ऑडियो के खुलासे से इमरान खान बेनकाब हो गए। ऑडियो टॉक चुनाव में सच साबित हुई। इस खुलासे में सबसे बड़े हाथ रखने वाले पत्रकार अहमद नूरानी को भी निशाना बनाया जा रहा है. अमरीन फातिमा पर हमला इस बात का इशारा करता है कि इस टेप की वजह से पाकिस्तानी राजनीति में सियासी तूफान आ गया है. इससे साफ है कि पाकिस्तान में पत्रकारों को चुप कराने के लिए पाकिस्तानी एजेंसी किसी भी हद तक जा सकती है.
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