हरियाणा-पंजाब में रेल रोको आंदोलन खत्म: रेल पटरियों से उठे किसान; ट्रेनों की आवाजाही भी शुरू, 10 से 4 बजे तक बाधित रखा था ट्रैक

हरियाणा/पंजाबएक घंटा पहले

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हरियाणा और पंजाब में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार सुबह 10 बजे से शुरू किया रेल रोको आंदोलन शाम 4 बजे खत्म हो गया। किसान रेल पटरियों से उठ गए और ट्रेनों की आवाजाही भी शुरू हो गई। 6 घंटे तक किसानों ने रेलवे ट्रैक बाधित रखे। किसान लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में किसानों की मौत के बाद गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

वहीं आंदोलन के कारण दोनों राज्यों में किसानों के आंदोलन के कारण दिल्ली से रोहतक, रेवाड़ी, पानीपत, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, अंबाला, जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, अमृतसर और चंडीगढ़ समेत कई अन्य रूटों पर ट्रेन यातायात बाधित रहा।

आंदोलन का पंजाब में बड़े स्तर पर असर
किसानों के रेल रोको आंदोलन का पंजाब में भी असर देखने को मिला। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर पश्चिम एक्सप्रेस और फिरोजपुर-चंडीगढ़ एक्सप्रेस, एसएएस नगर मोहाली से फिरोजपुर कैंट ट्रेन को रोकना पड़ा। वहीं लुधियाना-हिसार ट्रेन को रद्द कर दिया गया। फिरोजपुर-हनुमानगढ़ को फिरोजपुर कैंट, फिरोजपुर कैंट से फाजिल्का को फिरोजपुर कैंट, फाजिल्का से फिरोजपुर कैंट को जलालाबाद में रोक दिया गया। इसी तरह फिरोजपुर कैंट से लुधियाना को मोगा में रोकना पड़ा। फिरोजपुर से लुधियाना जा रही पैसेंजर गाड़ी को मोगा के रेलवे ट्रैक पर रोक दिया गया। ट्रेन में सवार अधिकतर यात्रियों को बस से सवार होकर लुधियाना जाना पड़ा।

दिल्ली-रेवाड़ी रेल ट्रैक पर बैठकर विरोध करते किसान।

दिल्ली-रेवाड़ी रेल ट्रैक पर बैठकर विरोध करते किसान।

इन ट्रेनों पर पड़ेगा असर
किसानों के अलवर-रेवाड़ी और दिल्ली-रेवाड़ी रेल रूट पर प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनें प्रभावित हुईं। रेवाड़ी-अलवर ट्रैक पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक रेवाड़ी की तरफ से जाने वाली सराय रोहिल्ला-पोरबंदर स्पेशल, सराय रोहिल्ला-बांद्रा स्पेशल, जम्मूतवी-बाड़मेर, आला हजरत एक्सप्रेस, मुज्जफरपुर-पोरबंदर स्पेशल और किशनगंज-अजमेर स्पेशल ट्रेन तथा अलवर से आने वाली आला हजरत स्पेशल और बाड़मेर-जम्मूतवी स्पेशल ट्रेन का संचालन प्रभावित हुआ। वहीं रेवाड़ी-दिल्ली ट्रैक पर भी पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन बाधित रहा।

उत्तर-पश्चिमी रेलवे : इन ट्रेनों पर पड़ेगा असर
किसान आंदोलन के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे पर भिवानी-रेवाड़ी, सिरसा-रेवाड़ी, लोहारू-हिसार, सूरतगढ़-बठिंडा, सिरसा-बठिंडा हनुमानगढ़-बठिंडा, रोहतक-भिवानी, रेवाड़ी-सादुलपुर, हिसार-बठिंडा, हनुमानगढ़-सादुलपुर तथा श्रीगंगानगर- रेवाड़ी रेलखंडों के बीच रेल यातायात प्रभावित हुआ।

लखीमपुर की घटना के विरोध में बहादुरगढ़ में रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान।

लखीमपुर की घटना के विरोध में बहादुरगढ़ में रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान।

