सिक्किम में बादल फटा, 22 जवान समेत 69 लोग लापता: 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की

  • Hindi News
  • National
  • Sikkim Flood Situation Update; Cloudburst | Teesta River Rescue Operation Photos

गंगटोक4 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
  • 1:12

    सिक्किम में बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई।

  • 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की|देश,National - Dainik Bhaskar

    अचानक बादल फटने के बाद नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

  • 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की|देश,National - Dainik Bhaskar

    नदी से लगे आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है। पुलिस-प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है।

  • 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की|देश,National - Dainik Bhaskar

    तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।

  • 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की|देश,National - Dainik Bhaskar

    नदी का पानी अचानक बढ़ने से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।

  • 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की|देश,National - Dainik Bhaskar

    नदी के आसपास बने घर भी पानी में डूब गए। जानमाल के नुकसान का कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है।

  • 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की|देश,National - Dainik Bhaskar

    NDRF की टीम ने सिंगतम से 7 लोगों को बचाया। यहां 10 से 12 फीट तक मलबा भरा है।

  • 8 की मौत; PM मोदी ने हालातों को लेकर CM तमांग से बातचीत की|देश,National - Dainik Bhaskar

    NDRF की टीम ने सिंगतम से 7 लोगों को बचाया। यहां 10 से 12 फीट तक मलबा भरा है।

  • बादल फटने के बाद पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग में भी बाढ़ आ गई।

सिक्किम में मंगलवार देर रात बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 69 लोग लापता हो गए। इनमें सेना के 22 जवान हैं। मामले में पाक्योंग के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ताशी चोपेल ने सभी जवानों के मौत की आशंका जताई है। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

नदी से लगे इलाके में ही आर्मी कैंप था, जो बाढ़ की चपेट में आने के बाद बह गया और यहां खड़ी 41 गाड़ियां डूब गईं। आसपास के 4 हजार लोगों को 5 राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। बाढ़ की वजह से राज्य को देश से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे NH-10 भी बह गया। इसकी वजह से आवागमन की सुविधा बंद हो गई है।

डिफेंस PRO के मुताबिक, ल्होनक झील के ऊपर देर रात करीब डेढ़ बजे के आसपास बादल फटा, इसके बाद लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। नदी का जलस्तर अचानक 15 से 20 फीट तक बढ़ गया। इसके बाद नदी से लगे आसपास के इलाकों में पानी भर गया। कई घरों में भी नदी का पानी घुस आया। लोग घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में चले गए।

सिक्किम में बादल फटने के बाद पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग में भी बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। राज्य के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने बताया- तीस्ता बैराज से तीन शव बरामद किए गए हैं। उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की स्थिति जानने के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बातचीत की। उन्हें मदद देने का आश्वासन दिया।

NDRF की टीम ने सिंगतम से 7 लोगों को बचाया। यहां 10 से 12 फीट तक मलबा भरा है।

NDRF की टीम ने सिंगतम से 7 लोगों को बचाया। यहां 10 से 12 फीट तक मलबा भरा है।

सिंगतम में घरों के ग्राउंड फ्लोर में पानी और मलबा भर गया।

सिंगतम में घरों के ग्राउंड फ्लोर में पानी और मलबा भर गया।

बादल फटने के बाद पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग में भी बाढ़ आ गई।

बादल फटने के बाद पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग में भी बाढ़ आ गई।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
गुवाहाटी के डिफेंस PRO ने बताया कि हादसे के बाद सेना के लापता जवानों की तलाशी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन भी अपने स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। हालांकि जानमाल के नुकसान को लेकर कोई जानकारी अभी सामने नहीं आई है।

अचानक बादल फटने के बाद नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

अचानक बादल फटने के बाद नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

NDRF की टीम तैनात
NDRF ने सिक्किम के सिंगतम से 7 लोगों को बचाया जहां बादल फटने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। NDRF की एक टीम गंगटोक में और दो टीमें पश्चिम बंगाल के सिक्किम से सटे इलाकों में तैनात हैं।

नदी से लगे आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है। पुलिस-प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा हुआ है।

नदी से लगे आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है। पुलिस-प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा हुआ है।

16 जून को भी बादल फटा था
इससे पहले सिक्किम में 16 जून को भी बादल फटा था। यहां के पेक्योन्ग में जमीन खिसकने और फिर बादल फटने से घरों में पानी भर गया था। कई लोग इससे प्रभावित हुए थे।

तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।

तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।

नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में आज और कल भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने 4 और 5 अक्टूबर के लिए पूर्वी और नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा शामिल हैं।

नदी का पानी अचानक बढ़ने से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।

नदी का पानी अचानक बढ़ने से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।

इस साल बादल फटने की 4 बड़ी घटनाएं…

24 अगस्त: हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटा था। जिसमें 51 लोग फंस गए थे। NDRF की टीम ने सभी को सुरक्षित बचा लिया था। बद्दी जिले में बारिश के चलते बालद नदी में उफान आने से पुल दो हिस्सों में टूट गया था। वहीं पंडोह में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि एक स्कूल की बिल्डिंग नाले में बह गई थी।

9 अगस्त: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में बादल फटा, जिसके कारण सिरमौरी ताल गांव में फ्लैश फ्लड से एक मकान ढह गया था। इसकी चपेट में एक ही परिवार के 5 लोग आए थे। इनमें दो बच्चे भी शामिल थे। दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे।

22 जुलाई: शिमला में बादल फटने के चलते आई बाढ़ में कई गाड़ियां बह गई थीं। वहीं काफी घर क्षतिग्रस्त हुए थे। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी। हालांकि बारिश के चलते चंबा-पठानकोट NH पर लैंडस्लाइड होने से हाईवे बंद हो गया था।

25 जुलाई: हिमाचल के शिमला जिले के रामपुर में बादल फटने से भारी तबाही हुई। रामपुर ब्लॉक की सरतारा पंचायत के कंदार गांव में बादल फटने से प्राथमिक पाठशाला, युवक मंडल सहित लोगों के 6 मकान ढह गए। डेढ़ दर्जन से ज्यादा पालतू मवेशी बाढ़ में बह गए। कई घरों में पानी घुस गया और आधा दर्जन गाड़ियों को भी इससे नुकसान हुआ था।

नदी के आसपास बने घर भी पानी में डूब गए। जानमाल के नुकसान का कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है।

नदी के आसपास बने घर भी पानी में डूब गए। जानमाल के नुकसान का कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है।

जुलाई में दो घटनाएं, नौसेना के 3 अफसर और आर्मी के दो जवान बहे
इससे पहले 20 जुलाई को हिमाचल के कुल्लु में 4 जगह बादल फटने की घटनाएं हुईं। जिसमें कई लोग बाढ़ में बह गए थे। इसमें मनाली घूमने आए भारतीय नौसेना के तीन अफसर भी शामिल थे। वहीं, 9 जुलाई को जम्मू के पुंछ जिले में बाढ़ में सेना के 2 जवान बह गए थे। दोनों जवानों के शव बरामद किए गए थे।

खबरें और भी हैं…