MP की इकलौती पिता-पुत्री की जाेड़ी: जिनके घर एकलव्य, विक्रम, अर्जुन और विश्वामित्र अवाॅर्ड; पिता के पास तीन और बेटी के पास दाे, दाेनाें इंटरनेशनल सेलर

भाेपाल11 घंटे पहलेलेखक: रामकृष्ण यदुवंशी

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जीएल यादव अपनी बेटी एकता के साथ। जीएल कहते हैं कि यह एक खिलाड़ी के लिए काफी अनमाेल हाेता है जब उसके परफार्मेंस का भुगतान अवाॅर्ड के रूप में मिलता है।

  • चार दिन पहले ही बेटी एकता यादव 2020 के विक्रम अवाॅर्ड के लिए हुई हैं चयनित, 2012 में मिल चुका है एकलव्य

जीएल यादव। उम्र 54 साल। मप्र के पूर्व इंटरनेशनल सेलर। अभी मप्र सेलिंग अकादमी के चीफ काेच। बेटी एकता यादव भी इंटरनेशनल सेलिंग खिलाड़ी और इन दिनाें मुंबई के समंदर में नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा ले रही हैं। वे चार दिन पहले ही मप्र के सर्वाेच्च खेल अवाॅर्ड विक्रम के लिए चुनी गई हैं।

इसी के साथ जीएल और एकता प्रदेश की पहली ऐसी पिता-पुत्री की जाेड़ी बन गए हैं जिनके घर में मप्र के सर्वाेच्च खेल अवाॅर्ड एकलव्य, विक्रम और विश्वामित्र के अलावा भारत सरकार का अर्जुन अवाॅर्ड भी है। जीएल से प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ियाें का ऐसा ही परफार्मेंस रहा ताे पांचवां अवाॅर्ड द्राेणाचार्य भी इनके घर की शाेभा बढ़ाता दिखेगा।

28 साल की उम्र में सेलिंग शुरू की, ओलिंपिक छाेड़ सभी पदक हैं इनके पास
जीएल कहते हैं कि यह एक खिलाड़ी के लिए काफी अनमाेल हाेता है जब उसके परफार्मेंस का भुगतान अवाॅर्ड के रूप में मिलता है। अवाॅर्ड यह सिद्ध करता है कि आपने अपना काम बखूभी किया है। मेरे लिए यह और विशेष हाे जाता है कि मेरे घर चार-चार अवाॅर्ड हैं। मैं 2009 में जब राष्ट्रपति से अर्जुन अवॉर्ड लेने पहुंचा था, तब बेटी भी साथ थी। उसी दिन उसे मोटिवेशन मिला और उसने सेलिंग में ही कॅरियर बनाने की ठानी।

जीएल कहते है कि मैं नहीं चाह रहा था कि वह सेलिंग में उतरे, लेकिन उसका जज्बा और जूनून देखकर मैं मजबूर हाे गया। इस तरह वह 2009 के बाद पहली बार पानी में उतरी। हालांकि उसका परफार्मेंस स्लाे आ रहा है, लेकिन उसके पास नाै नेशनल गाेल्ड और दाे इंटरनेशल मेडल हैं। अपने कॅरियर को संवारने के लिए अभी उसके पास काफी समय है। मैंने स्वयं 27 साल की उम्र में सेलिंग की शुरुआत की थी।

उन्होंने कहा कि 28 साल की उम्र में पहली बार काम्पिटिशन में उतरा था। चूंकि मैं 19 वर्ष की आयु में नेवी के जाॅब में आ गया था, इसलिए पानी से दाेस्ताना रिश्ता बन चुका था। नेवी के जाॅब में एक खेल चुनना हाेता है ताे मैंने पानी ही का खेल चुना और फिर मुड़कर नहीं देखा। मेरे पास ओलिंपिक काे छाेड़कर सभी प्रमुख व बड़े टूर्नामेंट में मेडल हैं।

एकता 10 दिन से डेंगू से पीड़ित, डाॅक्टर काे दिखाया और कूद पड़ी समंदर में
एकता इन दिनाें मुंबई के समंदर में तेज हवा और लहराें के बीच संतुलन बनाने में जुटी हैं। वह 10 दिन से डेंगू से पीड़ित थीं। तभी नेशनल चैंपियनशिप की डेट आ गई। एकता ने डाॅक्टर से सलाह ली और मुंबई पहुंच गईं। हालांकि गुरुवार काे वह एक ही रेस पूरी कर सकीं। दूसरी रेस के दाैरान उनकी बाेट 49ईआर की डाेरी टूट गई, जिससे वह समुद्र के बाहर आ गईं और शाम तक उसे सधरवाने में जुटी रही।

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