अंतिम यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद हैं और बड़ी संख्या में पुलिसवाले भी हैं। शहर में पूरी तरह से शांति है।
उदयपुर में चाकूबाजी के कारण जिस स्टूडेंट की मौत हुई उसका आज अंतिम संस्कार हुआ। बच्चे के पिता और चचेरे भाई ने उसे मुखाग्नि दी। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोग नारेबाजी करते रहे। इससे पहले निकली अतिम यात्रा के दौरान भी पूरे रास्ते लोग नारेबाजी
.
अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस-प्रशासन के बड़े अधिकारी मौजूद रहे। शहर में अब भी जगह-जगह पुलिस बल तैनात है। अब भी परिवार के लोग मोक्षधाम में ही मौजूद हैं। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अंतिम संस्कार की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
मोक्षधाम में भी सिविल ड्रेस में भी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। इससे पहले आज सुबह करीब 4.30 शव को परिवार को सौंपा गया था। उदयपुर शहर में आज भी नेटबंदी रहेगी। स्कूल-कॉलेजों में भी छुट्टी रहेगी। समाज के नेताओं ने सभी से शांति की अपील की है।
मोक्षधाम में अंतिम संस्कार के दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
स्टूडेंट की अंतिम यात्रा में स्थानीय लोगों के साथ कई सामाजिक संगठनों के लोग भी शामिल हुए।
अंतिम यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।
स्टूडेंट की शवयात्रा इसी मोक्षरथ में निकाली गई। यात्रा से पहले पुलिस ने घर के आसपास सुरक्षा कड़ी दी थी।
3 मांगों पर बनी सहमति
सोमवार रात तक स्टूडेंट के अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासन व परिजनों के बीच वार्ता चलती रही। तीन मांगों पर सहमति के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। इनमें 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी और एसटी-एससी एक्ट मामले में कार्रवाई की मांग शामिल है। दरअसल, चार दिन पहले (16 अगस्त) उदयपुर में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल स्टूडेंट की सोमवार दोपहर मौत हो गई।
मौत की खबर फैलते ही तेजी से बदला घटनाक्रम
- सोमवार दोपहर 3 बजे उदयपुर शहर में रक्षाबंधन की रौनक दिख रही थी, टूरिस्टों की भी अच्छी संख्या था।
- शाम करीब 4.30 स्टूडेंट की मौत की खबर फैलते ही अचानक 6 से ज्यादा बाजार बंद हो गए, सड़कें कुछ मिनटों में सुनसान हो गईं।
- कुछ लोगों ने शहर में कर्फ्यू की भी अफवाह फैला दी। फिर पुलिस ने मोर्चा संभाला और जगह-जगह इकठ्ठा होने लगे लोगों को खदेड़ा।
- शाम करीब 5 बजे एमबी हॉस्पिटल के गेट नंबर 1, 2 व 3 पर बड़ी संख्या में हथियारबंद जवानों की तैनाती की गई।
- हॉस्पिटल में अचानक एंट्री बंद की गई, गलियों में इकठ्ठा हो रही भीड़ को पुलिस काफी देर तक खदेड़ती रही।
- शाम करीब 6.30 बजे कुछ लोग हॉस्पिटल की दीवार फांदकर मॉर्च्युरी के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे।
- पुलिस ने मॉर्च्युरी के बाहर से भगाया तो दूर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे।
- पुलिस-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की समझाइश व वार्ता के बाद माहौल शांत हुआ।
पढ़िए पिछले 4 दिनों में क्या-क्या हुआ?
पढ़ें ये खबर भी…