हनीट्रैप में फंसे अमृतसर के युवक ने 9.30 लाख गंवाए: विदेशी लड़की ने फेक आईडी बना पहले FB पर बातें की; फिर गिफ्ट के नाम पर 35 हजार रुपए पार्सल फीस ली और शुरू हो गई ब्लैकमेलिंग

अमृतसर6 घंटे पहले

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अमृतसर के मॉडल टाउन छेहरटा के रहने वाले आनंद कुमार हनीट्रैप में फंस गए। उन्होंने पहले एक विदेशी युवती के नाम से बने फेक आईडी पर बातें करना शुरू किया। जैसे ही वो उनके जाल में फंसा गया तो धीरे-धीरे कर के उससे 9.30 लाख रुपए ऐंठ लिए गए।

थाना छेहरटा की पुलिस ने आनंद कुमार की शिकायत पर लाल हिरतपुरिया, सुनीता पटेल, अब्दुल अम्तयाज खान, पंकज दया ठाकुर, अभीजीत घोष, शीतल दास और चिनमयनंद के नाम पर केस दर्ज किया है। लेकिन वो कहां के रहने वाले हैं और कौन हैं, इनकी कोई जानकारी नहीं मिली है।

7 महीने पहले शुरू हुआ खेल
आनंद कुमार के साथ यह यह खेल 7 महीने पहले शुरु हुआ। फेसबुक पर उसे विदेशी युवती ने बातों पर फंसा लिया। लेकिन यह एक फेक अकाउंट था। आनंद को बातें इतनी मीठी लगी कि वह उसके मैसेज का इंतजार करता रहता। लेकिन एक दिन उस मैसेंजर पर उसे संदेश मिला कि महिला उसे गिफ्ट भेजना चाहती है। वह खुश हो गया। महिला ने गिफ्ट कोरियर की रसीद भी भेज दी। उसे कूरियर कंपनी से फोन भी आ गया कि आपका जो पार्सल आया है, उसे छुड़ाने के लिए 35 हजार रुपए लगेंगे। आनंद ने यहीं दूसरी बड़ी गलती कि और 35 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद आनंद जाल में पूरी तरह फंस गया।

इसके बाद शुरु हुआ ब्लैकमेलिंग का खेल
आनंद अपने घर पर विदेशी युवती के पार्सल का इंतजार कर रहा था। लेकिन उसे दोबारा फोन आ गया। इस बार फोन धमकी वाला था। फोन पर उसे बताया गया कि विदेश से आए पैकेट में गिफ्ट नहीं, 80 हजार पाउंड हैं। यह रकम बहुत ज्यादा है और गैर कानूनी भी है। अब तुम्हें गिरफ्तार किया जाएगा। आनंद घबरा गया और किसी को इसकी जानकारी नहीं दी।

धीरे-धीरे ब्लैकमेलिंग के बाद मांगते गए पैसे
आनंद ने पुलिस को बताया कि इसके बाद उससे पैसे मांगने का सिलसिला शुरु हुआ। आनंद कभी 50 हजार तो कभी 80 हजार रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करता गया। जानकारी के अनुसार आनंद ने 9.30 लाख रुपए इस हनी ट्रैप में फंस कर गंवा दिए।

फोन नंबर फेक निकले
थाना छेहरटा के एसएचओ सुखबीर सिंह ने जानकारी दी कि जिन नंबरों से आनंद को फोन आता था, वे सभी फेक आईडी पर लिए गए नंबर थे और अधिकतर बंद हो चुके हैं। फिलहाल पुलिस के पास कुछ नामों के अलावा कुछ नहीं है। इतना ही नहीं अब पुलिस उन खातों की डिटेल निकालने की कोशिश कर रही है, जिसमें आनंद ने पैसे डलवाए हैं।

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