सीनियर कांग्रेसी नेताओं के विरोधी हुए सुनील जाखड़: CM नहीं बन पाने के बाद उठा रहे सवाल; हरीश रावत के बयान पर आपत्ति जताई, अकाल तख्त के जत्थेदार की भी खिलाफत

लुधियाना3 घंटे पहले

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सुनील जाखड़ का पहले प्रधानगी पद गया और अब वे मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए। ऐसे में उनका दर्द छलक उठा, जिसके परिणामस्वरूप सुनील जाखड़ अपनी ही पार्टी के सीनियर नेताओं के खिलाफ बोलने लगे हैं। किसी का नाम लेकर तो किसी का नाम लिए बिना सुनील जाखड़ ने कई जुबानी वार सीनियर लीडरशिप पर किए हैं।

जब प्रधानगी पद गया तो नवजोत सिंह सिद्दू के ताजपोशी समारोह में खुलकर बोले थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस पार्टी तो रूठों को मनाने वाली पार्टी बनकर रह गई है। उस समय स्टेज पर पंजाब मामलों के प्रभारी और उतराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत समेत कई नेता बैठे हुए थे। उनका भाषण काफी चर्चा में रहा था। इसके बाद से वे चुपचाप बैठे हुए थे।

दो दिन पहले जब प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की बात चली तो सुनील जाखड़ का नाम मुख्यमंत्री की लिस्ट में सबसे आगे था। ऐन मौके पर अंबिका सोनी द्वारा सिख चेहरे और चुने हुए नुमाइंदे को मुख्यमंत्री बनाने की बात कह दी गई तो वह मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए। उनका इस पर दर्द साफ छलका और सुनील जाखड़ ने बिना नाम लिए कहा कि जो लोग उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की विरोध करते रहे, वह तब क्यों नहीं बोले जब मुझे पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। वह लोग तब क्यों नहीं बोले, जब देश का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बनाया गया। सुनील जाखड़ ने कहा कि जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करना और लोगों को बांटना ठीक नहीं है।

हरीश रावत पर सुनील जाखड़ द्वारा किया गया ट्वीट।

हरीश रावत पर सुनील जाखड़ द्वारा किया गया ट्वीट।

हरीश रावत के बयान का किया विरोध

सुनील जाखड़ ने हरीश रावत के उस बयान का भी विरोध किया है, जिसमें उनकी ओर से अगला चुनाव नवजोत सिंह सिद्दू की अगुवाई में लड़ने का ऐलान किया गया था। सुनील जाखड़ ने विरोध करते हुए कहा था कि यह मुख्यमंत्री पद की गरिमा का अपमान है। इसके बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला को बीच बचाव करना पड़ा और बाद दोपहर पत्रकारवार्ता करके सफाई देनी पड़ी थी कि ऐसा नहीं है। मुख्यमंत्री का चेहरा चरणजीत सिंह चन्नी ही होंगे।

अकाल तख्त के जत्थेदार की सराहना की

सुनील जाखड़ ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार के उस बयान की क्लिप ट्विटर पर शेयर की थी, जिसमें उनकी तरफ से कहा गया था कि आदमी सिख होना या हिंदू होना सेकेंडरी है, ईमानदार होना चाहिए, धर्म जात से कुछ नहीं होता है। इस पर भी सुनील जाखड़ ने इस पर उनकी सराहना करते हुए कहा है कि बड़े पदों पर बैठे लोगों इस तरह से ही बात करनी चाहिए और छोटी बातें कर पंजाब को धर्म जात के आधार पर बांटने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को लेकर किया गया सुनील जाखड़ का ट्वीट।

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को लेकर किया गया सुनील जाखड़ का ट्वीट।

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