अक्षय कुमार का कॉलम: फिल्म एक्टर बोले- तरक्की सिर्फ बाहरी नहीं हो सकती; हम ऐसे भारत की तरफ बढ़ेंगे, जहां अवसरों के दरवाजे सबके लिए खुलें

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  • अक्षय कुमार द्वारा कॉलम; फिल्म अभिनेता का कहना है कि प्रगति केवल बाहरी नहीं हो सकती और हम एक ऐसे भारत की ओर बढ़ेंगे जहां सभी नवीनतम समाचारों और अपडेट के लिए अवसर के द्वार खुले हैं

6 घंटे पहले

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देश आज 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस यात्रा में हमने बहुत कुछ देखा है। बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन बहुत कुछ ऐसा भी है जिसे अभी पाना बाकी है। आज हम चांद से लेकर मंगल तक पहुंच गए। सुई से लेकर रॉकेट तक बना रहे हैं। लेकिन तरक्की सिर्फ यही नहीं है।

तरक्की सिर्फ बाहरी नहीं हो सकती। विकास का यह क्रम भीतरी भी होना चाहिए। उन बुनियादों से जुड़ा होना चाहिए, जिनसे हम भारतीय रोजाना जूझते रहते हैं। सफाई भी एक ऐसा ही विषय है।

नए भारत में भेदभाव नहीं होगा
हम ऐसे भारत की ओर बढ़ेंगे, जहां भेदभाव नहीं होगा। अवसरों के दरवाजे समान रूप से हर भारतीय के लिए खुलेंगे। मेरा मानना है कि विकास हमारे संस्कारों से भी जुड़ा होता है। हमने ओलिंपिक में देखा कि बेटियों ने किस तरह देश का सिर ऊंचा किया। लेकिन देश के कुछ हिस्से आज भी ऐसे हैं, जहां बेटियों को बराबरी का हक नहीं मिलता।

समस्याएं रातो-रात खत्म नहीं होंगी
आजाद भारत के 75 साल बाद भी बेटियों के हिस्से अधूरी आजादी ही आई है। दहेज आज भी एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है। यह भारतीय समाज के भीतर तक घुसी हुई समस्या है। यह रातों-रात खत्म नहीं होगी, लेकिन हमें एक गंभीर शुरुआत की वाकई जरूरत है।

देश में सफाई अब संस्कृति बनी
अच्छी बात यह है कि देश ने सफाई को अब एक संस्कृति के रूप में अपनाना शुरू कर दिया है, लेकिन यह अभी बहुत शुरुआती है। हमें आधुनिक भारत से लेकर स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत तक का सफर पूरा करना है। साफ-सफाई के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। मुझे लगता है कि देश को इस बारे में सोचने की जरूरत है। हमारे प्रधानमंत्री ने इस पर काफी जोर भी दिया है।

सुधारों की प्रक्रिया और तेज होगी
स्वच्छता अभियान एक गंभीर कदम है। साफ-सफाई को संस्कृति बनाने के लिए हमें कहीं और से प्रेरणा नहीं चाहिए। हम अपने महापुरुषों को ही पढ़ लें। गांधी जी कहते थे कि स्वच्छता से ही स्वच्छ देश बनता है। भारत में यूं तो बहुत कुछ बदला है। छवि काफी सुधरी है। पर हमें कई मुद्दों पर काम करना है, लेकिन जैसी रफ्तार देश पकड़ रहा है, उससे उम्मीद है सुधारों की प्रक्रिया और तेज होगी। 75वें स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं।

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