपी और एजी की नियुक्ति को लेकर ही इस्तीफा दिया था। सिद्धू का तर्क है कि डीजीपी सहोता ने बेअदबी की पहली जांच में बादल सरकार को क्लीन चिट दी थी। वहीं, एडवोकेट जनरल बेअदबी से जुड़े गोलीकांड मामले में आरोपी पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी और अन्य पुलिस अफसरों के वकील रह चुके हैं। उन्हें जमानत दिलवा चुके हैं। ऐसे में इनकी नियुक्ति पंजाबियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।

इस्तीफा वापस लेने की बात नहीं कह रहे सिद्धू

इसके बाद सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के प्रधान पद से अचानक इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि सिद्धू प्रधान बने रहेंगे। सिद्धू उसी अंदाज में काम भी कर रहे हैं। हालांकि अभी तक उन्होंने सार्वजनिक तरीके से इस्तीफा वापस लेने की बात नहीं की है। इसको लेकर कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें कहा भी था लेकिन सिद्धू नियुक्तियों को लेकर झुकना नहीं चाहते।

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