सावन के महीने में कब है हरियाली अमावस्या? जानिए महत्व और शुभ समय

हरियाली अमावस्या 2021 तिथि: श्रावण या सावन के महीने को हिंदू धर्म के अनुसार विशेष धार्मिक महत्व दिया गया है। इस साल सावन का महीना 25 जुलाई से शुरू हुआ है। सावन को भगवान शिव का महीना माना जाता है और इस महीने में उनकी विशेष रूप से पूजा की जाती है।

चातुर्मास में सावन मास का महत्व

सावन का महीना चातुर्मास का पहला महीना होता है। भगवान विष्णु चातुर्मास में सोते हैं और पृथ्वी की बागडोर भगवान शिव को सौंप देते हैं। ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में, भगवान शिव देवी पार्वती के साथ पृथ्वी की यात्रा करते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। इसलिए, भगवान शिव के भक्त सावन के महीने के शुरू होने का पूरे साल बेसब्री से इंतजार करते हैं। कावर यात्रा सावन के महीने में होती है। इसके साथ ही इस महीने में सभी सोमवार और शिवरात्रि का विशेष महत्व है। प्रदोष व्रत पर विशेष बल दिया गया है। ये सभी आयोजन भगवान शिव को समर्पित हैं।

Shravan Amavasya (Hariyali Amavasya 2021)

श्रवण अमावस्या को हरियाली अमावस्या या सावन अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। हरियाली अमावस्या को पितृ पूजा, पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध के लिए सर्वोत्तम तिथि माना जाता है। इस दिन नए बीज और पौधे लगाए जा सकते हैं। इस दिन पौधे लगाना शुभ माना जाता है।

Significance of Hariyali Amavasya:

हरियाली अमावस्या जीवन में पर्यावरण के महत्व को बताती है। सावन के महीने में बारिश होती है, जिससे हमारे चारों ओर हरियाली बढ़ जाती है। हरियाली आंखों और दिमाग को शांति प्रदान करती है। पेड़-पौधे पर्यावरण को बेहतर और सुंदर बनाते हैं। एक अच्छा वातावरण हमारे पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने में भी विशेष भूमिका निभाता है।

हरियाली अमावस्या पर पवित्र अंजीर और तुलसी की पूजा की जाती है। हरियाली अमावस्या के दिन आम, आंवला, पवित्र अंजीर, बरगद और नीम के पौधे लगाने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

Hariyali Amavasya Puja Time

दिनांक: रविवार, ८ अगस्त, २०२१
प्रारंभ की तिथि और समय: शनिवार, 7 अगस्त, 2021, शाम 07.11 बजे से।
समापन की तिथि और समय: रविवार, 8 अगस्त, 2021 को शाम 07:19 बजे।

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