जींद-सोनीपत में नहीं पहुंची कोई ट्रेन
जींद में किसान सुबह 10 बजे ही दिल्ली-फिरोजपुर सेक्शन पर बरसोला, जुलाना, उचाना और नरवाना में पुल के नीचे पहुंच गए। किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसान नेताओं सतबीर पहलवान, आजाद पालवां, डॉ सिक्कम नैन और छज्जू राम कंडेला ने रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से करने का आह्वान किया। किसानों के प्रदर्शन के कारण जींद जिले में कोई ट्रेन नहीं पहुंची। जम्मू-तवी एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, कुरुक्षेत्र-जींद पैसेंजर ट्रेन नहीं आई। वहीं सोनीपत में कालका-चंडीगढ़-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, जो यहां 10:30 तक पहुंचती थी नहीं आई। उसे अंबाला रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया गया।

जींद के बरसोला स्टेशन पर ट्रैक पर बैठे किसान।

जींद के बरसोला स्टेशन पर ट्रैक पर बैठे किसान।

हिसार-करनाल में भी ट्रैक पर बैठे किसान
उधर, हिसार के बरवाला और हांसी के रामायण में किसानों ने ट्रैक जाम किया। किसानों के प्रदर्शन के कारण हिसार-लुधियाना और हिसार-दिल्ली रेलमार्ग ठप रहा। वहीं करनाल रेलवे स्टेशन पर भी किसानों ने रेल ट्रैक के बीच बैठ अपना रोष जताया।

लखीमपुर हिंसा के विरोध में सिरसा में रेल ट्रैक पर बैठे किसान।

लखीमपुर हिंसा के विरोध में सिरसा में रेल ट्रैक पर बैठे किसान।

बठिंडा से चलने वाली 15 ट्रेनें प्रभावित
पंजाब के बठिंडा जिले में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने 4 जगह रेल ट्रैक जाम किया। बठिंडा, गोनियाना, रामपुरा और संगत मंडी में किसान ट्रैक पर बैठे। धरने के कारण बठिंडा से चलने वाली 15 ट्रेनें प्रभावित रही। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अंबाला से श्रीगंगानगर और बठिंडा से लालगढ़ जाने वाली ट्रेन को बठिंडा में रोका गया। दूसरे शहरों से 10:00 बजे के बाद बठिंडा पहुंचने वाली ट्रेनों को पीछे ही रोक दिया गया।

पंजाब के बठिंडा में लखीमपुर हिंसा के विरोध में ट्रैक पर बैठे किसान।

पंजाब के बठिंडा में लखीमपुर हिंसा के विरोध में ट्रैक पर बैठे किसान।

रेवाड़ी में अजरका रेलवे स्टेशन बाधित
रेवाड़ी में किसान दिल्ली-जयपुर हाईवे के जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर 10 महीने से धरना दे रहे हैं। सोमवार को किसान राजस्थान की सीमा में अजरका रेलवे स्टेशन पर रेवाड़ी-अलवर रेलवे ट्रैक पर बैठे। इस दौरान किसान रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर भी विरोध प्रदर्शन करते हुए पहुंचे। हालांकि शाम को प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक से उठ गए।

संयुक्त किसान मोर्चा के रेवाड़ी अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह ने बताया कि सभी कार्यकर्ता सुबह 10 बजे से पहले रेवाड़ी की नई अनाज मंडी में एकत्रित हुए। यहां से प्रदर्शन करते हुए रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे, जहां रेवाड़ी-दिल्ली ट्रैक को जाम किया गया। शाम 4 बजे के बाद सभी रूट क्लीयर कर दिए गए।

रोहतक में लाहली स्टेशन पर ट्रैक पर डटे किसान।

रोहतक में लाहली स्टेशन पर ट्रैक पर डटे किसान।

रोहतक में 5 जगहों पर पटरियों पर बैठे किसान
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने रेलवे स्टेशन रोहतक, मकड़ौली-जसिया रेलवे फाटक, कलानौर में कॉलेज मोड़ फाटक, लाखनमाजरा स्टेशन और खरावड़ स्टेशन के पास धरना दिया और ट्रेन रोकी। यात्रियों को दिक्कतें न हो, इसके लिए किसानों ने भंडारे की व्यवस्था भी की। हालातों से निपटने के लिए 14 ड्यूटी मजिस्ट्रेट और 500 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया। इसके अलावा GRP और RPF के जवान भी मुस्तैदी से ड्यूटी में जुटे रहे। देर शाम किसानों का प्रदर्शन खत्म होने के बाद रेलवे प्रशासन ने राहत की सांस ली।

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