करनाल9 घंटे पहले
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CM मनोहर लाल ने खुद भी करनाल में साइकिल चलाई। उन्होंने कहा कि हर मंगलवार वह भी करनाल में साइकिल ही चलाएंगे। ये साइकिल यात्रा 22 जिलों में 1900 किमी कवर करेगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को करनाल के NDRI चौक से साइक्लोथॉन साइकिल यात्रा को हरी झंडी दी। इस दौरान CM मनोहर लाल कार्यक्रम स्थल से PWD रेस्ट हाउस तक साइकिल चलाते हुए पहुंचे। यहां उन्होंने ऐलान किया कि अब से करनाल में हर मंगलवार कार फ्री डे रहेगा।
सभी सरकारी अधिकारी भी अब हर मंगलवार को साइकिल पर ही यात्रा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा मैं खुद भी अगर करनाल आऊंगा तो मंगलवार को साइकिल से ही यात्रा करुंगा।
इसकी व्यवस्था को लेकर DC को निर्देश जारी कर दिए हैं। इस दिन कम से कम कार सड़कों पर हों और लोगों को साइकिल पर चलने का अभ्यास हो। इससे पर्यावरण को भी फायदा होगा और पार्किंग व ट्रैफिक जाम की समस्या से भी कुछ निजात मिलेगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर कहा कि यह केंद्र सरकार का कार्यक्रम है। 18 सितम्बर से लोकसभा शुरू हो रही है और उसमें क्या कुछ निर्णय लिया जाता है और क्या-क्या प्रस्ताव आते हैं, वह लोकसभा के अंदर ही पता चल पाएगा। उससे पहले कुछ नहीं कहा जा सकता।
साइकिल यात्रा की तस्वीरें…
साइक्लोथॉन साइकिल यात्रा में पहुंचे साइकिलिस्ट और कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पुलिस।
CM मनोहर लाल ने करनाल में NDRI चौक से साइक्लोथॉन साइकिल यात्रा को हरी झंडी दी
करनाल से साइक्लोथॉन साइकिल यात्रा शुरू हो गई है, जो 25 सितंबर को खत्म होगी।
3 लाख साइकिलिस्ट लेंगे यात्रा में हिस्सा
करनाल में शुरुआत के मौके पर यात्रा में 10 हजार साइकिलिस्टों ने हिस्सा लिया। प्रदेश भर से 3 लाख साइकिलिस्ट इस यात्रा में हिस्सा लेंगे। 25 सितंबर तक यह साइकिल यात्रा प्रदेश के 22 जिलों में 1900 किमी तय कर करनाल पहुंचेगी। उस दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही इस यात्रा का समापन करनाल में ही करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश देने का है।
यात्रा में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे बच्चे व भाजपा कार्यकर्ता।
25 दिन की साइकिल यात्रा का पूरा प्लान पढ़ें..
पहले दिन करनाल से यह यात्रा शुक्रवार को शुरू हो गई है, जो असंध से होते हुए पानीपत जिला में प्रवेश करेगी। इस दौरान यह यात्रा 86 किलोमीटर का सफर तय करेगी।
दूसरे दिन यात्रा पानीपत से सोनीपत के लिए रवाना होगी, जो गोहाना से होते हुए सोनीपत तक 80 किलोमीटर का सफर तय करेगी।
तीसरे दिन यात्रा सोनीपत से 63 किलोमीटर का सफर करके सांपला के रास्ते रोहतक पहुंचेगी।
चौथे दिन रोहतक से 63 किलोमीटर का सफर तय करके झज्जर पहुंचेगी।
पांचवें दिन 79 किलोमीटर का सफर तय करते हुए झज्जर से गुरुग्राम तक यात्रा पहुंचेगी।
छठे दिन यात्रा गुरुग्राम से 81 किलोमीटर की यात्रा करके पलवल पहुंचेगी।
7वें दिन यात्रा 82 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद नूंह में प्रवेश करेगी।
8वें दिन नूंह से रेवाड़ी जाएगी, जो रूट 68 किलोमीटर का है।
9वें दिन में यात्रा रेवाड़ी से 71 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और महेंद्रगढ़ पहुंचेगी।
10वें दिन में यात्रा 75 किलोमीटर का सफर तय करके चरखी दादरी में पहुंचेगी।
11वें दिन यात्रा 82 किलोमीटर का सफर तय करके भिवानी में पहुंचेगी।
12वें दिन भी 82 किलोमीटर का ही सफर होगा, जिसके बाद यात्रा हांसी पहुंच जाएगी।
13वें दिन में यात्रा भट्टू मंडी में होगी। यह सफर 90 किलोमीटर का होगा।
14वें दिन यात्रा 76 किलोमीटर की दूरी तय करके ऐलनाबाद में पहुंचेगी।
15वें दिन ऐलनाबाद से डबवाली जाएगी, जिसके लिए 77 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी।
16वें दिन में यात्रा सिरसा पहुंचेगी और सफर 87 किलोमीटर का होगा।
17वें दिन यात्रा 79 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और सिरसा से रतिया आएगी।
18वें दिन रतिया से 81 किलोमीटर दूर नरवाना में पहुंचेगी।
19वें दिन नरवाना से 81 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद जींद पहुंचेगी।
20वें दिन यात्रा अपना अगला सफर शुरू करेगी, जो 75 किलोमीटर दूर कैथल तक का होगा।
21वें दिन कैथल से 88 किलोमीटर का सफर तय करके कुरुक्षेत्र में पहुंचेगी।
22वें दिन 86 किलोमीटर का सफर होगा और यात्रा अंबाला पहुंच जाएगी।
23वें दिन तक यात्रा अंबाला से पंचकूला यात्रा पहुंचेगी और 68 किलोमीटर का सफर तय करेगी।
24वें दिन में 95 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यात्रा यमुनानगर आएगी।
25वें यानी अंतिम दिन यमुनानगर से 78 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए यात्रा वापस करनाल पहुंचेगी। यहां पर यात्रा का समापन होगा।