2 मिनट पहले
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संगरूर के गांव लोंगवाल में किसान-पुलिस में झड़प के दौरान ट्रैक्टर के नीचे आने से सोमवार को एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई।
देश के पांच राज्यों पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और यूपी में बाढ़ के मुआवजे और प्याज पर बढ़े टैक्स को लेकर किसान विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को विरोध के दौरान एक किसान के ट्रैक्टर से कुचलने के बाद प्रदर्शन और हिंसक हो गया।
उत्तर भारत के 16 किसान संगठन मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 17 स्थित परेड ग्राउंड में मोर्चा लगाने की तैयारी में हैं। हालांकि पुलिस ने उन्हें चंडीगढ़ में घुसने से रोकने की पूरी तैयारी कर ली है।
उधर महाराष्ट्र और एमपी में प्याज के बढ़े हुए टैक्स को लेकर किसान सड़क पर उतर आए। दरअसल सरकार ने 31 दिसंबर 2023 तक प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लागू कर दिया है।
अलग-अलग राज्यों में किसानों के प्रदर्शन…
पंजाब
प्रदर्शन की वजह – बाढ़ से फसल बर्बाद
कितने किसान संगठन शामिल – 16
हिंसक झड़प की घटना, मौतें – 1 मौत, 2 घायल
किसानों की प्रमुख मांगें…
केंद्र सरकार से 50 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की मांग। बाढ़ से प्रभावित किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को आश्रितों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। एक साल के लिए सभी तरह के कर्ज और ब्याज माफ करने की मांग की है। साथ ही मनरेगा योजना के तहत 200 दिन तक काम देने की मांग की है। पढ़ें पूरी खबर…
हरियाणा
धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता।
प्रदर्शन की वजह – बाढ़ से फसल बर्बाद
कितने किसान संगठन शामिल – 16
हिंसक झड़प की घटना, मौतें – अब तक नहीं
किसानों की प्रमुख मांगें…
बाढ़ पीडि़त किसानों को 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा, खराब ट्यूबवेलों व मकानों के मुआवजा सहित 21 मांगों को लेकर किसान संघर्ष समिति द्वारा लघु सचिवालय पर पक्का मोर्चा लगाया गया है। इसी दौरान चंडीगढ़ में प्रदर्शन की घोषणा हो गई तो सोमवार को किसान नेताओं को नजरबंद करना शुरू कर दिया गया था। पढ़ें पूरी खबर…
महाराष्ट्र
प्रदर्शन की वजह – प्याज पर 40% निर्यात शुल्क
कितने किसान संगठन शामिल – जानकारी नहीं
हिंसक झड़प की घटना, मौतें- कोई मौत नहीं
किसानों की प्रमुख मांगें…
सरकार प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाने का फैसला वापस ले। इस फैसले को लेकर नासिक अहमदनगर और पुणे में किसानों ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया। स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (SSS) ने कहा कि, महाराष्ट्र में प्याज के निर्यात से किसानों को काफी मुनाफा कमाने की उम्मीद थी। निर्यात कम होने से घरेलू मार्केट में प्याज की कीमतें गिरेंगी जिससे किसानों को नुकसान होगा।