हरियाणा में रक्षाबंधन का अनोखा उपहार: फतेहाबाद में छोटे भाई की दोनों किडनियां खराब हुईं; बड़ी बहन ने किडनी देकर जान बचाई

फतेहाबाद14 घंटे पहले

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बहन बेबी नटियाल ने कहा कि किसी जीव का जीवन बचाना सबसे बड़ा पुण्य है। भाई ने कहा कि उसे अपनी बहन पर गर्व है।

यूं तो रक्षाबंधन पर भाई बहन की रक्षा का वचन देता है लेकिन हरियाणा के फतेहाबाद में बहन ने किडनी देकर छोटे भाई की जान बचा ली। यहां गांव खजूरी जाटी की 55 साल की बेबी नटियाल ने 42 साल के छोटे भाई दीप चंद को अनमोल उपहार दिया। रक्षाबंधन के त्योहार से कुछ दिन पहले महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर में किडनी ट्रांसप्लांट कराई गई। जिसके बाद दोनों ही ठीक हैं।

सीने में दर्द से किडनी खराबी का पता चला
दीप चंद को 2 वर्ष पहले सीने में दर्द हुआ। वे चेकअप कराने डॉक्टर के पास गए। वहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं। डॉक्टरों ने डायलिसिस की सलाह दी। परिवार ने जैसे-तैसे डायलिसिस करवा 2 वर्ष का मुश्किल भरा वक्त काट लिया।

डायलिसिस के बाद भी तबीयत नहीं सुधरी
डायलिसिस के बाद भी दीप चंद की तबीयत नहीं सुधरी। फिर डॉक्टरों से बात की तो उन्होंने कहा कि जिंदगी बचाने का इकलौता तरीका अब किडनी ट्रांसप्लांट ही है। डॉक्टरों ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके, किडनी ट्रांसप्लांट करवानी होगी। इससे परिवार और परेशान हो गया कि दीप चंद के लिए किडनी कौन देगा?।

मुश्किल वक्त में बहन आगे आई
परिवार को दीप चंद की सेहत की चिंता खाए जा रही थी। ऐसे मुश्किल हालात में दीप चंद की 55 वर्षीय बुजुर्ग बहन बेबी आगे आई। बेबी ने वचन दिया कि वह अपनी किडनी भाई को देकर उसकी जान बचाएगी। सभी औपचारिकताओं के बाद 8 अगस्त को कठिन प्रयासों से बहन की किडनी भाई को दे दी गई। जिससे दीप चंद की जिंदगी बच गई। अब उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

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