सिंघु बॉर्डर पर किसानों की झोपड़ियों में आग: दीपावली की रात ट्रॉली और तीन झोपड़ियां जलीं; जोरदार धमाके से दहल उठे किसान

सोनीपत5 घंटे पहले

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झोपड़ियों में आग लगने के बाद भागते हुए लोग।

3 नए कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर जमे किसानों की झोपड़ियों में दीपावली की रात आग लग गई। आग किसानों की ट्रॉली से फैली और फिर तीन झोपड़ियों तक पहुंच गई। आगजनी के बीच जोरदार धमाका भी हुआ। आग के बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हालांकि किसान इस घटना को साजिश बता रहे हैं।

सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार रात जब आंदोलन में मारे गए किसानों के नाम दीपक जलाकर श्रद्धांजलि दी जा रही थी, उसी दौरान TDI कुंडली के सामने किसानों की झोपड़ियों में आग भड़क गई। आग लगने की घटना वहां खड़ी ट्रॉली, जिसे टेंट का रूप दिया गया था, से शुरू हुई। फिर तेज धमाका हुआ, जो किसी सिलेंडर या ट्रॉली का टायर फटने का बताया जा रहा है। धमाके से किसान दहल उठे। कुछ देर बाद ही आग पास की झोपड़ियों तक फैल गई। तीनों झोपड़ियां गांव चाला पाला लहसाड़ा जिला नवांशहर पंजाब के किसानों की बताई जा रही हैं। आग की सूचना के बाद किसान झोपड़ियों से बाहर निकल आए थे, लेकिन इनमें भरा सामान जल कर राख हो गया।

झोपड़ियों से उठती आग की लपटे।

झोपड़ियों से उठती आग की लपटे।

बिजली करंट ने डराया
आगजनी की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। इससे पहले किसान भी आग पर काबू पाने के प्रयास में लगे थे। हवा तेज चल रही थी और किसानों को चिंता सता रही थी कि आग कहीं पास की अन्य झोपड़ियों में न फैल जाएं। इससे बड़ा हादसा हो सकता था। फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर पानी डालना शुरू किया तो किसान भयभीत हो गए। क्योंकि जिन झोपड़ियों में आग लगी थी, वहां बिजली सप्लाई चालू थी। ऐसे में पानी की बौछारों के साथ करंट लगने का भय सता रहा था। फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

20 दिन में आगजनी की दूसरी घटना

16 अक्टूबर को सुबह 4 बजे TDI मॉल के सामने लगे कुरुक्षेत्र के अथीरा गांव के किसानों के टेंट में आग लग गई थी। इसमें 3 व्यक्ति सो रहे थे। शोर शराबा सुन कर बाहर आ गए। आगजनी से एक पंखा, एक कूलर, एक बाइक जल गई। आग को वहीं पास के लोगों ने बुझा दिया।

आग से झुलस चुका है व्यक्ति

सिंघु बॉर्डर पर इस साल आगजनी की 7 घटनाएं हो चुकी हैं। गनीमत रही कि कोई जान माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। 19 मार्च, 2021 को बॉर्डर पर एक सिलेंडर में आग लग गई। आग लगने से टेंट और उसमें रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। आग बुझाने के प्रयास में एक किसान के हाथ, पैर और मुंह भी झुलस गया। इसके बाद 23 जुलाई को किसानों के तीन पंडालों में आग लग गई। आग से कुंडली बॉर्डर पर लंगर के पंडाल के नजदीक किसानों के दो पंडाल व एक ट्राली में बनाए गए आशियाने में नुकसान हुआ। दर्जनों किसानों का करीब एक माह का राशन, कुर्सियां, गद्दे और अन्य कई सामान जलकर राख हो गए। खास बात यह है कि 10 मिनट के अंतराल में ही करीब 5 झोपड़ियों के बाद बनाए गए एक अन्य पंडाल में आग लग गई, जिससे काफी सामान जलकर राख हो गया।

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