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- पवित्र शहर में नवजोत सिंह सिद्धू के घर में शांति है, पिछले 10 दिनों से नवजोत कौर और बेटी राबिया भी घर पर हैं।
अमृतसर2 घंटे पहले
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पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह और अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे ने पंजाब की सियायत में भूचाल ला रखा है। लेकिन सिद्धू के घर में शांति छाई है। एक अजीब-सी खामाेशी महसूस हो रही है। सिद्धू पिछले लंबे समय से पटियाला में ही रुके हुए हैं और वहीं से अपने राजनीतिक दावपेच खेल रहे हैं। लेकिन उनके रिजाइन के बाद से उनकी पत्नी नवजोत कौर व बेटी राबिया कौर अमृतसर में शांति से समय बिता रही हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने हमेशा ही पटियाला को अपनी जन्मभूमि और अमृतसर को अपनी कर्मभूमि कहा है।
लेकिन खुद के पंजाब प्रधान बनने के बाद से उनकी सियासत जन्मभूमि पटियाला से ही चल रही है। सिद्धू के पंजाब प्रधान बनने के बाद से ही उनका पूरा परिवार पटियाला में ही रह रहा था और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा था। लेकिन जब से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दिया है और अब जब नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रधान पद से इस्तीफा दिया है तो उनकी हमसफर डॉ. नवजोत कौर सिद्धू अमृतसर के होली सिटी स्थित घर में ही आ गई हैं। इतना ही नहीं उनकी बेटी राबिया भी कुछ समय भारत के एक टूरिस्ट प्लेस पर बिताने के बाद अमृतसर आ गई हैं और मां के साथ वक्त बिता रही हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू के घर के साथ बने ऑफिस का रास्ता, जहां अब बिल्कुल शांति है।
प्रधान बनने के बाद और मुख्यमंत्री के साथ आए थे अमृतसर
नवजोत सिंह सिद्धू प्रधान बनने के बाद दो बार ही अमृतसर आए। एक पीपीसीसी का प्रधान बनने के बाद सिद्धू अमृतसर आए, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ था। इसके अगले ही दिन उन्होंने विधायकों और सीनियर कांग्रेसी नेताओं को साथ लेकर दरबार साहिब में माथा टेका था। वहीं कुछ दिन उन्होंने शहर में रहकर कुछ कामों का शुभारंभ भी किया, लेकिन 100 फीट रोड पर इसका विरोध भी हुआ था। इसके बाद सिद्धू मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ दरबार साहिब में माथा टेकने आए थे और उनके साथ ही रवाना हो गए थे।
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