माननीय हुए स्वर्गवासी, नाम पर पेंशन जारी: भास्कर का बड़ा खुलासा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और मंत्री नितिन नवीन की मां के नाम मरने के बाद भी जारी हो रही पेंशन

पटना6 मिनट पहलेलेखक: शालिनी सिंह

बिहार में पूर्व विधायकों को पेंशन देने के मामले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। भास्कर की पड़ताल में पता चला है कि मरने के बाद भी आश्रितों को पेंशन जारी की जा रही है। इसमें बड़ा नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और बिहार सरकार में मंत्री नितिन नवीन की मां का है।

भाजपा के नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां विमला देवी की मौत 25 दिसंबर 2020 को हो चुकी है, लेकिन विधानसभा कार्यालय के मुताबिक उनके नाम पर अब भी वो पेंशन जारी हो रही है, जो उन्हें अपने पति ठाकुर प्रसाद के आश्रित के तौर पर मिलती थी। अब भी 30 हजार 750 रुपए उनके अकाउंट में बतौर पेंशन भेजे जा रहे हैं।

इसी तरह पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की मां मीरा प्रसाद के नाम पर भी उनके पति नवीन किशोर सिन्हा की आश्रित के तौर पर 62 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन जा रही हैं, जबकि मीरा प्रसाद की मौत 30 मार्च 2021 को हो चुकी है। वहीं, 16 मई 2021 को भाजपा के नेता और पूर्व सांसद विजय सिंह यादव की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। 1996 में दानापुर से विधायक रहे विजय सिंह यादव को विधानसभा सचिवालय के मुताबिक अब भी 44 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है।

3 साल पहले मरे आश्रित को मिल रही पेंशन, परिवार को पता ही नहीं
भास्कर ने पेंशनधारियों को लेकर अपनी पड़ताल शुरू की। इसमें कई चौंकाने वाले मामले सामने आए। कई ऐसे नाम भी इस लिस्ट में मिले, जिनकी मौत सालों पहले हो चुकी है। बेगूसराय जिला के पेंशनधारियों में भास्कर को तेघड़ा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह की पत्नी सरस्वती देवी का नाम मिला।

रामेश्वर सिंह की पत्नी सरस्वती देवी, जिनका निधन 25 जनवरी 2018 को हो चुका है।

इसे लेकर जब भास्कर ने जानकारी ली तो पता चला कि रामेश्वर सिंह के निधन के बाद आश्रित के तौर पर पेंशन ले रही उनकी पत्नी सरस्वती देवी की 25 जनवरी 2018 को ही मौत हो चुकी है, लेकिन बिहार विधानसभा सचिवालय से उन्हें अब भी पेंशन दी जा रही है।

रामेश्वर सिंह का परिवार इसी फूस की झोपड़ी में रह रहा है।

रामेश्वर सिंह का परिवार इसी फूस की झोपड़ी में रह रहा है।

सरस्वती दे‌वी के नाम से प्रतिमाह 35 हजार 250 रुपए पेंशन दी जा रही है। अजब बात यह है कि सरस्वती देवी के बेटों को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। ये परिवार बेगूसराय के तेघड़ा में फूस के झोपड़ीनुमा घर में रह रहा है। बेगूसराय जिले के ही एक और पूर्व विधायक मेदनी पासवान की मौत के बाद उनकी पत्नी मंजरी देवी को पेंशन मिल रही है, जबकि मंजरी देवी की मौत 4 साल पहले हो चुकी है।

991 पूर्व विधायक और उनके आश्रित ले रहे हैं पेंशन
बिहार विधानसभा सचिवालय से RTI से मिली सूचना के मुताबिक, बिहार में कुल 991 पूर्व विधायक और उनके आश्रित पेंशन ले रहे हैं। इसमें सबसे अधिक पटना जिले से हैं जहां 61 पूर्व विधायक और उनके आश्रित पेंशन ले रहे हैं। इन 61 लोगों की पेंशन पर सरकार 28 लाख 39 हजार 250 रुपए प्रति महीना खर्च कर रही है।

पटना के बाद मुजफ्फपुर में 50 और पूर्वी चंपारण में 49 पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों को पेंशन मिल रही है। गया में ये संख्या 48 है और समस्तीपुर में 40 है। पूरे बिहार में सभी जिलों को मिलाकर ये संख्या 991 है। इस पर सरकार के कोष से प्रतिमाह 4 करोड़ 94 लाख 44 हजार खर्च हो रहे हैं। इस तरह से सरकार हर साल पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों की पेंशन पर 59 करोड़ 33 लाख 30 हजार खर्च कर रही है।

खबरें और भी हैं…

.