कश्मीर में घुसपैठियों का एनकाउंटर: आतंकियों के लिए सेना की नई रणनीति- इंतजार करो और मौका मिलते ही मारो, अब तक 6 आतंकी ढेर

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श्रीनगर7 मिनट पहले

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राजौरी के जंगलों में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। सेना ने अब तक लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकवादियों को मार गिराया है। अब भी 3 से 4 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। उनकी तलाश की जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में लश्कर के 9 से 10 आतंकी पाकिस्तान से राजौरी-पुंछ जिले के जंगलों में आए थे। इनके अलावा भी कई बार घुसपैठ की कोशिश हुई, लेकिन सेना ने उन्हें नाकाम कर दिया। सेना के अफसरों ने आतंकियों से निपटने के लिए इंतजार करने और उन्हें बाहर आने देने की रणनीति अपनाई है।

इन्हीं जंगलों में शहीद हुए 9 जवान
​​​​​​​राजौरी के जंगलों में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के नौ जवानों के शहीद होने के बाद, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने 16 अक्टूबर को इस इलाके का दौरा किया था। उन्होंने आतंकवाद विरोधी अभियानों को संभालने वाले कमांडरों के साथ बात की थी।

उन्होंने सैनिकों से आतंकवादियों को प्रो-एक्टिवली इंगेज करने के बजाय उनके मूवमेंट का इंतजार करने को कहा। सेना के अफसरों का कहना है कि आतंकवादियों ने दो-दो की टीम में मूवमेंट की। इससे उन्हें लगातार अपनी पोजिशन बदलने में मदद मिली और भारतीय सेना के ज्यादा जवानों को नुकसान पहुंचा। भारतीय सेना के जवानों पर उस समय गोलीबारी हुई थी, वे आतंकियों की तलाश में निकले थे।

आतंकियों को गांव तक आने दें, फिर टारगेट करें
कमांडर ने कहा कि आतंकवादियों को खाने-पीने का सामान लेने के लिए गांवों तक आने दें, फिर उन्हें टारगेट करें। जंगल में लड़ाई के लिए धैर्य की जरूरत होती है। सैनिकों से कहा गया है कि वे सतर्क रहें और आतंकवादियों को आमने-सामने इंगेज कर कैजुअल्टी से बचें। चूंकि समय का कोई मसला नहीं है, इसलिए हम आतंकवादियों को थकाएंगे और फिर उनका सफाया करेंगे।

आसपास के लोगों से पूछताछ
आतंकियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों ने तीन लोगों से पूछताछ की है। इनमें एक 45 साल की महिला भी शामिल है। एजेंसियां उनसे पूछताछ कर रही हैं। शक है कि उन्होंने मुठभेड़ में शामिल आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया था। महिला और उसके बेटे की पहचान जरीना अख्तर और शफैत के रूप में हुई है।

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